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Kya Hai Touch Screen Aur Ye Kaam Kaise Karti Hai | क्या है टच स्क्रीन और ये काम कैसे करती है

टच स्क्रीन ( Touch Screen )
दोस्तों, आज हम अपनी डेली लाइफ में स्मार्टफोनस, कंप्यूटर, लैपटॉप और ATM में टच स्क्रीन का यूज करते है, लेकिन फिर भी हममे से बहुत लोगों को ये नहीं पता ही आखिर टच स्क्रीन है क्या? टच स्क्रीन काम कैसी करती है? इसके कितने टाइप्स है और तो और ये बाकी डिवाइस ( जो टच स्किन नहीं है ) से बेहतर क्यों है? बेशक टच स्क्रीन दिखने में एक नार्मल डिस्प्ले जैसा ही लगता है लेकिन आपको बता दें कि ये खुद एक इनपुट डिवाइस है जो स्क्रीन प्रेशर पर काम करती है. इसीलिए इसने कीपैड और माउस जैसे इनपुट डिवाइस की जगह ले ली है. CLICK HERE TO KNOW क्या है OLED और ये कैसे काम करती है ...
क्या है टच स्क्रीन और ये काम कैसे करती है
क्या है टच स्क्रीन और ये काम कैसे करती है
क्या है टच स्क्रीन ( What is Touch Screen ) :
असल में टच स्क्रीन एक Electronic Visual Display होती है जिसे हम अपनी उँगलियों से टच करके या यूँ कहें कि उँगलियों से प्रेशर डालकर कण्ट्रोल करते है. आज लगभग हर जगह टच स्क्रीन डिवाइसेस ही यूज होते है. टच स्क्रीन की ख़ास बात ये है कि ये हमे सिस्टम से डायरेक्ट Interaction का मौका देती है, जिससे स्पीड बढती है और समय बचता है.

टच स्क्रीन के प्रकार और उसके काम करने का तरीका ( Type of Touch Screen and How it Works ) :
टच स्क्रीन 4 तरह की होती है जिन्हें हम अपने इस्तेमाल के हिसाब से अलग कर सकते है.

-    Resistive : टच स्क्रीन में सबसे ज्यादा पोपुलर Resistive Touch Screen ही है जिसे हम स्क्रीन के टॉप पर ट्रांसपेरेंट डिस्प्ले के रूप में यूज करते है. असल में ये एक पतली सी Metallic Electrically conductive coating के जैसी होती है और जब भी कोई इसे टच करता है तो ये Electric Current में हलचल पैदा करती है. यही हलचल कंट्रोलर के पास पहुँचती है, जिसे प्रोसेस करके ये देखा जाता है कि क्या इनपुट किया गया है.

Resistive Touch Screen एक Conductive Polyester प्लास्टिक की बनी होती है और इसीलिए काफी फ्लेक्सिबल भी होती है. लेकिन इसकी लोवर लेयर पर एक पतला Conductive Glass भी होता है. इनका प्राइस काफी कम होता है, ये डस्ट और पानी से खराब भी नहीं होती, पर अगर Clarity की बात करें तो ये सिर्फ 75% तक ही क्लैरिटी देती है. साथ ही ये किसी शार्प चीज से टकराते ही डैमेज भी हॉट जाती है.
Kya Hai Touch Screen Aur Ye Kaam Kaise Karti Hai
Kya Hai Touch Screen Aur Ye Kaam Kaise Karti Hai
-    Capacitive : Capacitive Touch Screen में यूज होने वाले पैनल में ऐसे मटेरियल यूज होते है जो Electrical Charges को स्टोर करते है. ऐसे में जब भी इसके पैनल को टच करते है तो उस पॉइंट ऑफ़ कांटेक्ट की तरफ थोडा सा चार्ज छोड़ दिया जाता है. उसके बाद पैनल के कोने में लगा सर्किट उस चार्ज को नोट करता है और कंट्रोलर के पास इनफार्मेशन को प्रोसेस होने के लिए भेज देता है.

ख़ास बात ये है कि Capacitive टच स्क्रीन सिर्फ स्किन के टच को ही वैलिड मानती है नाकि किसी प्लास्टिक या किसी अन्य चीजों के टच को. इसकी क्लैरिटी भी बहुत अच्छी होती है. Capacitive स्क्रीन कई Glass की लेयर की बनी होती है और इसकी इनर लेयर Electricity को Conduct करती है, जबकि बाहर वाली लेयर Insulator की तरह होती है.

-    Surface Wave : इस वाली टेक्नोलॉजी में Ultrasonic Waves को यूज किया जाता है जिन्हें Surface Wave Touch Screen के पैनल के ऊपर Pass किया जाता है. ऐसे में जब इस टच स्क्रीन को टच किया जाता है तो एक Wave पैदा होती है जिसे ये स्क्रीन Absorb कर लेती है और सर्किट पता लगा लेता है कि टच स्क्रीन के किस हिस्से को टच किया गया है. फिर उस इनफार्मेशन को कंट्रोलर के पास भेजकर प्रोसेस किया जाता है. बता दें कि Surface Wave Touch Screen आज तक की सबसे एडवांस टच स्क्रीन पैनल है पर इसमें एक कमी ये है कि ये आसानी से डैमेज हो जाती है.

