क्रिप्टोजैकिंग ( Cryptojacking )
दोस्तों क्या आपने भी ये
बात नोटिस की है कि जब भी आप अपने कंप्यूटर लैपटॉप या मोबाइल में इन्टरनेट
ब्राउज़िंग का इस्तेमाल करते हो तो आपके कंप्यूटर का फैन तेज चलने लगता है और आपका
फ़ोन भी बहुत गर्म हो जाता है. अगर आपका जवाब हाँ में है तो समझ जाएँ कि आप क्रिप्टोजैकिंग ( Cryptojacking ) का शिकार हो चुके हो. लेकिन अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर ये
क्रिप्टोजैकिंग है क्या और अगर ये हमारे फ़ोन और कंप्यूटर की बैटरी यूज करती है तो
इसे कैसे रोका जा सकता है? तो चलिए इन्ही सवालों के जवाबों
को जानते है. CLICK HERE TO KNOW क्या सच में फ़ॉर्मेटिंग सिस्टम की लाइफ कम करती है ...
क्रिप्टोजैकिंग कैसे आपके मोबाइल और कंप्यूटर की बैटरी का इस्तेमाल करती है |
क्या है क्रिप्टोजैकिंग? :
दोस्तों वैसे तो एक बार
इन्टरनेट डाटा डलवाने के बाद इन्टरनेट ब्राउज़िंग फ्री ही हो जाती है इसलिए आप किसी
भी वेबसाइट को ओपन कर पाते हो, लेकिन वेबसाइट चाहे कोई भी क्यों ना हो उसपर पैसे कमाने के लिए कोई ना कोई
रेवेन्यू मॉडल आपको जरुर दिखेगा, जैसेकि वेबसाइटस और यूट्यूब
चैनल्स पर ऐड दिए जाते है जिनसे उन वेबसाइट के ओनर्स पैसे कमाते है और ऐसा हो भी
क्यों ना सभी पैसा कमाने के लिए ही मेहनत करते है और अपना टाइम देते है.
लेकिन अब इन्टरनेट पर एक
नया कांसेप्ट आ चुका है और उस कांसेप्ट को ही क्रिप्टोजैकिंग कहते है. अब आप सोच
रहे होंगे कि हैकिंग तो सूना था अब ये क्रिप्टोजैकिंग क्या है? दरअसल
क्रिप्टोजैकिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें हैकर्स आपके कंप्यूटर लैपटॉप और
स्मार्टफोन की पॉवर को अपने कामों के लिए इस्तेमाल करते है. वे उस पॉवर का
इस्तेमाल या तो क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency ) को माईन करने में लगाते है या बिटकॉइन या मोनेरो माईनिंग में और वहाँ से
पैसे कमाते है.
Cryptojacking Kaise Aapke Mobile Aur Computer ki Battery ka Istemal Karti Hai |
कैसे काम करती है
क्रिप्टोजैकिंग? :
इस तरह आपके डिवाइस की
बैटरी यूज करने के लिए उन्हें ना तो आपके कंप्यूटर पर अटैक करने की जरूरत पड़ती है
और ना ही उन्हें कोई मैलवेयर भेजना पड़ता है, बल्कि ऐसा वे सिर्फ एक जावा स्क्रिप्ट के जरिये ही
कर लेते है. ये जावा स्क्रिप्ट तब काम करते है जब आप किसी ऐसी गलत साईट ( Malicious Sites ) पर होते हो. ख़ास बात ये है कि आपको पता तक नहीं
होता कि कोई आपके डिवाइस की पॉवर का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर रहा है.
ऐसी ही एक साईट है The Pirate Bay, उसने भी इसी तरह अपने युजेर्स के डिवाइस की बैटरी का इस्तेमाल किया था,
ऐसे में जब भी कोई उनकी साईट पर जाता तो उस यूजर के CP यूजर में एक बड़ा स्पाइक होने लगता, जिससे उन्हें ये पता चल सकता कि उनकी बैटरी को कोई और किसी दुसरे काम के
लिए इस्तेमाल कर रहा है.
बाद में The Pirate Bay ने भी ये बात मान ली कि हाँ वे ऐसा कर रहे थे, लेकिन
उन्होंने रीज़न दिया कि वे सिर्फ टेस्टिंग कर रहे थे और वे नहीं चाहते थे कि उनकी
साइट्स पर ऐड आयें और लोगों को वेब पेज खोले में टाइम लगे. अगर ऐड नहीं आते तो
उनके यूजर्स को साफ़ और अच्छा वेब लेआउट मिलता जिससे उनके यूजर्स लम्बे समय तक उनके
साथ बने रहते. उन्होंने ये भी बताया कि वे अपने यूजर्स की बैटरी से क्रिप्टोकरेंसी
को माईन करने में इस्तेमाल करते थे.
