सेमल
( Cotton Tree / Semal Tree )
सेमल
अर्थात कॉटन ट्री. ये एक ऐसा पेड़ है जिसकी रुई का इस्तेमाल हम तकियों में भरने के
लिए करते है, इसकी रुई इतनी नर्म और आराम देह होती है कि इसकी रुई से भरे तकियों को
इस्तेमाल करने वाले व्यक्तियों को चैन की और अच्छी नींद आती है. वैसे तो सेमल का
पेड़ उष्ण कटिबंधीय है किन्तु इस पेड़ में वसंत ऋतू के आगमन से पहले ही लाल फुल लगते
है जिनमें 5 पंखुडियां भी होती है. जबकि इसका फल एक कैप्सूल की आकृति के जैसा
दिखाई देता है और इसके तने में मजबूत 1 इंच लम्बे कांटते भी लगे होते है जिसका
कारण उस क्षेत्र में पानी की कमी है. जब इसका फुल पकने लगता है तो उसमें सफ़ेद रंग
के रेशे निकलने लगते है जैसे कि कपास में निकलते है. इस कॉटन ट्री का प्रयोग
ना सिर्फ तकियों में रुई भरने के लिए ही किया जाता है बल्कि ये कई रोगों से भी
सुरक्षा प्रदान करता है. CLICK HERE TO KNOW एक वरदान है बरगद का पेड़ ...
Semal par Chhayi hai Bahaar |
सेमल
का रोगों में प्रयोग ( Use of Cotton Tree to Cure Diseases ) :
· चेहरे के फोड़े फुंसियाँ ( Skin Pimples and Boils ) : अगर चेहरे पर फोड़े, फुंसियाँ
निकाल आये तो आप इसकी छाल या फिर काँटों को पानी में घिसकर लेप बनाएं और उसे
फुंसियों पर इस्तेमाल करें. जल्द ही उनमें आराम मिलता है.
· आंव ( Colitis ) : वहीँ इसके फुल के डोंडों से
बनी सबकी को खाने से आंव जैसे रोगों से भी मुक्ति मिलती है.
· शारीरिक कमजोरी ( Physical Weakness ) : जबकि शारीरिक कमजोर होने पर आप
इसके डोंडों का पाउडर बनायें और रोजाना सुबह शाम 1 चम्मच पाउडर 1 चम्मच घी के साथ
पियें. इसके ऊपर आप 1 ग्लास दूध भी अवश्य पी जाएँ.
· स्तन में दूध की कमी ( Deficiency of Milk in
Breast ) : अगर प्रसव के बाद किसी महिला
के स्तनों में दूध नहीं उतरता तो उसके शिशु को जरूरी पौषक तत्व नहीं मिल पाते और
उसे अपने जीवन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसी अवस्था में माताओं को
सेमल के पेड़ की जड़ निकालकर उसकी छाल का पाउडर बनाना चाहियें और उसका दूध के साथ
सेवन करना चाहियें. CLICK HERE TO KNOW आक के पौधे को ना समझे बेकार ...
सेमल पर छाई है बहार |
· स्तन में शिथिलता ( Saggy Breast ) : लेकिन स्तनों के लटक जाने या
शिथिल हो जाने पर आप इसके काँटों की गाँठ को घिसकर लेप बनायें और उससे स्तनों की
मसाज करें.
· प्रदर रोग ( Leucorrhoea ) : गर्मियों में अक्सर प्रदर
रोग होने की संभावना बढ़ जाती है इस अवस्था से बाहर आने के लिए आपको इसके तने की
छाल को सुखाकर उसका चूर्ण तैयार करना है और उसे शहद के साथ नियमित रूप से ग्रहण
करना है.
· जलने पर ( On Burning Part ) : जलने वाले स्थान पर इसकी छाल
के लेप को लगाने से शीतलता मिलता है और पीड़ित व्यक्ति को कुछ देर तक राहत मिलती
है.
· शरीर की गर्मी दूर करे ( Remove Body Heat ) : शरीर में अधिक गर्मी आँखों
और मस्तिष्क के लिए काफी खतरनाक हो सकती है, इसलिए आपको सेमल के गोंद को
रात को सोते समय पानी में भिगो कर रखना है. अगले दिन सवेरे आप उसमें मिश्री डालें
और पानी के साथ ग्रहण करें. इससे शरीर की गर्मी बाहर निकलती है और शरीर में एक नयी
ऊर्जा और ताकत संचालित होती है.
Do You Know about Semal Cotton Tree Bombax |
· खांसी ( Cough ) : खांसी होने पर या कफ़ जमने पर
भी आप सेमल का प्रयोग कर सकते हो. उसके लिए आपको इसकी जड़ के चूर्ण में काली मिर्च
पाउडर और सौंठ पाउडर मिलाकर प्रयोग में लाना है.
· रुई का प्रयोग ( Use of Cotton ) : हर वृक्ष की तरह जब सेमल के
फल भी पक जाते है तो वे भी नीचे गिर जाते है, इनके फलों में रुई लगी होती है
जिन्हें अलग करके अलग अलग कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है. इसकी रुई मुलायम और
बहुत आरामदायक होती है इसलिए इनका प्रयोग मुख्यतः तकिये बनाने के लिए किया जाता
है.
सेमल
के पेड़ के ऐसे ही अन्य स्वास्थ्यवर्धक लाभों और इसकी रुई के अन्य उपयोगों के बारे
में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
नर्म आरामदायक तकियों के लिये रुई |
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mein Jante Hai
- मृत्यु के अनसुने राज
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