-    Infrared : Infrared टच स्क्रीन में LED की ही तरह Grid Pattern और Light Detector लगा होता है और इन्हें स्क्रीन के Opposite Side में सेट किया जाता है. अगर ध्यान से देखें तो ये एक Invisible Spider Web की तरह होता है और जब स्क्रीन को टच करते है तो उससे वो वेब टूटता है, जिसे स्क्रीन के अंदर लगी हुई Microchip कैलकुलेट करती है और इनफार्मेशन को कंट्रोलर के पास भेजकर उसे प्रोसेस करती है. ध्यान देने वाली बात ये है कि आप इसमें ऊँगली के साथ साथ किसी अन्य चीज से भी टच कर सकते है.
4 Trah ki Hoti Hai Touch Screen
4 Trah ki Hoti Hai Touch Screen
टच स्क्रीन को कैसे यूज करें ( How to Use Touch Screen ) :
सबसे पहले तो ये समझने वाली बात है कि हर टच स्क्रीन के अलग अलग फंक्शन होते है जैसेकि – 

-    Single Tap : टच स्क्रीन को सबसे ज्यादा सिंगल टैप किया जाता है जैसेकि आपको कोई ऑब्जेक्ट सेलेक्ट करना हो या फ़ोन में कोई एप्लीकेशन ओपन करनी हो तो आप सिर्फ एक टैप करते हो. इसे आप माउस के सिंगल क्लिक की तरह देख सकते हो.

-    Double Tap : एक डबल टैप में कई अलग अलग काम होते है जैसेकि रीनेम, ज़ूम इत्यादि और ये सब आप अपने फ़ोन में रेगुलर यूज करते रहते है.

-    Touch and Hold : टच एंड होल्ड ज्यादातर टेक्स्ट को सेलेक्ट करने और किसी फाइल या फोल्डर को सेलेक्ट करने और हाईलाइट करने के लिए ज्यादा यूज होता है.

-    Drag : अगर आप किसी फाइल फोल्डर या किसी आइकॉन को एक जगह से दूसरी जगह प्लेस करना चाहते है तो आपको बस उस फाइल को ड्रैग करके खींचना होगा.

-    Swipe : किसी फोटो गैलरी में टच स्क्रीन को स्वाइप करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही स्क्रॉल के लिए भी Swiping यूज होता है.

-    Pinch : जब आप स्क्रीन के ऊपर अपनी 2 उँगलियों को रखकर पिंच करते है तो आप स्क्रीन को आसानी से Zoom In और Zoom Out कर पाते हो.

टच स्क्रीन के फायदे ( Benefits  of Touch Screen ) :
-    टच स्क्रीन पर काम करना काफी आसान है, ये डिवाइस के साथ ज्यादा कनेक्टिविटी देता है और टाइम को भी सेव करता है. इसका कीपैड की तरह टूटने या हिलने का डर नहीं होता. 

-    इसमें यूज होने वाला इंटरफ़ेस काफी सिंपल और यूजर फ्रेंडली होता है, इसीलिए हर कोई टच स्क्रीन को आसानी से यूज कर पाता है.

-    टच स्क्रीन के आने से स्क्रीन साइज़ बढ़ गया है जिसने फ़ोन की दुनिया में रेवोलुशन ला दी है. इसका एक फायदा ये भी हुआ है कि अब फ़ोन में ज्यादा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर भी डाले जा सकते है.

-    कीपैड के मुकाबले टच स्क्रीन को साफ़ रखना बहुत आसान होता है और टच स्क्रीन फ़ोन में धुल के कानों को जाने से भी रोकती है.

टच स्क्रीन के नुक्सान ( Disadvantages of Touch Screen ) :
-    क्योकि टच स्क्रीन की वजह से स्क्रीन बड़ी हो गयी है इसीलिए फ़ोन ज्यादा बैटरी को यूज करने लगे है इसीलिए आपने देखा होगा कि अब फ़ोन की बैटरी लाइफ काफी कम हो गयी है.

-    टच स्क्रीन को आप डायरेक्ट सन लाइट में अच्छे से यूज नहीं कर पाते क्योकि चीजें साफ़ नहीं दिखती, इससे आँखों पर असर पड़ता है.

-    हर टाइप की टच स्क्रीन काफी हल्की होती है और आसानी से टूट सकती है इसलिए इनका काफी ध्यान रखना पड़ता है.

-    बेशक टच स्क्रीन फ़ोन में धुल मिटटी नहीं जाने देती पर इसपर स्क्रैच आसानी से पड़ जाते है जिससे डिस्प्ले की लुक खराब होती है.

-    और टच स्क्रीन नार्मल स्क्रीन की तुलना में काफी महंगी भी होती है.
Touch Screen ke Fayde Aur Nuksan
Touch Screen ke Fayde Aur Nuksan


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