स्थानानुसार एलर्जी ( Allergy on Every Parts of Body )
एलर्जी होने के अनेक कारण
होते है और ये शरीर के किसी भी भाग को प्रभावित कर सकती है किन्तु शरीर के ऐसे कुछ
हिस्से है जहाँ एलर्जी का प्रभाव अधिक होता है. आज हम आपको शरीर के उन स्थानों और
वहाँ एलर्जी होने के लक्षणों के बारे में बतायेंगे, साथ ही हम आपको उनसे बचाव के कुछ सामान्य और घरेलू
तरीकों से भी परिचित करायेंगे ताकि आप जल्द उनका उपचार कर किसी बड़े संक्रमण से खुद
को बचाएं रखें. CLICK HERE TO KNOW क्यों और कैसे होती है एलर्जी ...
Sthaan Anusar Allergy ke Lakshan or Unse Bachaav |
· आँखों में एलर्जी ( Eye Allergy ) :
अगर आँखों में एलर्जी है
तो आप पायेंगे कि आखें लाल हो गयी है, उनमे से पानी बहने लगा है साथ ही आँखों में जलन होना
और खुजली होना भी आँखों की एलर्जी के ही लक्षण है.
· नाक में एलर्जी ( Nose Allergy ) :
नाक में एलर्जी सबसे
सामान्य एलर्जी है इसमें पीड़ित को लगातार छींके आती रहती है, उसकी नाक में खुजली होती है,
नाक बहने लगती है या फिर बंद ही हो जाती है और अगर एलर्जी अपनी सीमा
पर कर जाएँ तो व्यक्ति को श्वास रोग होने की संभावना बनी रहती है.
· त्वचा की एलर्जी ( Skin Allergy ) :
बरसात के मौसम में
सर्वाधिक देखि जाने वाली एलर्जी है त्वचा की एलर्जी, ऐसे में पीड़ित के शरीर पर सबसे पहले खुजली आरम्भ
होती है और फिर दाने निकलने लगते है, उसके बाद व्यक्ति को
पित्ती उलझना व एक्जिमा आदि से भी परेशान होना पड़ सकता है. CLICK HERE TO KNOW चर्म रोगों के कारण व उपचार ...
स्थान अनुसार एलर्जी के लक्षण और उनसे बचाव |
· श्वसन संस्थान में एलर्जी ( Respiratory Allergy ) :
श्वसन संस्थान में एलर्जी
का कारण वायु में प्रदुषण होता है क्योकि वायु ही श्वसन संस्थान तक पहुंच सकती है
और उसकी क्षति पहुंचा सकती है. इसके लक्षणों में मुख्य है, खांसी और सांस लेने में तकलीफ,
ये बढ़कर अस्थमा का रूप ले लेते है और गंभीर समस्या का कारण बनते है.
· खान पान से एलर्जी ( Allergy of Food ) :
कुछ ऐसे लोग भी है
जिन्हें खाने पीने की चीजों से भी एलर्जी हो सकती है. ऐसे लोगों को उनकी गंध या
उनकी त्वचा से परेशानी होती है. मछली, चॉकलेट, दूध और अंडे कुछ ऐसे
खाद्य पदार्थ है जो एलर्जी का कारण बनते है.
· एंटीबायोटिक दवाओं से एलर्जी ( Allergy Cause by Antibiotics ) :
अंग्रेजी दवाओं के बारे
में सभी जानते है कि वे कितनी गर्म है और कितने भयंकर रसायनों से उनको तैयार किया
जाता है. साथ ही लोगों को ये भी पता है कि वे रोग को जड़ से खत्म ना करके मात्र
उन्हें दबाते है लेकिन फिर भी मनुष्य उनका उपयोग करते है. किन्तु कुछ लोग ऐसे है
जो उनका उपयोग करना तो दूर उनके देखने से ही परेशान हो जाते है क्योकि उन्हें
अंग्रेजी दवाओं से एलर्जी होती है. इनके इंजेक्शन, गोलियाँ रिएक्शन तक कर जाते है और गंभीर रोग पैदा कर
सकते है.
· पुरे शरीर में एलर्जी ( Allergy on Complete Body ) :
अगर एलर्जी को समय पर ही
ना रोका जाएँ और उसका समय पर इलाज ना किया जाए तो वो भयंकर रूप ले सकती है और पुरे
शरीर को ही क्षतिग्रस्त कर सकती है. ये कुछ ऐसी स्तिथि उत्पन्न करते है जिसके कारण
पीड़ित को हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ता है. इसलिए ध्यान रहे कि समय पर ही एलर्जी
का समाधान निकाल लें.
