छुहारे
( Dates )
छुहारों
के बारे में हम सभी जानते है और सिर्फ जानते ही नहीं बल्कि ये सभी के प्रिय भी
होते है. इसकी कुछ ख़ास बाते ये है कि ये आसानी से मिल जाता है, इनसे बने
पिंड खजूर खाने में बहुत ज्यादा स्वादिष्ट होते है और सबसे महत्वपूर्ण है कि इनमे
असंख्य औषधीय गुण होते है जिनकी वजह इसका अनेक रोगों के उपचार के लिए इस्तेमाल
होता है. अब आप सोच रहे होगे कि ऐसे कौन कौन से रोग है जिनमें छुहारे काम आते है
तो आओ आपको बताते है कि छुहारे हमारे लिए कितने काम की चीज है. CLICK HERE TO KNOW मुनक्का दाख खाने के फायदे ...
Chhuhare ki Ye Jankaari Aapko bhi nahi Hogi |
बड़े
काम की चीज छुहारा ( Very Useful Dates ) :
· बिस्तर पर पेशाब ( Urine in Bed ) : अगर कोई बच्चा बड़ा होने के
बाद भी बिस्तर में पेशाब करता है तो 250 ग्राम दूध में 2 छुहारे अच्छी तरह उबालें, इस तरह
छुहारे फूलने लगेंगे. अब दूध को ठंडा करें, फिर पहले बच्चे
वे छुहारे खाने के लिए दें और ऊपर से उसे दूध भी पिला दें. इस तरह इस उपाय को 1
सप्ताह तक करें बच्चा बिस्तर गिला करना बंद कर देगा. वैसे अगर आप बच्चे को सिर्फ
छुहारे भी खिलाते है तब भी उसे आराम मिलता है किन्तु बताये गए उपाय से शीघ्र
परिणाम मिलते है.
· खून बनाता है ( Makes Blood ) : शरीर में रक्त की कमी होने
पर या बलवान और हष्ट पुष्ट शरीर पाने के लिए रोजाना दूध में 2 छुहारे उबालकर खाएं.
इस उपाय से शरीर में मांस का निर्माण होता है और वजन बढ़ता है. ये बलवर्धक उपाय है
जो शरीर में शक्ति का संचार करता है.
· नपुंसकता ( Impotency ) : नपुंसकता को दूर करने और बल
वृद्धि के लिए बराबर मात्रा में उबले हुए छुहारों की गुठली और मिश्री मिलाकर खाएं.
एक अन्य उपाय के अनुसार आप रात को पानी में 5 -7 किशमिश और 2 छुहारे भिगों कर रख
दें, अगले दिन सुबह दोनों मेवों को दूध के साथ मिलाकर खाएं, जल्द ही नपुंसकता दूर होती है. CLICK HERE TO KNOW देशी उपचार के लिए अंगूर ...
छुहारे की ये जानकारी आपको भी नहीं होगी |
· कब्ज मिटायें ( Removes Constipation ) : रोजाना दिन में दो बार 3 – 3 छुहारे
खाएं और उसके ऊपर से हल्का गर्म पानी पियें. आप चाहे तो छुहारों को दूध में उबालकर
भी खा सकते हो. इस तरह छुहारों का सेवन करने से रक्त संचार नियंत्रित रहता है,
शरीर और स्नायु तंत्र की दुर्बलता खत्म होती है, साथ ही ये पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखता है. जिससे कब्ज या अन्य पेट के
विकार उत्पन्न नहीं होते.
· श्वास रोग ( Breathing Problems ) : श्वास रोग जैसेकि दमे से
आजकल बहुत ज्यादा लोग परेशान है. इन लोगों को प्रतिदिन 2 से 4 छुहारे दूध में
मिश्री डालकर उबालने है फिर छुहारों की गुठली निकालकर उन्हें खाना है और ऊपर से
वही मिश्री मिला हुआ दूध भी पीना है. इसे छाती और श्वास नली की सारी रूकावट खुलती
है और दमा व अन्य श्वास रोगों में आराम मिलता है. अगर पान में छुहारे और सौंठ को मिलाकर
कुछ दिनों तक चूसा जाएँ तो इससे भी श्वास रोग में आराम मिलता है.
