ऐसे झूठ जिनपर हम आज भी
विश्वास करते है
दोस्तों आपने भी सूना
होगा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है, चाहे फिर वो इंसान हो, समाज हो
या हमारा लाइफस्टाइल, लेकिन फिर भी पुरानी मान्यताएं,
रीतियाँ और तौर तरीके हमारे दिमाग में बैठे ही रहते है. यही वजह है
कि बहुत सी चीजों के झूठ होने के बावजूद हमे वे सही लगती है और हम उनपर विश्वास
करते है जैसेकि मोबाइल की बैटरी को रात को चार्ज ना करना, उसको
10% पर ही चार्ज करना और पीछे की तरफ बैग टांगना. ये सब बातें झूठ है, अब आप सोच रहे होगे कैसे? CLICK HERE TO KNOW Electronics का सबसे बड़ा दुश्मन इससे बच कर रहें ...
ऐसे झूठ जिनपर हम आज भी विश्वास करते है |
आज हम आपको यही बताने
वाले है कि हम कैसे बिना सोचे समझे पुराने तौर तरीकों पर विश्वास करते हुए आगे बढ़
रहे है और आपको साइंटिफिक प्रूफ भी देंगे जिन्हें जानने के बाद आप भी मान जाओगे कि
ये सब बातें झूठ थी, आपकी
आँखें खुल जायेगी और आप कहोगे कि मैं इन छोटी छोटी बातों पर आँख बंद करके विश्वास
कर रहा था.
झूठ जिनपर हम आज भी यकीन
करते है :
1. मोबाइल फ़ोन की बैटरी से जुडा झूठ : आपने कई लोगों को ये कहते
सूना होगा कि मोबाइल फ़ोन की बैटरी को बार बार चार्ज नहीं करना चाहियें या तब तक
चार्ज नहीं करना चाहिए जब तक की बैटरी 10% - 15% ना रह जाएँ. अगर आपने 60 या 70
प्रतिशत चार्ज बैटरी को चार्जिंग पर लगाया तो उसकी बैटरी खराब हो जायेगी या फट
जायेगी. लेकिन अब ये सरासर झूठ है क्योकि ऐसा पहले वाली बैटरीयों के साथ होता था
क्योकि उस वक़्त Nickel बेस्ड बैटरी का इस्तेमाल होता
था जबकि आज LI-ION का इस्तेमाल किया जाता है जो
पहले वाली बैटरीज से बहुत स्मार्ट है. इसलिए आप जब चाहो तब अपने फ़ोन को चार्ज कर
सकते हो चाहे वो 60% चार्ज हो या फिर 90% इससे आपकी बैटरी पर कोई फर्क नहीं पड़ता.
Aise Jhuth Jinpar Hum Aaj Bhi Vishvas Karte Hai |
बैटरी के बारे में दुसरा
मिथ ये है कि आप फ़ोन को सारी रात चार्जिंग पर लगाकर नहीं छोड़ सकते, अगर ऐसा किया तो बैटरी की लाइफ कम
हो जायेगी, बैटरी फुल जायेगी या फट जायेगी. लेकिन ये भी पहले
वाले मिथ की ही तरह झूठ है क्योकि अब ऐसा कुछ नहीं होता तो आप बेफिक्र होकर अपने
फ़ोन को पूरी रात चार्जिंग पर लगाकर छोड़ सकते हो और अगले दिन सुबह फुल बैटरी का मजा
ले सकते हो.
2. स्कूल बैग टांगने का तरीका : एक साइंटिफिक रिसर्च में ये बात साबित हुई है कि जिस तरह हम कमर पर
बैग को टांगते है वो तरिका हमारी रीढ़ की हड्डी को बहुत नुकसान पहुंचाता है और
हमारी हाईट को भी नहीं बढ़ने देता. दरअसल कमर पर बैग टांगने से हमारी रीढ़ की हड्डी
पर जोर पड़ता है और रीढ़ की हड्डी ही हमारी हाईट को भी बढाती है लेकिन अगर रीढ़ की
हड्डी पर दबाव पड़ता रहेगा तो हाईट कैसे बढ़ेगी और ऐसा हम हफ्ते में 1 बार नहीं
बल्कि रोजाना करते है, इसीलिए
आज के लोगों की लम्बाई पहले वाले लोगों के मुकाबले कम होती जा रही है.
Jhuth Jinpar Aap Aaj Bhi Yakin Karte Ho |
अगर आपको बैग टांगना ही
है तो उसमें सिर्फ जरूरत की चीजों को ही डालें. जिस बुक की जरूरत आपको ना हो उसका
बोझ उठाते हुए ना फिरे. इस प्रॉब्लम से निपटने का दूसरा तरिका ये है कि आप बैग को
आगे टांगना शुरू कर दें. हो सकता है कि आपको शुरू शुरु में ये अजीब लगे लेकिन
दोस्तों फैशन का जमाना है कोई आपको कुछ नहीं कहने वाला, उलटा इससे आपको ही तो फायदा मिल
रहा है.
तो दोस्तों आपने देखा कि
हम किस तरह हम आज भी इन सब झूठों पर आँख बंद करके विश्वास करते आ रहे है. लेकिन आज
हमने आपको साइंटिफिक प्रूफ के साथ बताया कि आखिर सच क्या है इसलिए आप अपनी आँखों
से पर्दा हटायें और सच को पहचाने.
Kya Aap Bhi In Jhuth ko Mante Ho |
इसी तरह के अन्य झूठ जिनपर
हम आज भी यकीन करते है, उनके बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल
कर सकते हो.
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