सिंघाड़े
के स्वास्थ्य लाभ ( Health Benefits of Water Chestnut )
सिंघाड़ा
एक मौसमीय खाद्य पदार्थ है, इसलिए जब भी इसका मौसम आयें
आप भरपूर मात्रा में इसका सेवन करें क्योकि इसमें विटामिन ए और विटामिन सी भरपूर
मात्रा में पाया जाता है. यही वजह है कि सिंघाड़े को स्वास्थ्य के लिए परम हितकारी
भी माना जाता है. जहाँ इसको सुखाकर आयुर्वेदिक दवाएं बनाई जाती है वहीँ इसको
सामान्य रूप से खाने से भी अनेक लाभ मिलते है. इसके ऐसे ही लाभों और रोगों से
मुक्ति में इसके उपयोगों के बार में ही आज हम चर्चा करेंगे. CLICK HERE TO KNOW अंगूर के औषधीय गुण ...
सिंघाड़ा है एक उपहार |
· गर्भपात ( Miscarriage ) : अक्सर महिलाओं में देखा जाता
है कि उन्हें गर्भ का समय पूर्ण होने से पहले ही गर्भपात हो जाता है किन्तु अगर
उन्हें सिंघाड़ा खिलाया जाएँ तो उनके गर्भ को पूरा पोषण मिलता है, जिससे उनके भ्रूण में पल रहे
बच्चे और माता दोनों का स्वास्थ्य ठीक रहता है और गर्भपात नहीं होता.
· ल्यूकोरिया ( Leucorrhea ) : कुछ महिलायें जिन्हें 6 से 7 महीने के गर्भधारण के बाद
ल्यूकोरिया नाम की बिमारी अपना शिकार बना लेती है उन्हें दूध के साथ सिंघाड़े का
सेवन करना चाहियें. ये उनके लिए काफी लाभदायी रहता है और उन्हें रोगों से लड़ने की
शक्ति मिलती है. इसके अलावा गर्भ में बड़े हो रहे बच्चे के सही पोषण के लिए माताएं
सिंघाड़े के हलवे का सेवन भी कर सकती है. CLICK HERE TO KNOW आयुर्वेद में अनार के लाभ ...
Singhaada Hai Ek Uphar |
· गंठू ( Tonsil ) : आयोडीन की कमी की वजह से गले
में अनेक रोग हो जाते है जिनमें मुख्य है घेंघा, गंठू, तुतलाहट, प्रदाह इत्यादि. इस अवस्था
में पीड़ित व्यक्ति को सिंघाड़े का ताजा फल खाना चाहियें या फिर वे सिंघाडे को सुखा
लें और उसका चूर्ण बना लें. इस चूर्ण को रोजाना दिन में 2 बार दूध के साथ लें. जल्द ही
गले के सारे रोग ठीक हो जायेंगे.
· लू लगने पर ( for Heat Stroke ) : गर्मियों में लू लगना कोई
नयी बात नहीं है क्योकि उस वक़्त गर्म हवाएं चलती रहती है. लेकिन उससे बचाव जरूरी
है. जिससे बचने के अनेक उपाय है जैसेकि आम की पपड़ी खाना, प्याज का सेवन इत्यादि. इन
उपायों के अलावा आप सिंघाड़े का सेवन भी कर सकते हो. इसके दो फायदे होते है एक तो
ये लू से बचाता है साथ ही ये अंदरूनी रूप से शरीर को ठंडा भी रखता है.
· थायराइड ( Thyroid ) : सिंघाड़े में मैगनीज, आयोडीन इत्यादि अनेक मिनरल्स
पाए जाते है जो थायराइड जैसे भयानक बिमारी को दूर रखते है, ये दोनों मिनरल घेंघा रोग की
रोकथाम में भी काम आते है.
· वजन शक्ति बढायें ( Increase Weight and Power )
: इसके अलावा सिंघाड़े में
स्टार्च की भी प्रचुर मात्रा होती है, स्टार्च ना सिर्फ मोटा करने
में मदद करता है बल्कि शरीर को शक्ति भी प्रदान करता है. इसलिए पतले व्यक्तियों को
वजन को बढाने सिंघाड़े सुखाकर उनका चूर्ण तैयार करना चाहियें और उसको रोजाना दूध के
साथ दिन में दो बार लेना चाहियें.