Kya Hai Cryptojacking |
क्या क्रिप्टोजैकिंग सही
है? :
जो रीज़न The Pirate Bay ने दिया, वो काफी स्ट्रोंग था और बहुत से लोग उनसे
सहमत भी थे क्योकि उन्हें लगा कि ये ठीक है अगर हमे साईट पर ऐड नहीं मिलते है और
हमारा काम जल्दी होता है तो कोई बात नहीं, क्रिप्टोजैकिंग
सही है. लेकिन बहुत से ऐसी भी थे जिन्होंने कहा कि कम से कम हमे ये बताया तो जाना
चाहियें था कि हमारे कंप्यूटर की पॉवर को किसी और काम के लिए इस्तेमाल किया जा रहा
है, इसलिए क्रिप्टोजैकिंग सही नहीं है.
क्रिप्टोजैकिंग के सबसे
बड़े नुकसान :
क्रिप्टोजैकिंग हर यूजर
के लिए गलत ही है क्योकि इसके 2 सबसे नुकसान है
1. कंप्यूटर पर एक्स्ट्रा प्रेशर : इस तरह आपके कंप्यूटर लैपटॉप की बैटरी इस्तेमाल करने से आपके
कंप्यूटर पर प्रेशर बढ़ जाता है और इसीलिए कंप्यूटर फैन तेज चलने लगता है या फ़ोन
जरूरत से ज्यादा गर्म हो जाता है.
2. बिजली का बिल : और अगर ज्यादा पॉवर यूज होगी तो, बैटरी जल्दी खत्म होगी और आप उसे बार बार चार्ज करते रहोगे जिससे बिजली का
बिल भी ज्यादा ही आएगा.
अब यहाँ निर्णय आपको लेना
है, या तो आप ऐड देख लो और अपनी
प्राइवेसी को बनाये रखों या आप किसी को भी अपने कंप्यूटर और उसकी बैटरी को
इस्तेमाल करने की परमिशन दे दो.
कहाँ होती है
क्रिप्टोजैकिंग :
क्रिप्टोजैकिंग ज्यादातर
गलत और इनसिक्योर वेबसाइटस पर होती है जहाँ हैकर्स बड़ी तेजी से इस काम को कर रहे
है लेकिन अब कुछ ऐसी सिक्योर साइट्स भी है जहाँ तक ये हैकर्स पहुँच चुके है. लेकिन
इन सिक्योर साइट्स पर आप उन्हें रोक सकते हो.
कैसे पहचाने कि
क्रिप्टोजैकिंग हो रही है या नहीं :
क्रिप्टोजैकिंग को रोकने
से पहले आप ये जान लें कि क्या आपके कंप्यूटर पर क्रिप्टोजैकिंग हो रही है या
नहीं. इसके भी 2 तरीके है -
- पहला तो आप ये चेक करें कि क्या आपके कंप्यूटर का
पंखा जरूरत से ज्यादा तेज चल रहा है या आपका कंप्यूटर मोबाइल बहुत गर्म हो रहा है? अगर ऐसा है तो क्रिप्टोजैकिंग हो
रही है.
- दूसरा तरीका ये है कि आप Window Task Manager में जाएँ और वहाँ देखें कि आपके CPU का Uses कितना
है, अगर वो ज्यादा है तो भी समझें कि क्रिप्टोजैकिंग हो रही
है.
क्रिप्टोजैकिंग को कैसे
रोकें :
अब आपको ये पता है कि
आपके कंप्यूटर की बैटरी का कोई और भी इस्तेमाल कर रहा है तो अब आपको करना ये है कि
- आप अपने इन्टरनेट ब्राउज़र की सेटिंग्स में जाएँ और
वहाँ से जावा सेटिंग्स को बंद कर दें.
- या फिर आप No Coin या MinerBlock नाम की Extension को भी इनस्टॉल कर सकते हो. इससे होगा ये कि आपके
कंप्यूटर से इस तरह की सभी माईनिंग रुक जायेगी.
तो दोस्तों हो सकता है कि
आपको भी ये इतनी बड़ी बात ना लगे, लेकिन जरा सोचों कि कोई बिना पूछे आपके कंप्यूटर की पॉवर को पैसे कमाने के
लिए इस्तेमाल कर रहा है और अगर वो हैकर कोई क्रिमिनल हुआ तो? इसलिए ये गलत है और इसे रोका जाना चाहियें. तो आप भी आज ही चेक करने कि
कहीं आपके सिस्टम पर तो क्रिप्टोजैकिंग नहीं हो रही और अगर हो रही हो तो उसे अभी
स्टॉप कर दें.
Kaise Kaam Karti Hai Cryptojacking |
क्रिप्टोजैकिंग कैसे काम
करती है और इसे कैसे रोका जा सकता है, इसके बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट
करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
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