वेरीकोज वेन्स ( Varicose Veins )
वेरीकोज वेंस उन लोगों
में पायी जाती है जो अपना अधिकतर काम खड़े होकर या फिर चलते फिरते करते है, इस तरह लगातार खड़े होकर काम करने
से कुछ समस्याएं उत्पन्न होने लगती है और जो रक्त धमियों और त्वचा से जुडी होती
है. आज हम वेरीकोज वेंस के बारे में संक्षेप में जानेंगे. हिमोग्लोबिन रक्त में
शामिल एक लाल रंग का प्रदार्थ होता हैं, जो खून को लाल करने
का कार्य करता है साथ ही ये खून को शुद्ध और साफ़ कर शरीर के हर हिस्से तक पहुँचाता
हैं. इसके अलावा हिमोग्लोबिन की एक खासियत ये भी है कि ये दोनों मुख्य गैसों
ऑक्सीजन और कार्बनडाइऑक्साइड के साथ एक ही समय पर प्रति वतर्यता से जुड़ जाता है. लेकिन जब हिमोग्लोबिन शरीर के बाकी ऊतकों से कार्बन
डाइऑक्साइड को ले लेता हैं तब इसका नाम कार्बोक्सी
हिमोग्लोबिन में बदल जाता हैं. वो रक्त जो कार्बोक्सी
हिमोग्लोबिन से होकर जाता है उसमें अनेक अशुद्धियाँ होती है, किन्तु जब ये शिराओं से होते हुए
फेफड़ों तक पहुँचता है तो श्वसन क्रिया के दौरान इसमें हिमोग्लोबिन कार्बन
डाइऑक्साइड छुट जाती है और ये शुद्ध ऑक्सीजन को सोख लेता है. तत्पश्चात यही शुद्ध
और साफ़ खून शरीर की धमनियों से होते हुए कोशिकाओं में पहुँचता है और उन्हें कार्य
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Varicose Veins Kya Hai or Isse Bachav ke Upay |
अशुद्ध रक्त ( Impure Blood ) :
जो अशुद्ध रक्त होता हैं
उसका रंग नीला, लोहे
जैसा या फिर बैंगनी रंग हो जाता हैं. वहीँ शिरायों की भित्तियां दिखने में पतली
होती हैं और ये खाल के ठीक नीचें स्थित भी होती हैं. इसलिए ये शिराएँ ऊपर से आसानी
से भी दिख जाती है. क्योकि इनमें अशुद्ध रक्त होता है इसीलिए ये ऊपर से देखने पर
हमे नीली प्रतीत होती है. जहाँ तक बात शिराओं की है तो उनसे अधिक मोती तो धमनियों
की भित्तियाँ ही होती है, साथ ही साथ ये सब धमनियां काफी
गहराई में होती हैं और यही एक कारण होता है कि वे धमनियाँ / नसे नहीं दिखती जिनमें
लाल रक्त बहता है.
मोटी शिराएँ और
परेशानियाँ ( Thick
Veins and Problem Caused by Them ) :
हमारे शरीर में कुछ
शिराएँ भी होती हैं जो रक्त को वापिस शरीर में ले जाती हैं और जब ये शिराएँ मोटी
हो जाती हैं तथा उभरने लगती हैं और साथ ही साथ इनमे सुजन भी आ जाती हैं ऐसे में
व्यक्ति को अपनी टांगो में थकावट और तेज पीड़ा का आभास होने लगता हैं. जिनकी शिराएँ
अधिक मात्रा में उभरी हुई होती हैं उनका भी एक विशेष कारण होता हैं. उन व्यक्तियों
के ह्रदय की तरफ रक्त ले जाने वाली शिराओं में “वाल्व” लगे होते हैं ऐसे में
उनका रक्त प्रवाह सिर्फ एक ही दिशा में चलता रहता हैं. CLICK HERE TO KNOW स्वास्थ्य रक्षक अश्वगंधा ...
वेरीकोज वेंस क्या है और इससे बचाव के उपाय |
शिराओं के फैलने का कारण
( Causes
of Spread Veins ) :
शिराओं के फैलने और उनमें
रक्त संचार में बाधायें उत्पन्न होने के पीछे कई कारण हो सकते है जैसेकि : कब्ज, खाने पिने से सम्बन्धित रोग,
गर्भ से सम्बन्धित रोग. ये समस्याएं कभी कभी तो रक्त शिराओं को रोक
भी देती है जिसकी वजह से रक्त एक जगह जमा होने लगता हैं और इसी सुजन पैदा करता
हैं. इन सब कारणों से अन्य बीमारियाँ भी आपको अपना घर बना लेती हैं. यह रोग होने
के और भी बहुत सारे कारण होते हैं. जैसे: अगर आप रोजाना व्यायाम नहीं करते तो हो
सकता हैं कि ये रोग आपको भी हो जाए, बहुत समय तक खड़ा रहना भी
इस रोग को बुलावा देने जैसा ही हैं. अगर आप अधिक टाइट और तंग कपडे पहनते हैं तो
उससे भी आपको ये रोग होने की पूरी पूरी सम्भावनाएं हैं. अधिक मोटापा भी इस रोग का
ही एक कारण हैं. महिलाएं इस रोग से पुरुषों से अधिक पीड़ित रहती हैं. जिसका एक
मुख्य कारण उनका सारा दिन रसोई घर में खड़े होकर काम करना है.