· रक्त प्रदर ( Blood Leucorrhoea ) : क्या आपको पता है कि सिंघाड़े
के आटे की रोटियां खाने से रक्त प्रदर रोग भी ठीक होता है, साथ ही इससे शरीर में रक्त
की कमी पूरी होती है.
Water Chestnut is a Gift for Health |
· प्यास बुझाये ( Remove Thirst ) : इसमें एक ख़ास गुण ये भी होता
है कि इसको खाने के बाद प्यास नहीं लगती, इसका कारण इसमें पानी की बड़ी
मात्रा का होना है. जिस तरह इसमें पानी की कमी नहीं है ठीक उसी तरह ये हमारे शरीर
में भी पानी की कमी नहीं होने देता.
· प्रमेह ( Gonorrhea ) : ग्रंथों में सिंघाड़े को इसके
गुणों को देखते हुए श्रृंगारक नाम दिया गया है. इसलिए अगर कोई व्यक्ति विसर्प रोग
से पीड़ित हो या प्रमेह के रोग से परेशान हो तो उसे भी सिंघाड़े का सेवन अवश्य करना
चाहियें.
· झुर्रियाँ कम करें ( Remove Wrinkles ) : औरतों के लिए खुशखबरी ये है
कि सिंघाड़े में एंटीओक्सिडेंट की भी कोई कमी नहीं होती. तो इस तरह ये चेहरे की
सुंदरता को बनाए रखें और झुर्रियों को हटाने में भी सहायक सिद्ध होता है. इसका
सेवन करने वाले लोगों को सूरज की किरणों से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों से होने
वाले नुकसान का भी ख़तरा नहीं रहता.
· दाद खाज खुजली मिटाये ( Good in Itches and
Ringworms ) : अगर सूखे सिंघाड़े के पाउडर
में निम्बू का रस मिलाकर दाग पर लगाया जायें तो दाद तुरंत ठीक हो जाएगा. किन्तु हम
आपको बता दें कि जब आप इसको लगा रहे होगे तो पहले आपको हल्की सी जलन भी महसूस होगी
किन्तु जल्द ही ठंडक का भी आभास होगा और इस तरह ये दाद से छुटकारा दिलाएगा.
· फटी एड़ियों में लाभकारी ( Beneficial in Cracked Heels
) : कुछ महिलाओं में एड़ियाँ फटने
की बड़ी शिकायत होती है, इस तरह एड़ियों के फटने का
कारण शरीर में मैगनीज की कमी होता है. किन्तु सिंघाड़े में ऐसे तत्व पाए जाते है जो
खाने से मैगनीज को तुरंत सोख लेते है इस तरह शरीर में मैगनीज की कमी नहीं होती और
ना ही एड़ियाँ फटती है.
सिंघाड़े कितना उपयोगी है |
· पाचन प्रणाली स्वस्थ रखें ( Keeps Digestive System
Healthy ) : किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को
अपनी पाचन प्रणाली को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए रोजाना 5 से 10 ग्राम की मात्रा में सिंघाड़े
का चूर्ण या सिंघाड़े खाने चाहियें. अगर आप अधिक मात्रा में सिंघाड़े खाते है तो ये
पेट में गैस बनाना आरंभ कर देता है जिसकी वजह से आप भारीपन महसूस करोगे. इसके
अलावा इस बात को भी ध्यान रखें कि सिंघाड़ा खाने के तुरंत बाद आप पानी कभी भी ना
पियें. ये पेट में दर्द करता है.
· रक्तवृद्धि ( Increase Blood ) : रक्त की कमी या एनीमिया के
रोगियों को एक उपाय के अनुसार खून की मात्रा को बढ़ाये रखने के लिए सिंघाड़े का सिका
हुआ आटा और उतनी ही मात्रा में पिसा हुआ खजूर लेना है. इनके मिश्रण को भी आप कुछ
देर सेंक लें और उसकी छोटी छोटी गोलियाँ बनाएं. इन गोलियों में से 3 – 4 गोलियाँ आप रोजाना सुबह
चूसें और उसके ऊपर से दूध पी जाएँ. ये उपाय चमत्कारिक तरीके से रक्त में वृद्धि
करता है. ये मन को खुश, शांत रखता है और चेहरे पर
लाली भी लाता है.
सिंघाड़े
के ऐसे ही अन्य स्वास्थ्यवर्धक लाभदायी उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे
कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Singhaade ka Vibhinn Rogon mein Upyog |
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Behtarin Gunon se Bhara Singhada
- धन प्राप्ति में बाधक है मकड़ी के जाले
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