श्वास रोगों के लिए
तांत्रिक उपाय ( Tantric Measures for Respiratory Diseases )
बढ़ता प्रदुषण और
आधुनिकीकरण इस बात की पुष्टि करता है कि आज के समय में कोई भी व्यक्ति बीमारियों
से मुक्त नहीं है, कोई छोटे
रोग से परेशान है तो किसी को बड़ी बिमारी ने घेर रखा है और यही नहीं ग्रामीण छेत्र
तक अब प्रदुषण की चपेट में आते जा रहे है और वहाँ भी लोगों का धीरे धीरे यही हाल
होता जा रहा है. CLICK HERE TO KNOW अस्थमा रोग के कारण लक्षण ...
Tantrik Upayon se Shvaas Rogon ka Upchar |
मुख्यतः प्रदूषण से अस्थमा और श्वास रोग होते है लेकिन यहीं रोग अन्य रोगों को भी जन्म देते है. इन
रोगों से मुक्ति के लिए आपने दवाओं और दुवाओं के तो बहुत उपचार सुनें होंगे किन्तु
आज हम आपको श्वास रोगों से मुक्ति का एक तांत्रिक उपाय बताने जा रहे है. किन्तु
ध्यान रहें कि जब आप इस उपाय को अपना रहें हो तो आपके मन में पूर्ण श्रद्धा और
विश्वास अवश्य होना चाहियें.
तांत्रिक उपाय ( Tantrik Measures ) :
- उपाय 1 ( Measure 1 ) : श्वास रोग को दूर करने के लिए किसी एक माह के शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार से अगले तीन सोमवार तक एक सफेद रूमाल लेना है, अब इसमें मिश्री और चांदी का एक टुकड़ा रखें ध्यान रहे कि चांदी का टुकड़ा चौकोर हो, इन्हें रुमाल में अच्छे से बांध लें और किसी बहती नदी या नहर में प्रवाहित कर दें. इसके बाद आपको चावल के आटे से एक दीपक बनाना है और उसमें कपूर मिला हुआ घी डालकर उनके चरणों में अर्पित करना है. जल्द ही आपकी श्वास सम्बन्धी सभी समस्याएं दूर हो जायेंगी. CLICK HERE TO KNOW अस्थमा की बीमारी के लिए औषधीय उपाय ...
तांत्रिक उपायों से श्वास रोगों का उपचार |
- चाँदी की अंगूठी ( Silver
Ring ) : दमा रोग से आराम पाने के लिए रविवार की सुबह कोई भी एक
गहरा बर्तन लें उसमें जल भर लें और एक चाँदी की अंगूठी डाल दें, अब इसे अगले दिन तक के लिए ऐसे ही
ढक कर रख दें. सोमवार को सुबह खाली पेट इस जल को
पी लें. ऐसा करने से दमा रोगियों को काफी आराम
मिलेगा.
- चमेली की जड़ ( Root
of Jasmine )
: किसी भी माह
के पहले सोमवार के दिन चमेली के पेड़ को आमंत्रित आकर अपने घर में जड़ सही ले
आये. अब उसकी जड़ को साफ़ करें और काटकर सफ़ेद रेशमी
धागे से बांधें. ये जड़ आपको अपने गले में पहननी है. अब हर सोमवार के दिन आइने के सामने जाएँ और खुद का चेहरा देखें. आपको ऐसा करना अजीब लगेगा परंतु आप यकीन मानिए इससे सांस की सभी
बीमारियां दूर हो जाएंगी.
- काली हल्दी ( Black
Turmeric )
: हल्दी का उपयोग भोजन के अलावा औषधि और पूजा पाठ में भी किया जाता है. किन्तु क्या आप जानते हो कि इसकी एक ऐसी प्रजाति
भी है जिसे तांत्रिक कामों में
इस्तेमाल किया जा सकता है? वो हल्दी है काली हल्दी. काली हल्दी का सेवन तो नहीं किया जाता लेकिन इसे तंत्र के
हिसाब से बहुत पूज्यनीय और उपयोगी माना गया है। यह अनेक तरह के बुरे प्रभाव को
कम करती है और श्वास
रोगों से भी निजात दिलाने में सहायक होती है.
- चन्द्र यन्त्र ( Chandra
Yantra )
: कुछ ऐसे
व्यक्ति भी होते है जिनकी श्वास नली सूज जाती है ऐसे में उन्हें साँस लेने
में दिक्कत, फेफड़ों में सुजन, मलगम
और खांसी इत्यादि जैसी समस्यायें भी हो जाती है. इन सबसे मुक्ति पाने के लिए पंडित से शुभ समय निकलवा कर किसी भोजपत्र पर केसर
की स्याही और तुलसी की कलम से चंद्र यंत्र का निर्माण करवाएं और गले में पहनें. श्वास संबंधी सभी रोग अवश्य दूर हो जाएंगे.
श्वास रोगों को दूर करने के
अन्य तांत्रिक घरेलू आयुर्वेदिक उपायों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत
नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
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