डोकलाम विवाद
कौन जीतेगा युद्ध. अभी
डोकलम पर बढ़ते विवाद और चीन की लगातार धमकियों के कारण युद्ध की स्थति बढती जा रही
है. एक तो चीन अपनी हदें पार कर रहा है और उल्टा भारत के सिर पर बैठने की कोशिश कर
रहा है. इसीलिए वास्तव में युद्ध के लिए Countdown शरू हो गया है. क्या
परिणाम हो सकता है इस युद्ध का, इसका अनुमान हम सर्वे से
प्राप्त आंकड़ों से लगा सकते है... CLICK HERE TO KNOW डोकलाम विवाद पर भारत ने चीन को याद दिलाई नानी ...
भारत चीन युद्ध काउंटडाउन हो गया है शुरू |
किसके पास है कितनी जमीनी
ताकत ?
- अगर चीन के पास 22.6 लाख सैनिक है तो भारत के पास
केवल 13.62 लाख, ये है
जमीनी ताकत की सच्चाई.
- टैंक भी भारत के पास कुछ ज्यादा कम नही है. चीन के
पास है 6457 टैंक है तो भारत के पास केवल 4426 है.
- बड़ी तोपों की ताकत में भारत के पास है 7414 तोपें
और चीन के पास है केवल 6246 तोपें. यहाँ भारत चीन से आगे है.
अब बात करेंगे हवा में
कौन कितना रखता है दम :
- एयर क्राफ्ट में भारत के पास 2102 की संख्या है और
चीन के पास है 2955 एयरक्राफ्ट.
- एयर क्राफ्ट कैरिएर भारत के पास है 3 और चीन के
पास है केवल 1.
अब समुन्दर की ताकत अगर
नापते है तो :
- युद्धपोत चीन के पास है 283 और भारत के पास है
केवल 66.
- और पनडुब्बी में भारत के पास केवल 15 है जबकि चीन
के पास है 68 पनडुब्बी.
- चीन के पास है DA41 मिसाइल और उसकी मारक छमता है 12000 KM तक लेकिन भारत के पास है अग्नि-5 मिसाइल जिसकी मारक छमता है 5000 km
तक.
Bharat China Yuddh Countdown Ho Gaya Hai Shuru |
इन सब आंकड़ों के बावजूद
चीन को सबक सिखाना है जरूरी. क्योंकि ग्लोबल पॉवर के दावे के मुताबिक वर्ल्ड पॉवर
में से चाइना है नंबर तीन पर और भारत है उससे ठीक निचे यानी नंबर चार पर. इसीलिए
वो समझ ही गया होगा की अब 1962 वाली बात बिलकूल नहीं है. इसके साथ -२ इंटरनेशनल
राजनीति में भी भारत ने अपनी बहुत बड़ी पहुंच बनायीं है जो चीन की तो बिलकूल नहीं
है. और ये स्पष्ट रूप से तब दिखाई देता है जब डोकलम विवाद पर दुसरे देश भारत का
खुलकर समर्थन करते है.
युद्ध में कौन है किसके
साथ :
भारत के साथ है -
- भारत के साथ खड़े देशों में सबसे पहले है जापान, और ये खुल कर भारत का समर्थन कर रहा है.
- सबसे पहली महाशक्ति अमेरिका भी
भारत के साथ ही है क्योंकि उसने एक बार भी ये नहीं कहा है की भारत क्यों भूटान के
साथ खड़ा है. इसके साथ -२ अमेरिका और चीन के रिश्ते पहले से ही खराब भी है. जिसका फायदा
भी भारत को ही मिलेगा.
- दूसरी महाशक्ति रूस जो की
भारत का पुराना दोस्त है और भारत रूस का एक बड़ा बाजार भी है उसके हथियारों का.
- भूटान भी भारत के समर्थन और साथ से हमेशा खुश रहता
है और वो पूरे दिल भारत के समर्थन में है.
- इसके साथ -२ यूरोपियन यूनियन के देशो का पूरा 28
देशों का संगठन भारत के साथ है जिसमे जर्मनी, इटली, फ्रांस इत्यादि शामिल
है.
चीन के साथ है –
- चीन के साथ है भारत का अपना जिगरी और पुराना
दुश्मन पकिस्तान, जिसकी
अपनी कोई हैसियत कभी नहीं हुई.
Doklam Vivad par Yuddh Ki Ulti Ginti Shuru |
- उत्तर कोरिया को भी चीन अपने साथ मान रहा है लेकिन
वो खुल कर चीन का समर्थन नहीं कर रहा है.
- इसके अलावा २ छोटे छोटे देश सूडान और लाइबेरिया भी
चीन के साथ है जो केवल ताली बजाने का काम कर सकते है.
और कुछ खास देश जैसे
ब्रिटेन ने अपना रुख अभी तक सपष्ट नहीं किया है. इसीलिए चाइना अलग थलग हो गया है
जैसे पंचायत में से किसी को जात में से गिरा देते है और उसका हुका पाने बंद कर
दिया जाता है. और अब चीन के पास बस एक ही रास्ता है की वो भडकाउ बयानबाजी करे और
भारत कोई गलती करे. लेकिन भारत बहुत ही संयम से काम ले रहा है और जवाब भी सटीक चीन
को दीये जा रहे है.
भारत चीन डोकलाम विवाद से
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