प्याज़
और लहसुन न खाने के पीछे तथ्य ( Opinions of Refusing Onion Garlic in Diet )
भारत एक ऐसा देश है जहाँ कई तरह के धर्म, कई तरह की
संस्कृति है, साथ ही भारतीय संस्कृति
पुरे विश्व में बहुत विख्यात और प्रसिद्ध भी है. इन्हीं धर्मों से एक धर्म है हिन्दू धर्म.
हिन्दू धर्म में कोई भी कार्य बिना परम्परा और रीती रिवाजों के नहीं होता और यही
कारण है कि सभी इसकी तरफ आकर्षित होते है. हिन्दू धर्म की अनेक जातियां, उपजातियां
भी हैं, अनेक तरह के समाज हैं, जिसमें अपने रीती रिवाज, खान – पान और परम्पराएँ
हैं. इन्हीं में से एक समाज है जिसका नाम है ब्राह्मण समाज. आपने देखा होगा हमारे समाज में ब्राह्मण
अक्सर प्याज और लहसुन से परहेज करते हैं. CLICK HERE TO KNOW लहसुन की कली का देखें कमाल ...
Amrit se Upje Lahsun Pyaj Se Kyo Karte Hai Log Parhej |
इस परहेज
के सन्दर्भ में सभी की अपनी अपनी अलग राय
है. एक सर्वे में कुछ मत
सामने आयें है जिनके अनुसार कुछ
लोग प्याज और लहसुन का सेवन धार्मिक मान्यता के चलते नहीं करते है, तो कुछ इसके
पीछे वैज्ञानिक कारण बताते हैं. चलिये आज इस बात से जुड़े सभी पहलुओं को जानने और समझने की कोशिश करते
हैं. हम अपनी इस पोस्ट में आपको बता रहे हैं कि
आखिर ब्राह्मण प्याज और लहसुन से परहेज क्यों करते हैं.
प्याज
और लहसुन से जुड़ी पौराणिक कथा ( Ancient Legendary Story Related to Onion and
Garlic ) :
जब
समुद्रमंथन हो रहा था, उस दौरान समुंद्रमंथन
से निकले अमृत को जब विष्णु
भगवान देवताओं में बाँटने लगे तभी छल से
दो राक्षस राहू
और केतू भी वहीं देवताओं में आकर बैठ गए.
विष्णु भगवान ने उन्हें भी देवता समझा और अमृत की बूंदे उन्हें भी
दे दीं. लेकिन तभी सूर्य व चंद्रमा ने विष्णु भगवान
को बताया कि ये
दोनों देवता नहीं अपितु
राक्षस हैं. विष्णु
भगवान उनके इस छल से बहुत क्रोधित हुए और तुरंत उन दोनों के सिर धड़ से अलग कर दिए. CLICK HERE TO KNOW अदरक के दस 10 अनमोल आयुर्वेदिक गुण ...
अमृत से उपजे लहसुन प्याज से क्यों करते है लोग परहेज |
परंतु सिर
काटने से पहले अमृत उनके मुँह में जा चूका था लेकिन गले से नीचे नहीं उतर पाया था और उनके शरीरों में अमृत नहीं
पहुंच पाया था जिसकी वजह से उनका शरीर वहीँ नष्ट हो गया. लेकिन दोनों राक्षसों के
मुँह में अमृत जा चूका था, जिससे उनका मुँह अमर हो गया.
इसीलिए दोनों मुँह आज भी जिन्दा हैं. अब
सिर काटने से अमृत की कुछ बूंदें जमीन पर गिरी जिनसे प्याज और लहसुन का जन्म हुआ. अब ये दोनों सब्जियां अमृत
से उपजी इसलिए इनमें रोगों से लड़ने वाले अमृत समान गुण हैं. लेकिन ये राक्षसों के मुँह से होकर जमीन पर गिरी और इसलिए इनमें से तेज गंध आती है और
इसे अपवित्र माना जाता
है.
सामाजिक
कारण ( Social Causes ) :
- आध्यात्म में
बाधा ( Obstacle of Meditation or Spirituality ) : लहसुन और प्याज दोनों ही
गर्म होते हैं. ये शरीर में गर्मी पैदा कर ऊर्जा प्रदान करते हैं इसलिए ये तामसिक
भोजन की श्रेणी में आते हैं. दोनों ही शरीर को गर्मी देते हैं जिससे
व्यक्ति की काम वासना में इच्छा बढ़ने लगती है. इसके कारण मनुष्य का मन अध्यात्म से भटकने
लग जाता है. अध्यात्म
और भक्ति में मन को एक जगह केंद्रित करने के लिए वासना से दूर होना बहुत महत्वपूर्ण
माना जाता है. वैष्णव और जैन समाज सिर्फ लहसुन और प्याज ही नहीं ऐसी सभी चीजों
का परहेज करते हैं, जिससे कि शरीर या मन में किसी तरह की तामसिक और वासना
प्रवृत्ति को बढ़ावा मिले.
Why People Refuses Garlic and Onion |
- विधवाओं के लिए
वर्जित ( Forbidden for Widows ) : अक्सर ये माना जाता है कि विधवाओं को लहसुन और प्याज का सेवन नही करना चाहिए. इसके पीछे भी यही कारण है कि प्याज और लहसुन गर्म होते हैं
जो हार्मोंस को प्रभावित करते हैं. ये वासना के लिए प्रेरित करते हैं और
मन के भीतर कामेच्छा बढ़ाते हैं, इसलिए विधवाओं के लिए लहसुन और प्याज का
सेवन करना वर्जित कहा गया है. ये
सब कारण थे जिनकी वजह से ब्राह्मण प्याज और लहसुन खाने से परहेज करते हैं.
प्याज और लहसुन
के खाने में वर्जित होने के अन्य कारण या तथ्य जानने के बारे में अधिक जानने के
लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
शैतानी गुणों वाली सब्जी प्याज लहसुन |
शैतानी गुणों वाली
सब्जी प्याज लहसुन, Shastron mein Kyo Varjit Hai Lahsun Pyaj ka Sevan,
Brahman Pyaj Lahsun ka Sevan Kyo Nahi Karte, No Garlic No Onion No Health
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