· अंजनहारी ( Stye ) : अंजनहारी की समस्या होने पर
छुहारे के बीजों को पानी के साथ पिसें और गुहेरी बना लें, इस गुहेरी
से दिन में 2 – 3 बार लेप करें, इससे
निश्चित रूप से अंजनहारी में आराम मिलता है.
· कमर दर्द ( Back Pain ) : छुहारे से गुठली निकालें और
उसमें गुग्गल भर दें, अब इससे तवे पर सकें और दूध के साथ इसका सेवन करें. इस तरह आपको इस उपाय
को दिन में 2 बार अर्थात सुबह शाम अपनाना है. ये रीढ़ की हड्डी को बल देता है और
उसे लचीला बनाता है.
Unbelievable Qualities of Dates |
· कमजोरी दूर करे ( Removes Weakness ) : कमजोरी दूर करने के लिए आपको
ऐसे छुहारों की आवश्यकता पड़ेगी जिनमें गुठली नहीं होती, आप इन्हें
सुखाएं और पिसकर चूर्ण तैयार करें. इस चूर्ण में आप बादाम, पिस्ता,
चिरौंजी, मिश्री और शुद्ध घी मिलाकर रखें. जब
इस मिश्रण को 1 सप्ताह हो जाए तो इसका सेवन करें.
· गैस रोग ( Gastric Problem ) : गैस की समस्या आपको कहीं भी
शर्मिन्दा कर देती है, इससे बचने के लिए आपको बिना गुठली वाला 1 छुहारा, जयपाल
खोपरा 30 ग्राम और सेंधा नमक 2 ग्राम मिलाकर पिसना है और उसे अच्छी तरह छानना है.
अब इस औषधि की 3 खुराक बनाएं और 3 दिनों तक इनका गर्म पानी के साथ सेवन करें.
· आवाज साफ़ करें ( Makes Voice Clear ) : अगर किसी की आवाज तीखी है या
साफ़ नहीं है तो उन्हें रात के समय सोने से पहले दूध में उबले हुए छुहारे खिलाएं, साथ ही 2
घंटे बाद तक उसे पानी ना पीने दें, जल्द ही पीड़ित की आवाज
साफ़ होगी.
· अतिसार ( Diarrhea ) : दस्त की समस्या होने पर
छुहारे के पेड़ से निकलने वाले गोंद को पीसकर रखें लें और रोजाना सुबह और सांयकाल
के समय चाटें. ये उपाय हाजमें को दुरुस्त रखता है और दस्त में आराम दिलाता है.
बड़े काम की चीज है छुहारे |
· मसूड़ों में खून ( Bleeding Gums ) : वे व्यक्ति जिनके मसूड़ों से
खून या पस निकलती है उनको उनको दिन में 2 बार गाय के दूध में उबले हुए 3 छुहारों
का सेवन करना है और दूध को मिश्री मिलाकर पीना है.
· मधुमेह ( Sugar Diabetes ) : वहीँ मधुमेह से पीड़ित
रोगियों को जरूरी है कि वे दिन में 8 से 10 छुहारे गुठली निकालकर चूसें. इस उपाय
को 6 महीनों तक अवश्य अपनाएँ, शत प्रतिशत आपको लाभ मिलेगा.
· बुद्धि का विकास और
रक्तपित्त ( Develop Intelligence and Raktpitt ) : सबसे पहले तो दूध को उबालें
फिर उमसें 4 छुहारें डालें, दूध को पकने दें जब दूध पक जाए तो उसमें मिश्री मिलाएं. दूध के अच्छी तरह
पक जाने पर उसे ठंडा करें, छुहारों को गुठली निकालकर खाएं और
ऊपर से दूध पी जाएँ. ये उपाय बुद्धि के विकास में भी सहायक होता है.
इसके
अलावा भी अनेक रोगों के उपचार के लिए छुआरों का उपयोग किया जाता है. छुहारे के ऐसे ही अन्य
प्रयोगों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल
कर सकते हो.
Paushak Tatvon se Bharpur Chhuhaara |
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- भारंगी के जीवनदायी प्रयोग
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