गति ( Speed )
हर चीज की अपनी एक
गति होती है चाहे वो समय हो, वाहन हो या फिर जीवन. इसी गति के कारण ही मनुष्य का
जीवन भी निरंतर आगे बढ़ता गया और आज तो हर व्यक्ति के अन्दर एक दुसरे से आगे निकलने
की ऐसी भावना बनी हुई है कि वे बिना थके काम को करते रहते है और अपनी गति को बढाते
रहते है. किन्तु हर चीज की एक सीमा भी होती है, जैसेकि अगर बात करें तो साइकिल की
अपनी गति है, तो मोटर साइकिल की उससे थोड़ी तेज, लेकिन जितनी तेज विमान चल सकता है
उतनी तेज बाइक या कार नहीं चल सकती. CLICK HERE TO KNOW कब और कैसे बना ब्रह्माण्ड ...
Manushya ki Chaah Prakaash ki Gati Pana |
जहाँ तक इस गति की
बात करे तो इसी ने व्यक्ति के जीवन को इतना बदला है कि आज हम चुटकी बजाते ही अपने
अनेकों कामों को पूर्ण कर लेते है. लेकिन मानव की भी एक सीमा है. कहने का अर्थ है
कि बेशक हम कुछ घंटों में दुनिया के एक कोने से दुसरे कोने में पहुँच जाएँ किन्तु
हम अभी इतने तेज भी नहीं हुए है कुछ ही घंटों में चाँद पर पहुँच जाएँ और वहाँ से
वापस आ जाएँ. किन्तु इसका मतलब ये नहीं है कि हम कभी उतनी गति हासिल नहीं कर सकते.
दुनिया भर के वैज्ञानिक इसी कार्य में जुटे हुए है और उम्मीद है कि वे जल्द ही
अपने लक्ष्य में सफल हो जाएँ क्योकि उनकी सफलता मानव विकास को कई गुना आगे ले
जायेगी.
बिजली
की गति की चाह और सफलता ( Desire of the Speed of Light and Success ) :
जब बात सबसे तेज गति
की होती है तो सबसे पहले नाम आता है बिजली का, इसकी गति आवाज की गति से भी तेज है.
एक उदहारण के अनुसार आप उस दिन को याद करें जब आकाश में बादल थे और बिजली कड़क रही
थी. अगर आपको ध्यान हो तो आपने देखा होगा कि आकाश में बिजली पहले चमकती है उसके
बाद उसके कड़कने की आवाज आती है. ये सिद्ध करता है कि बिजली अर्थात प्रकाश की गति
ध्वनी की गति से भी तीव्र है. CLICK HERE TO KNOW धरती पर कब्ज़ा करने आ रहे है एलियंस ...
मनुष्य की चाह प्रकाश की गति पाना |
हमारे वैज्ञानिकों
ने अपने प्रयासों से ध्वनी की गति को तो हासिल कर लिया है और यही कारण है कि हम
टेलीफोन पर हजारों मीलों दूर से भी आसानी से बात कर पते है किन्तु अभी बिजली की
गति को हासिल करना बाकी है. इसके अलावा आज हमारे पास ऐसी अनेक मिसाइल है जो ध्वनी
की गति से भी अधिक तेजी से दुश्मनों पर वार कर सकती है. इसके अलावा कुछ लड़ाकू
विमान है जो इतनी तेज गति से उड़ान भर सकते है. किन्तु इच्छाओं की कोई सीमा नहीं
होती और यही कारण है कि मनुष्य चाहता है कि बस, कार और ट्रेन भी ध्वनी की गति से
ही चले. वैसे हमने कुछ ऐसे अन्तरिक्ष यान भी बना लिए है जो कुछ हद तक प्रकाश की
गति से ही चलते है.
प्रकाश
की गति (
Speed of Light ) :
अगर प्रकाश की गति
को अन्तरिक्ष ( जहाँ सब कुछ शुन्य है ) में नापा जाए तो वो 29,97,92,458 किलोमीटर
प्रति सेकंड होगी. लगभग यही दुरी ऋग्वेद में भी बताई गयी है. इसके अलावा धरती और
सूरज के बीच की दुरी भी 14,96,00,000 किलोमीटर बताई गयी है इसीलिए सूर्य के प्रकाश
को धरती तक पहुँचने में पुरे 8 मिनट 16.6 सेकंड लगते है.
Desire of Man is to Get the Speed of Light |
अगर सामान्य भाषा
में देखने तो प्रकाश की गति इतनी तेज है कि वो न्यूयॉर्क से लन्दन की दुरी मात्रा
1.5 सेकंड में पूरी कर सकती है. वहीँ अगर मंगल ग्रह पर हमे प्रकाश की गति से जाना
हो तो मात्र 12.5 मिनट ही लगेंगे. तो ये है प्रकाश की गति जिसकी चाह आज मानव कर
रहा है.
प्रकाश
वर्ष क्या है ( What is Light Year ) :
हम सभी सामान्य वर्ष
के बारे में तो जानते है किन्तु प्रकाश वर्ष क्या है इसको जानने के बारे में लोगों
की जिज्ञासा हमेशा बनी रहती है. दरअसल ये वो दुरी है जिसे प्रकाश एक वर्ष निरंतर
चलने पर प्राप्त करता है और गणना के आधार पर ये दुरी 9500 किलोमीटर बैठती है.
अर्थात अगर प्रकाश को एक दिशा में 1 वर्ष के लिए छोड़ दिया जाए तो ये इतनी दुरी तय
करता है.
गति के
रहस्य और प्रकाश की गति के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके
जानकारी हासिल कर सकते हो.
गति का रहस्य |
गति का
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Manav Jivan, Gati ke Rahasya ko Suljhaane mein Safalta, Speed of Sound vs Speed
of Light
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isme ye nahin bataya gaya ki manav sharir ki gati prakash ke barabar ho sakti hai ya nahin
ReplyDeleteIsme ye nahin bataya gaya ki manav sharir ki gati prakash ke barabar ho sakti hai ya nahin
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