घर से जुडी मान्यताएं ( Assumptions Related to Home House )
आपने घर में झाड़ू, तुलसी, नाख़ून
या बाल काटने इत्यादि जैसी चीजों से जुडी मान्यताओं के बारे में अनेक बार सूना
होगा और ये भी सूना होगा कि इनसे कौन कौन से शकुन या अपशकुन जुड़े है. किन्तु
शास्त्र हमारे घर और उनकी दिशाओं से जुड़े हुए अनेक तथ्यों के बारे में भी बताता
है. अर्थात हमे ये बताया गया है कि किस दिशा में क्या होने से घर में धन समृद्धि
अधिक होने की संभावना रहती है. CLICK HERE TO KNOW घर में झाड़ू से जुड़े अंधविश्वास ...
Ghar ki Dishaon se Jude Adbhut Tathya or Manyatayen |
· शौचालय ( Toilet ) : आज
के समय में और प्राचीन समय में बहुत अंतर है जिसे आप सब भी जानते है और जहां तक
शौचालय की बात है तो एक समय ऐसा था जब शौचालय ही नहीं थे, फिर
ऐसा समय आया जब घर में 1 शौचालय अवश्य होता था और आज हाल ये है कि हर कमरे में
शौचालय होते है. किन्तु इस तरह हर कमरे में शौचालय बनने के कारण अनेक तरह के
वास्तु दोष उत्पन्न हो जाते है. जो घर की खुशियों के लिए नुकसानदेह होते है.
किन्तु हमारे पूर्वजों और ऋषियों ने इसके बारे में बहुत अध्ययन किया है और वास्तु
विज्ञान के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए हमे हर चीज के लिए सही दिशा बतायी
है. तो आओ जानते है कि किस दिशा में क्या होना उचित है.
· ईशान कोण ( North East Direction ) : वास्तु शास्त्र कहता है कि जब भी घर बनाया जाए
तो उस वक़्त घर के उत्तर पूर्व कोने को खाली छोड़ दें और इस जगह किसी चीज का निर्माण
ना कराएं. इस दिशा को वास्तु शास्त्र ज्ञाता ईशान कोण कहते है. अगर घर छोटा है तो
आप घर के इस कोने में अपने मुख्य द्वार का निर्माण कराएं. CLICK HERE TO KNOW नाख़ून काटने से जुडी मान्यतायें ...
घर की दिशाओं से जुड़े अदभुत तथ्य और मान्यताएं |
· उत्तर दिशा ( North Direction ) : जबकि उनका मानना है कि उत्तर दिशा में कुबेर जी
का वास होता है, जो धन का संचय करते है साथ ही ये दिशा स्वयं
सूर्य देव जी के नियंत्रण में होती है. तो इस दिशा में आप अपनी तिजोरी को रखें या
उस व्यक्ति का कमरा बनाए जिनके पास घर का सारा धन रहता है. ध्यान रहें कि इस दिशा
में ना तो स्टोर रूम होना चाहिए और ना ही कोई शौचालय क्योकि इस तरह के कमरे अक्सर बंद रहते है जो घर की समृद्धि को रोकते है.
· प्रवेश द्वार ( Main Entry Gate ) : वैसे तो प्रवेश द्वार के लिए पूर्व या उत्तर
दिशा को उत्तम माना जाता है किन्तु आप उत्तर पूर्व दिशा में भी घर के मुख्य प्रवेश
द्वार को बना सकते हो. ऐसा करने से घर में घन की कमी बिलकुल नहीं रहती, साथ ही घर में खुशियों का माहौल रहता है जोकि परिवार के फलने फूलने के लिए
बहुत आवश्यक होता है.
Facts and Assumptions Related to the Direction of Home |
· मंदिर ( Temple ) : इसके
अलावा घर के मंदिर को बनाने के लिए भी ईशान कोण को ही उचित और सर्वोत्तम माना गया
है. जब आपका मंदिर बन जाए तो आप सबसे पहले यहाँ देवी लक्ष्मी जी और कुबेर देव की
तस्वीर लगाए और उनकी पूजा करें. प्रार्थना करते वक़्त आप उनसे विनती करें कि वे
दोनों आपके घर पर अपनी कृपा दृष्टि और आशीर्वाद सदा बनाये रखें.
· सफाई ( Clean ) : अब
तक आपको ये तो पता चल ही चूका है कि ईशान कोण अर्थात उत्तर पूर्व दिशा की क्या
अहमियत है तो आप इस बात को भी सुनिश्चित करें कि इस दिशा में कभी भी गंदगी ना रहे.
अगर यहाँ गन्दगी रही तो देवी लक्ष्मी और कुबेर दोनों ही रूठ जायेगे और चले जायेगे,
उनके जाते ही घर की समृद्धि और खुशियाँ भी चली जायेगी. इस तरह अनेक
वास्तु दोष भी जन्म लेने लग जाते है जो परिवार के सदस्यों पर भारी पड़ता है.
घर की दिशाओं से जुडी अन्य
मान्यताओं और उनके महत्व के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके
जानकारी हासिल कर सकते हो.
घर से जुडी मान्यताएं |
घर से
जुडी मान्यताएं, Ghar mein Dhan Laati Hai Ye Dishaa, Ishan Kon ka Mahtv,
Lakshmi Kuber Ki Disha Uttar Purv, Ishaan Kon, Bhawan mein Kahan ho Mandir or
Main Gate
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