सेंसिटिव अंग ( Sensitive Parts of Body )
हमारे शरीर में अनेक अंग
होते है जिनमे से कुछ मजबूत होते है तो कुछ कमजोर, कुछ में हड्डियाँ होती है तो कुछ में नहीं, साथ ही कुछ ऐसे भी है जहाँ कुछ लग जाए तो जल्दी प्रतिक्रिया नहीं होती
लेकिन कुछ ऐसे अंग भी जहाँ मात्र हाथ लगाने से ही कुछ ना कुछ प्रतिक्रिया आ जाती
है. शरीर के इन्ही अंगों को सेंसिटिव अंग कहा जाता है. आज हम आपको अपने शरीर के
कुछ ऐसे ही सेंसिटिव अंगों के बारे में बताने वाले है जहाँ हमे सीधे हाथ नहीं लगना
चाहियें क्योकि ऐसा करने से किसी ना किसी संक्रमण का ख़तरा बना रहता है. CLICK HERE TO KNOW शरीर के अंगों पर तिलों का अर्थ ...
Bahut Sanvedanshil Hai Shrir ke Ye Ang |
ये है शरीर के संवेदनशील
अंग ( These are
the Sensitive Parts of Body ) :
· कान ( Ear ) : अक्सर कान में खुजा होने लगती है जिसे मिटाने के
लिए लोगों को कान में ऊँगली डालने की आदत होती है या फिर वे किसी नुकीली चीज का
इस्तेमाल करके कान को कुरेदना आरम्भ कर देते है. लेकिन ये सब गलत है क्योकि ऐसा
करने से आपके कान के परदे फट सकते है जिससे आप अपनी सुनने की शक्ति खो बैठे है.
· नाक ( Nose ) : ना
सिर्फ बच्चे किन्तु बड़े लोगों की भी नाक में ऊँगली डालते हुए आसानी से देखा जा
सकता है. बच्चों को तो चलो ना समझ कहकर छोड़ दिया जाता है किन्तु बड़ों का क्या?
ये आदत बिलकुल अच्छी नहीं है क्योकि इस तरह नाक में ऊँगली डालने से
दो बड़े नुकसान है पहला तो आपकी नाक के बाल टूट जाते है और ऑक्सीजन छानकर
फेफड़ों तक नहीं आती अर्थात धुल मिटटी के साथ फेफड़ों तक पहुँचती है, दुसरा हाथों के बैक्टीरिया आसानी से शरीर को प्रभावित कर देते है. CLICK HERE TO KNOW बच्चों के जन्म का ठीक समय ...
बहुत संवेदनशील है शरीर के ये अंग |
· नितंभ ( Hips ) : शरीर
के संवेदनशील अंगों में नितंभ भी आते है क्योकि ये अनेक बीमारियों को खिंच सकता
है. इसलिए कभी भी इन्हें छूने की कोशिश ना करें. हाँ मल त्याग के वक़्त आपको इन्हें
छूना पड़ता है किन्तु ध्यान रहे कि उस वक़्त भी पहले आप अपने हाथों को साफ़ करें और
फिर इन्हें छुएं साथ ही दोबारा अपने हाथ अवश्य धो लें.
· आँख़ें ( Eyes ) : आँखों
के बारे में तो आप सभी ही जानते है कि ये शरीर का कितना कोमल और महत्वपूर्ण अंग
है. ना सिर्फ हमारे हाथ बल्कि धुल मिटटी तक इसको प्रभावित कर सकती है. कहने का
तात्पर्य ये है कि आँखों को तो दोहरी मार से बचाने की आवश्यकता होती है. इसीलिए ना
तो अपनी आँखों को जोर से मलें बल्कि उनकी देखभाल का भी पूरा ध्यान रखें.
· मुहं में ऊँगली ( Finger in Mouth ) : अच्छा ये आदत आपने अक्सर बच्चन में देखि होगी
किन्तु ये गन्दी आदत कुछ बड़े लोगों में भी होती है. इस तरह मुहं में ऊँगली डालने
से आपके हाथों के कीटाणु सीधे मुहँ से ही आपके पेट तक पहुँच जाते है और आपको रोगों
का शिकार बनाते है. कुछ लोग ना सिर्फ मुहं में ऊँगली डालते है बल्कि नाख़ून भी
चबाने लगते है जो उन्हें रोग होने के चांसेस को बढ़ा देता है.
Very Sensitive Parts of Body |
· तैलीय त्वचा ( Oily Skin ) : त्वचा
अनेक प्रकार की होती है उनमे से सबसे अलग और संवेदनशील त्वचा होती है तैलीय त्वचा
क्योकि इस त्वचा के किसी भी चीज के संपर्क में आते ही इन्फेक्शन शुरू हो जाता है.
इसके अलावा तैलीय होने के कारण उन्हें रोम छिद्र भी बंद हो जाते है जो चेहरे को
मुरझाने लगते है और पीला भी कर देते है. इसीलिए इस त्वचा पर भी कभी सीधा हाथ न
लगायें और समय समय पर इसे ठन्डे पानी से साफ़ करते रहें.
· चेहरा ( Face ) : चेहरा आकर्षण का केंद्र होता है किन्तु अगर आप बार
बार उसपर अपने गंदे हाथों को लगाते हो तो जाहिर सी बात है कि आपके हाथ के
बैक्टीरिया चेहरे पर लगेंगे और अगर वे आपके चेहरे पर लगेंगे तो बैक्टीरिया त्वचा
को हानि भी पहुँचायेगे. कहने का सीधा सा अर्थ ये है कि बेवजह आप अपने चेहरे पर भी
हाथ ना लगायें बल्कि समय समय पर उसे फेसवाश से साफ़ करते रहें ताकि चेहरे पर धुल
मिटटी ना जम सके.
· नाख़ून के नीचे ( Below the Nails ) : जहाँ तक नाखूनों की बात है तो लड़कियों को नाख़ून
बढाने का बड़ा शौक होता है. बिना लम्बे नाखूनों को वे खुद को अजीब महसूस करती है
किन्तु उनकी ये आदत उन्हें बीमारियों के करीब ले जाती है क्योकि नाखूनों में सबसे
अधिक गंदगी जमा होती है और उनके नीचे की त्वचा भी बहुत संवेदनशील होती है. इसलिए
ध्यान रहें कि आप नाखूनों को बढ़ने ना दें साथ ही उन्हें साफ़ भी रखें.
शरीर के ऐसे ही अन्य
संवेदनशील अंगों और उनमे संक्रमण होने के कारणों के बारे में अधिक जानने के लिए आप
तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
इन अंगों को सीधे ना छुएं |
इन
अंगों को सीधे ना छुएं, Sensitive Parts, Jald Pratikriya Dete Hai Ye Ang, Shrir ke
Naajuk Hisse, Inhe Hath Lagne se Ho
Sakta Hai Sankraman
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