मृत्युदायी हैजा ( Deadly Cholera )
हैजा रोग उन रोगों में से
जो अपनी भयंकर स्थिति में आने पर पीड़ित की मृत्यु तक ले सकता है. इसकी कुछ
अवस्थाएं होती है जिसमें पीड़ित की स्थिति भी बदलती रहती है और उन स्थितियों के
आधार पर ही व्यक्ति को उपचार की आवश्यकता होती है. लेकिन कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय
है जिनको अपनाकर आप इस खतरनाक रोग से भी निवारण पा सकते हो, आज हम आपको उन्ही प्राकृतिक
उपायों के बारे में बताएँगे. नोट : हैजा की अवस्था और उसके कारण लक्षण के बारे में
जानने के लिए आप साथ में दिए लिंक पर क्लीक करें. CLICK HERE TO KNOW हैजा दस्त को दूर कर रहें मस्त ...
Mrityudaayi Haijaa Rog ka Prakratik Upchar |
हैजा से निवारण के घरेलू
प्राकृतिक उपचार ( Home Natural
Treatment for Cholera ) :
· खरल और गंधक ( Mortar and Brimstone ) : इस उपाय
को अपनाने से पहले आप कुछ सामग्री इक्कठा कर लें जैसेकि 5 ग्राम शुद्ध गंधक, 5 ग्राम शुद्ध पारद और 30 ग्राम
असली जवाखार. सबसे पहले पारद और गंधक को खरल में डालकर कज्जली करें, उसके बाद आप जवाखार को भी इनमे मिलाकर खरल करें. बस आपकी औषधि तैयार है.
इस औषधि को 1 ग्राम की मात्रा ठन्डे पानी में मिश्री मिलाकर रोगी को पिलायें. ये
उपाय रुके हुए पेशाब को खोलता है.
· कपूर और अजवायन ( Camphor and Parsley ) : अगर
रोगी को लगातार उल्टी और दस्त आ रहे है तो उसके लिए एक औषधि बनाये जिसके लिए आपको
समान मात्रा में अजवायन, शुद्ध
कपूर, अफीम, लाल मिर्च और शुद्ध कुचला
की आवश्यकता होगी. इन्हें पिसें और चने के आकार की गोलियां तैयार करें. इनमे से 2
गोली रोगी को सामान्य ताजे पानी के साथ दें. अवश्य लाभ मिलेगा. CLICK HERE TO KNOW कपूर के फायदे लाभ ...
मृत्युदायी हैजा रोग का प्राकृतिक उपचार |
· कपूर ( Camphor ) : अगर
पीड़ित का शरीर अकड रहा है तो आपको कपूर का तेल लेना है और उससे पीड़ित के सम्पूर्ण
शरीर की मालिश करें, साथ ही रोगी को बोतल में गर्म पानी
डालकर जोड़ों की सिखाई भी करनी चाहियें.
· सौंठ और कस्तूरी ( Fennel and Oysters ) : हैजा की सबसे भयंकर अवस्था शितांग में आप रोगी
को सौंठ के तेल की मालिश अवश्य करनी चाहिएं. साथ ही उसे कपूर, मकरध्वज और कस्तूरी के मिश्रण को शहद के साथ मिलाकर चाटने से लाभ प्राप्त
होता है.
· प्राकृतिक चिकित्सा ( Natural Therapy ) : मूत्र मार्ग को खोलने के लिया आपको प्राकृतिक
चिकित्सा का सहारा लेना है अर्थात आपको मिटटी की पट्टी को पेडू पर रखना है और ठंडा
कटी स्नान या मेहन स्नान भी लेना है.
· खान पान ( Food ) : जब
रोगी को आराम होता दिखे तो उसे खाने में तोरई की सब्जी के साथ रोटी, मुंग की दाल खाने के लिए देनी चाहियें. इनके अलावा रोगी के लिए पुदीने की
चटनी, दलीय, पतली खिचड़ी और अजवायन का
रस भी लाभदायी रहता है. जब रोगी पुर्णतः ठीक हो जाए तो उसके भी 48 घंटे बात उसे
अच्छे से रोटी खानी चाहियें, उससे पहले फलाहार व दलिये
इत्यादि पर ही निर्भर रहें.
Natural Treatment for Deadly Disease Cholera |
इन्हें भी स्मरण रखें ( Remember Them Also ) :
- अगर आप इस रोग से शीघ्र मुक्त होना चाहते है तो
पाचन शक्ति को मजबूत रखने की कोशिश करें, साथ ही ये भी कोशिश करे कि आपको बदहजमी बिलकुल ना
हो.
- मैले व भीड़ भाड वाले इलाकों में जाने से बचें, खासतौर से ऐसे इलाकों पर भोजन तो
बिलकुल ना करें.
- पीने के लिए ताजे, स्वच्छ और उबले हुए पानी का ही इस्तेमाल करें,
वो पानी प्रयोग ना करें जिसे तालाब, कुएं या
किसी अन्य इलाके से लाया गया हो.
- भोजन हमेशा सदा होना चाहियें और भोजन खाने के 2
घंटे बाद ही पानी पियें.
- रोजाना 1 नीम्बू को पानी में डालकर अवश्य पियें, क्योकि ये खून को साफ करता है.
- इसके अलावा आप सभी खाद्य पदार्थों को ढककर रखें, रात को अधिक देर तक ना जागें और
अधिक मेहनत वाले कामों को करने से बचें.
- जब तक आप पूर्ण रूप से स्वस्थ ना हो जाएँ तब तक
शारीरिक सम्बन्ध बनाने से बचें.
हैजा जैसे भयंकर और
मृत्युदायी रोग के उपचार के अन्य घरेलू प्राकृतिक उपायों के बारे में अधिक जानने
के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
गर्मियों का जानलेवा रोग हैजा |
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