मधुमालती
का पौधा ( Madhumaalti Plant )
प्रकृति
ने हमे हमारी हर समस्या का समाधान दिया है बस जरूरत है तो उसे खोजने की और उसका
प्रयोग करने की. मधुमेह आज की शायद सबसे अधिक परेशान करने वाली बिमारी है जिससे
मुक्ति पाने के लिए व्यक्ति अपनी उम्र भर की कमाई तक को इस्तेमाल करने से नहीं
घबराता, किन्तु उसका इलाज उन्हें मुफ्त में प्रकृति से मिल सकता है. मधुमालती,
प्रकति दवारा दिया एक ऐसा सौम्य पौधा है जो मधुमेह से छुटकारा
दिलाने में इस्तेमाल किया जाता है.
मधुमालती
का पौधा कम पानी और जमीन में भी उग जाता है, इसकी हरी हरी पत्तियाँ शीतल
छाया प्रदान करती है इसमे रंग बिरंगे खुशबुदार फुल आते है और ये पुरे साल हरा भरा
रहता है. ये पौधा जिस घर में होता है उस घर की आभा और सुंदरता दोनों को बढ़ा देता
है इसलिए इसे अनेक लोग अपने घर या ऑफिसों में भी लगाते है. इस पौधे की लताएँ होती
है जिनको अधिक देखभाल की जरूरत भी नहीं होती और ये इतनी नर्म होती है कि इनकी
आसानी से काट छांट भी की जा सकती है. इसकी लताएँ अधिक कार्बनडाई ऑक्साइड को
अवशोषित करके अधिक ऑक्सीजन भी पर्दान करती है. जबकि इसके पत्ते धुल इत्यादि को घर
में आने से रोकते है. CLICK HERE TO KNOW सत्यनाशी का पौधा भरे हर घाव ...
Madhumalti se Mitaayen Madhumeh |
मधुमालती
के पौधे की लताओं के पत्ते अपने पानी को वाष्पीकृत कर देते है जिससे इस पौधे के
आसपास का वातावरण शीतल बना रहता है हवा का सूखापन कम होता है. अगर इन्हें घरों पर
लगाया गया है तो इसकी लताये दीवार को घेर लेती है जिससे दीवारों पर अधिक धुप भी
नहीं पड़ती और घर का तापमान भी नियंत्रित रहता है. तो इस तरह ये हमारे आसपास के
वातावरण को साफ़ और स्वच्छ रखता है, अब बात करते है इस पौधे के
रोगों में उपयोग की.
मधुमालती
का रोगों में उपयोग ( Use of Madhumalti in Diseases ) :
· मधुमेह ( Diabetes ) :
- जैसाकि हमने पहले भी बताया
था कि ये पौधा मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत उपयोगी रहता है, इसका प्रयोग
करने के लिए आप रोजाना इसकी पत्तियों और फुल का जूस पियें.
- आयुर्वेद में मधुमालती का
प्रयोग करके एक दवा बनाई जाती है जिसका नाम है कुसुमाकर. आप उस दवा को 2 से 5
ग्राम की मात्रा में दिन में दो बार लें, उसके प्रयोग से मधुमेह भी दूर
होगा, शरीर को ताकत भी मिलेगी और हार्मोन भी स्वस्थ रहेंगे.
- आप करेले, खीरे या
टमाटर में मधुमालती की कुछ पत्तियाँ डालकर उनका जूस निकालें और उसे रोजाना खाली
पेट लें. CLICK HERE TO KNOW आयुर्वेद का अमृत गिलोय ...
मधुमालती से मिटायें मधुमेह |
- इसके अलावा आप रोजा इसके 3 – 4 ग्राम
फूलों से रस निकालें और उसमें पीसी हुई मिश्री मिलकर ग्रहण करें, ये उपाय भी अति कारगर सिद्ध होता है.
· पेट दर्द ( Stomach Pain ) : अगर किसी व्यक्ति को लगातार
पेट दर्द रहता है या उसका पाचन तंत्र सही नहीं है तो उसे इसकी पत्तियों और फूलों
से बना रस पिलाना चाहियें तुरंत आराम मिलेगा.
· सर्दी ( Cold ) : बच्चों को अक्सर सर्दी जुखाम
हो जाता है ऐसे में उन्हें मधुमालती के 1 ग्राम फुल और 1 ग्राम तुलसी के चूर्ण से
काढा बनाकर पिलाने से आराम मिलता है. क्योकि ये पूर्ण रूप से प्राकृतिक है तो इससे
किसी तरह के नुकसान होने की संभावना भी नहीं होती.
मधुमालती
के पौधे से मधुमेह में राहत पाने के अन्य प्रयोग के बारे में अधिक जानने के लिए आप
तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Madhumalti Plant Treats Sugar Diabetes |
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- गालों का रंग खोलता है आपके चरित्र के राज
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