एलियन ( Aliens )
एलियन अर्थात किसी
दुसरे ग्रह का प्राणी. एलियन का नाम मात्र सबके मन को रोमांचित और कल्पनाओं से भर
देता है क्योकि जब भी कोई इनकी बात करता है तो मन में एलियन के दिखने की तरह तरह
की आकृतियाँ बनने लगती है और आप उनके बारे में जानने के लिए जिज्ञासु हो जाते हो. वैसे
वैज्ञानिक भी अपनी इस जिज्ञासा की पूर्ति के लिए एलियंस के होने के रहस्य को खोजने
में लगे हुए है क्योकि उनका भी यही मानना है कि इस ब्रह्माण्ड में सिर्फ हम ही
नहीं है बल्कि दुसरे ग्रह पर कुछ ऐसे जीव भी है जो हमारी तरह ही जीते है. जरूरी
नहीं है कि वे भी हमारी तरह वायु और पानी पर निर्भर है, ये भी तो हो सकता है कि
उन्हें जीवित रहने के लिए किसी और चीज की आवश्यकता है क्योकि ये तो हम सभी जानते
है कि प्राणी अपने आसपास के वातावरण में रहना और उसमें ढालना खुद ही सिख जाता है. CLICK HERE TO KNOW मानवों की तबाही का इंतजार कर रहा है बिग फूट
Dharti par Kabjaa Karne aa Rahe Hai Aliens |
पहली
बार कब आये थे एलियंस ( When were Aliens Came on Earth ) :
वैज्ञानिक तथ्यों के
आधार पर 10,000 ईसा पूर्व एलियंस पहली बार धरती पर आये थे और यहाँ आकर उन्होंने
मानव कबीलों को शिक्षा और ज्ञान दिया, उसके बाद उन्होंने राजाओं से भेंट की और
अपना संदेशवाहक बना लिया. कहने का तात्पर्य ये है कि उन्होंने इंसानों को जीना और
शासन करना सिखाया, उन्होंने हमे बताया कि हम अपना विकास कैसे कर सके है. लेकिन
क्या ये सत्य है? अगर हाँ तो ये तो निश्चित है कि वे हमसे कहीं पहले से विकसित,
बुद्धिमान और ताकतवर है.
वैज्ञानिकों
की राय (
Opinions of Scientists ) :
वैज्ञानिकों का माना
है कि हम 2025 तक एलियंस के बारे में पता लगा लेंगे. अगर ऐसा हो गया तो तब क्या
होगा? क्या एलियंस धरती पर कब्जा करना चाहते है? क्या परग्रही जीव हमारे ग्रह को
नष्ट करना चाहते है? ऐसे अनेक सवाल एलियंस के मिलने के साथ जुड़े है. हालांकि अभी
हम उनसे नहीं मिले है. लेकिन वैज्ञानिकों खासकर नासा का ये दावा ये जरुर दर्शाता
है कि वैज्ञानिक सही दिशा में कार्य कर रहे है. CLICK HERE TO KNOW कब और कैसे बना ब्रह्माण्ड ...
धरती पर कब्ज़ा करने आ रहे है एलियंस |
कैसे
हुआ एलियंस का जन्म ( How Aliens Were Created ) :
वैज्ञानिकों का
मानना है कि जब गॉड पार्टिकल्स के टकराने से ब्लैक होल में धमाका हुआ तो अनेक कण
एक दुसरे से मिल गये तो अनेक एक दुसरे से दूर जाते रहे. ऐसे में अनेक चीजों का
जन्म और उनकी रचना आरम्भ हुयी. उसी दौरान इंसान और ब्रह्माण्ड बना तो उसी घटना के
कारण दुसरे ग्रहों पर एलियंस का जन्म भी हुआ. ये जरूरी नहीं है कि एलियंस हमारे ही
ब्रह्माण्ड में रहते है बल्कि ये भी हो सकता है कि उनकी उत्पत्ति किसी और
ब्रह्माण्ड पर हुई हो और वे वहां से हमारी धरती पर बार बार निरिक्षण के लिए आते
है.
भारत
में कहाँ कहाँ देखे गये है एलियंस ( Proof of Aliens in India ) :
एलियंस को खोजना
वैज्ञानिकों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं किन्तु अगर वे खुद धरती पर आये थे तो
कोई ना कोई सुराग तो जरुर छोड़ा होगा और किसी ना किसी ने तो उसे अवश्य देखा भी
होगा. जिस तरह हम चन्द्रमा, मंगल इत्यादि ग्रहों पर पहुँच गये है तो उनका धरती पर
पहुँच जाना कोई आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहियें. साथ ही मानवों ने तो शनि ग्रह
पर भी यान भेज दिया है तो एक दिन वो भी आएगा कि जब मनुष्य खुद उस यान में बैठकर
शनि ग्रह पर पहुंचेगा. तो इस तरह उनके यहाँ आने पर संदेह नहीं करना चाहियें. आपको
बता दें कि पुरे विश्व में अलग अलग जगहों पर स्पेसशिप को देखा गया है लेकिन आज हम
आपको भारत के कुछ ऐसे स्थान बतायेंगे जहाँ लोगों ने इन्हें देखा है.