यह रोग रोगी व्यक्ति की
टांगों में दर्द कर देता हैं और रोगी व्यक्ति थकान और भारीपन महसूस करने लगता हैं.
इस रोग में रोगी व्यक्ति के टखने भी सूजने लगते हैं और रात को टांगों में ऐंठन भी
हो जाती हैं, इसके
अलावा इस रोग में पीड़ित की खाल का रंग भी बदल जाता हैं और उसको शरीर के निचले
अंगों में चर्म रोग होने आरम्भ हो जाते है.
प्राकृतिक तरीके से उपचार
कैसे करें ( How
to Treat by Naturally ) :
जो व्यक्ति इस रोग का
शिकार हो जाता हैं उसको एक खास तरह की देखभाल की हिदायत दी जाती है जिसकी उसे बेहद
जरूरत भी होती हैं.
What is Varicose Veins and How to Protect form It |
· खाद्य पदार्थों की हिदायत ( Food Instructions ) : इस तरह
के रोग से ग्रस्त रोगी को पिने में नारियल का पानी, खीरे का पानी, गाजर का रस,
पालक का रस, पत्तागोभी, आदि
का इस्तेमाल करना चाहियें, साथ ही साथ उपवास भी रखें. आपके
लिए हरी सब्जियों का सूप भी बहुत फायदेमंद होता है. इन सब चीजों के सेवन के साथ
रोगी को उपवास रखना चाहिये. इन सब के बाद कुछ दिनों तक रोगी व्यक्ति को फल,
सलाद, अंकुरित दालों को ही अपने आहार और खाद्य
पदार्थों में शामिल करें. विटामिन E तथा विटामिन C को पूरी करने वाली चीजें रोगी व्यक्ति को ज्यादा मात्रा में देनी चाहिये.
रोगी को तला भुना खाने से और ज्यादा नमक मिर्च खाने से कुछ दिनों के लिए परहेज
करना चाहिये.
· गर्म पानी से एनिमा लें ( Take Hot Water Anima ) : रोगी
व्यक्ति को साफ़ तौर पर हिदायत दी जाती है कि उसको गर्म पानी का एनिमा भी लेना हैं.
इसके बाद रोगी व्यक्ति को कटीस्नान की सलाह दी जाती है.
· पैरों पर मिटटी का लेप लगाए ( Use Paste of Sand Over Legs ) : पैरों
में मिटटी का लेप लगाना तो अति लाभदायक माना जाता हैं. कम वजन वाले रोगी कम मिटटी
का ही प्रयोग करें.
· गर्म पानी से नहायें ( Bath with Hot Water ) : जब भी रोगी
व्यक्ति को ऐंठन या दर्द अधिक हो जायें, तो इस अवस्था में रोगी व्यक्ति को पहले गर्म पानी से
स्नान कर लेना चाहिये फिर तुरंत ठन्डे पानी से नहलाना चाहियें. इस उपाय से रोगी को
बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा.
अपस्फीत शिरा |
· पैरों को ऊपर करके सोयें ( Sleep with Legs at Some Height ) : रोगी
ध्यान रखे कि उसको अपने पैर ऊपर उठाकर सोना चाहिये, इससे आपके रक्त का प्रवाह उल्टी दिशा में होता है जो
शरीर में आवश्यक होता है. रक्त का ऐसा प्रवाह शीर्षासन के दौरा भी होता है और ये
माना भी जाता है कि शीर्षासन शरीर के सभी रोगों को दूर करने के लिए बेहतरीन आसन
है.
निचे दिए गयें कुछ आसनों
का इस्तेमाल भी रोगी व्यक्ति को निश्चित तौर पर लाभ देगे. जैसे:
§ सूर्यनमस्कार
§ शीर्षासन
§ सर्वागासन
§ विपरीतकरणी
§ पवनमुक्तासन
§ उत्तानपादासन
§ योगमुद्रासन आदि.
ये सभी आसन किसी अच्छे
आचार्य की देखरेख में ही करें और उनसे ही सीखें क्योकि इनमें कुछ बारीकियों का
ध्यान रखना आवश्यक है.
वेरीकोज वेंस, हीमोग्लोबिन और इनमे रक्त संचार की
अहमियत के बार में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर
सकत हो.
Khade Hokar Kaam Karne se Hote Hai Anek Rog |
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Hai Anek Rog, Shiraaon ke Neele Padhne ka Kaaran
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Varicose veins se ekdam se chutkara kaise paya jay ple sir mujhe upaye bataye
ReplyDeleteसर मेरे हाथ और पैर की शिराएं जादा उभर कर आती है खासकर के हाथ नीचे की तरफ रहे तो याने की जब हम खड़े रहेंगे तब तो plz बताई सर है, और इसपर इलाज क्या कर सकता हूँ।
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