Symptoms of All Type of Allergy and Protection from Them |
एलर्जी से बचाव के उपाय ( Tips to Protection from Allergy ) :
अगर आप एलर्जी से बचाव के
उपायों के बारे में जानना चाहते है तो आपको बता दें कि इससे बचाव ही इसके उपचार का
सबसे उत्तम उपाय है. किन्तु अब सवाल ये है कि इससे बचाव किया कैसे जाएँ? घबराएं नहीं नीचे बताएं उपायों को
पालन करने से आप एलर्जी से बचे रहते हो.
§ सबसे पहले तो ये ज्ञात करें कि आपको किन किन चीजों
से एलर्जी है, इसके लिए
आपको अपने खाने पीने का और रहने का ध्यान रखना होगा और देखना होगा कि किन चीजों के
पास होने से आपको असहजता महसूस होती है.
§ घर को साफ़ स्वच्छ रखने से अनेकों बीमारियों और
एलर्जी से सुरक्षा मिलती है.
§ घर के दरवाजों और खिडकियों को रोजाना कुछ देर के
लिए खुले अवश्य रखें खासतौर से सुबह और सांयकाल को ताकि ताज़ी हवा अंदर आ सके और
दूषित हवा बाहर जा सके.
§ अचानक से ठन्डे वातावरण से गर्म वातावरण में ना
जाएँ और ना ही गर्म वातावरण से ठन्डे में अचानक आयें.
शरीर के हर हिस्से पर हुई एलर्जी से बचाव |
§ जब भी बाइक चला रहें हो तो अपने नाक कान और आँखों
को सुरक्षा प्रदान करें.
§ बिस्तर की चादरों और गद्दों में अधिक कीटाणु होते
है जो आपको संक्रमित करने में सक्षम है इसलिए उन्हें भी समय समय पर गर्म पानी से
धोते रहें और धुप दिखाएँ.
§ अगर आपको जानवरों से एलर्जी है तो पालतू जानवरों
को घर में ना रखें.
§ कुछ ऐसे पौधे भी होते है जिनमें पराग कण होते है, ये कण एलर्जी का कारण बनते है
इसलिए इन्हें भी घर से दूर रखें.
§ घर की सफाई करते वक़्त मकड़ी के जालों का विशेष
ध्यान रखें और उन्हें हटा दें, इसके अलावा जितना अधिक हो सके मिटटी व धुल के कणों से बचकर रहें.
Kya Aapko Bhi Allergy Hoti Hai |
नाक की एलर्जी का उपचार ( Treatment for Nose Allergy ) :
- अगर कोई व्यक्ति नाक की एलर्जी से परेशान है तो
उन्हें प्रातःकाल के समय खाली पेट 1 चम्मच गिलोय का लेनी है और उसमें 2 चम्मच
आंवले का रस व 1 चम्मच शहद मिलाएं. इस मिश्रण को रोजाना कुछ दिनों तक अपनाएँ नाक
की एलर्जी में अवश्य लाब मिलेगा. इसके अलावा सर्दियों में च्यवनप्राश भी खाए.
- एक अन्य उपाय के अनुसार आपको 1 – 1 ग्राम गिलोय का पाउडर और
सितोपलादि का पाउडर लेना है और इन्हें शहद के साथ रोजाना सुबह शाम खाना है. सुबह
इसका प्रयोग खाली पेट ही करें, तभी आपको उत्तम फल प्राप्त
होगा.
त्वचा की एलर्जी का उपचार
( Treatment for Skin
Allergy ) :
बार बार त्वचा के
संक्रमित होने या एलर्जी से ग्रस्त होने पर आपको नीम के पेड़ की 7 कच्ची कोपले लेनी
है और उसमें 3 काली मिर्च को मिलाकर खाना है. ध्यान रहें कि आप इन्हें आराम आराम
से चबा चबाकर खाएं अर्थात 15 मिनटों तक चबाते रहें.
हल्दी भी चर्म रोगों के
लिए गुणकारी होती है. इसलिए आप हल्दी का लेप भी प्रयोग कर सकते हो और उसे दूध में
मिलाकर पी सकते हो. इस तरह आपको त्वचा रोगों से भी मुक्ति मिलेगी और शरीर को भी
ऊर्जा व प्रतिरोधक क्षमता प्राप्त होगी.
स्थान अनुसार एलर्जी के
लक्षण और उनसे बचाव के उपायों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट
करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Naak Tvcha ki Allergy ka Upchar |
शरीर के
हर हिस्से पर हुई एलर्जी से बचाव, Kya Aapko Bhi Allergy Hoti Hai, Naak Tvcha ki Allergy
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