The Mystery of Aliens is Going to Reveal Aliens are Coming |
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हिमालय
(
Himalaya ) : हिमालय में कई राज दबे है, एक ऐसा ही राज है
एलियंस का. माना जाता है कि वो जगह उनके छिपने के लिए सबसे बेहतर है. भारतीय सेना
और कुछ पर्वतारोहियों के साथ तो कुछ ऐसी घटनाएं घटित भी हुई है जिनमे वे इस बात का
दावा करते है कि उन्होंने अन्तरिक्ष यान को देखा है.
·
ओड़िसा ( Orissa ) : जब 1947 में ताड़पत्रों की खुदाई हो रही थी तब पता चला कि हमारे देश
के आजाद होने से कुछ समय पहले ही यहाँ कोई यू एफ ओ उतरा है. ओड़िसा के नयागढ़
जिले के लोग इस बात की पुष्टि करते है कि उन्होंने एक ऐसा अन्तरिक्ष यान देखा
था जो दिखने में प्लेट के समान था. बात यहीं खत्म नहीं होती अमरीकी वायुसेना ने उस
स्थान से एक उड़नतश्तरी भी मिली है और इस बात को वे स्वीकार भी करते है.
ब्रह्माण्ड के इन ग्रहों पर है परग्रही |
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नर्मदा
घाटी (
Narmada Valley ) : नर्मदा घाटी दुनिया की सबसे विचित्र जगहों में
से एक है क्योकि इसमें डायनासोर के अंडे भी मिले है, बड़े बड़े जीवों के कंकाल भी
मिले है और यहाँ पर एलियंस के होने की संभावना भी पूरी है. इसीलिए यहाँ एक
प्रयोगशाला बनाई गयी जो मानती है कि उनक यहाँ एलियंस के होने के संकेत प्राप्त हुए
है. लेकिन वे यहाँ आये क्यों थे ये रहस्य बस वे ही जानते है. यहाँ के आदिवासियों
ने भी उड़नतश्तरी को देख उसकी आकृति बनाकर वैज्ञानिकों को दिखाई है.
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बस्तर
की गुफा (
Caves of Bastar ) : जी हां, छतीसगढ़ के एक जिले बस्तर की गुफाओं को तो
वैज्ञानिकों ने एलियंस का घर करार दे दिया है. क्योकि वहाँ दस हजार साल से भी
पुराने शैल चित्र प्राप्त हुए है और उन चित्रों में सबसे ख़ास बात ये है कि उनमे
अनेक UFO बनी हुई थी. यहीं नहीं चित्रों में साफ़ दिख रहा
है कि उन उड़नतश्तरीयों से जो प्राणी निकल रहे थे वे मानव नहीं है क्योकि उनके सिर
पर हेलमेट और एंटीना लगे थे, साथ ही वे छड़ी की मदद से मानवों को कुछ सिखाने की
कोशिश भी कर रहे थे.
Aliens ka Rahasya |
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अजंता
और एलोरा ( Ajanta and Ellora ) : इसे तो
एलियंस का एक शहर माना जाता है. साथ ही पड़ताल ये
भी बताती है कि यहाँ एलियंस के रहने के लिए अंडरग्राउंड व्यवस्था की गयी
है. आपको बता दें कि ये गुफाये कोई आम गुफाये नहीं है क्योकि इन्हें आज के समय का
इंसान नहीं बना सकता. इसे साथ ही यहाँ एक
कैलाश मंदिर भी है और माना जाता है कि इसे बनाने में एलियंस का हाथ भी शामिल है
क्योकि आज की हमारी इतनी उन्नत विज्ञान भी इस मंदिर को बनाने में सक्षम है. तो खुद
सोचों कि प्राचीन लोग जिनको विज्ञान का ज्ञान तक नहीं था वे इसे कैसे बना सकते है.
एक और बात इसकी इंजीनियरिंग 40 लाख टन की चट्टानों पर की गयी है.
एलियंस
या परग्रहीयों व उड़नतश्तरीयों के बारे में ऐसे ही अन्य रहस्यों और रोचक बातों के
बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Hum Batayenge Aliens ka Satya |
ब्रह्माण्ड
के इन ग्रहों पर है परग्रही, Aliens ka Rahasya, Aliens, Spaceship, Hum Batayenge Aliens
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