भृंगराज
( Bhringaraj )
भृंगराज
का नाम काफी विख्यात है महिलायें इसके बारे में अधिक जानती है क्योकि भृंगराज का
प्रयोग मुख्य रूप से केशों के लिए किया जाता है. किन्तु इसके अन्य औषधीय गुण भी है, जिनके बारे
में शायद कोई भी नहीं जाता. अगर इसका सही तरह से प्रयोग किया जाए तो इससे कैंसर से
ग्रस्त रोगियों का इलाज भी संभव होता है. तो आइये जानते है भृंगराज के कायाकल्प कर
देने वाले महत्वपूर्ण गुण.
भृंगराज
के औषधीय गुण ( Medical Benefits of Bhringraaj ) :
· बाल काले करे ( Keeps Hair Black and Shiny ) : जैसाकि आप जानते है कि
भृंगराज का इस्तेमाल बालों को लम्बे घने और काले करने के लिए किया जाता है. इसको
प्रयोग करने के लिए आपको रात के समय भृंगराज तेल से या इसकी ताज़ी पत्तियों के रस
से सिर की मालिश करके सोना है. CLICK HERE TO KNOW बाल बढाने के सपने को करें पूरा ...
Kayakalp Badalne mein Saksham Hai Bhringraaj |
· पेट खराब होने पर ( Remove Stomach Disorder ) : पेट में किसी तरह की समस्या
होने पर आपको भृंगराज की सुखी पत्तियों से बना चूर्ण 10 ग्राम की मात्रा में 1
कटोरी दही के साथ खाना है. इस उपाय को 3 दिनों तक दिन में 2 बार अपनाने से ही आपको
पेट से सम्बंधित सभी रोगों से निजात मिल जाती है.
· पीलिया ( Cures Jaundice ) : पीलिया को एक जानलेवा बिमारी
के रूप में देखा जाता है किन्तु भृंगराज के सामने ये कुछ नहीं. तो किसी व्यक्ति को
पीलिया होने पर उसे पुरे भृंगराज के पौधे से तैयार पाउडर में समान मात्रा में
मिश्री मिलाकर खिलाएं. जैसे ही 100 ग्राम पाउडर रोगी के पेट में जाता है वासी ही
उसका पीलिया खत्म हो जाता है. एक अन्य उपाय के अनुसार आप इसके पौधे को क्रश करें
और इसका 10 ग्राम जूस निकालें. अब इस जूस में 1 ग्राम काली मिर्च डालें और मरीज को
पिला दें. दिन में 3 बार इस प्रयोग को अपनाएँ 3 दिनों में पीलिया गायब हो जाता है. CLICK HERE TO KNOW शिलाजीत के अनगिनत स्वास्थ्यवर्धक गुण ...
कायाकल्प बदलने में सक्षम है भृंगराज |
· गुदाभ्रंश ( Treats Gudabhransh ) : ऐसी अवस्था में आपको भृंगराज
की जड़ और हल्दी की चटनी मिलाकर एक मलहम तैयार करना है और उसको मल द्वार पर लगाना
है. ये उपाय अपनाया हुआ और एक सफल उपाय है तो इसे अवश्य अपनाएँ. साथ ही इसे कीड़ी
काटने के रोग में भी प्रयोग में लाया जा सकता है.
· सफ़ेद दाग ( Removes White Stain Marks ) : सफ़ेद दाग के इलाज के लिए उस
भृंगराज के पौधे को इस्तेमाल में लाया जाता है जिसकी पत्तियाँ और शाखायें काली हो.
अगर आपको ऐसा भृंगराज मिल जाए तो उसे सबसे अहले आग पर सेंकें और खा जाए. इस तरह आपको
रोजाना 1 पौधा खाना है और ये उपाय 4 माह तक चलेगा.
· गर्भस्त्राव ( Gives Power to
Abortifacient ) : अगर किसी महिला को गर्भस्त्राव का रोग
है तो उन्हें अपने गर्भाशय को शक्तिशाली बनाने की आवश्यकता है. इसके लिए उन्हें
भृंगराज की ताज़ी पत्तियों से रस निकालना है और 5 से 6 ग्राम की मात्रा में दिन में
2 बार पीना है.
· आँखों की रौशनी ( Improve Eyesight ) : रोजाना सुबह खाली पेट 1
चम्मच शहद के साथ 3 ग्राम की मात्रा में भृंगराज की पत्तियों का चूर्ण खाएं. इससे
आँखों की रौशनी बढती है और चश्मा उतर जाता है.
Medical Use Benefits of Bhringraaj |
· तुतलाना ( Good for Those Who Lisp ) : वे लोग जो साफ़ नहीं बोल पाते
या जिन्हें बोलने में दिक्कत महसूस होती है उन्हें रोजाना 10 ग्राम की मात्रा में
इस पौधे के रस को देशी घी के साथ पीना है. 1 माह के अंदर ही रोगी को खुद में फर्क
दिखना आरम्भ हो जाएगा.
· बालों का स्वास्थ्य ( Keeps Hair Healthy ) : हमारे शरीर का स्वास्थ्य
हमारे लिए सर्वोत्तम होता है और बाल भी हमारे शरीर का ही एक हिस्सा होते है तो
उनके स्वास्थ्य के लिए आपको त्रिफला के चूर्ण की भृंगराज के रस के साथ 3 भावना
देनी है और फिर उसे सुखाकर रोजाना ½ चम्मच की मात्रा में पानी के साथ निगलना है. ये
उपाय बालों की सम्पूर्ण देखभाल करता है. किन्तु ध्यान रहें कि इसे खुद बनाने का
प्रयास ना करें बल्कि किसी अच्छे वैद्य की सहायता अवश्य लें.
· यकृत को स्वस्थ रखें ( Keeps Liver Healthy ) : माना जाता है कि ये यकृत के
सभी रोगों को दूर करने में सक्षम है. किन्तु इसके लिए एक तपस्या करनी पड़ती है
ज्सिमें आपको इसका 10 ग्राम ताजा रस पीना है. उस दिन आप कुछ नहीं खा सकते सिर्फ
दूध के सहारे ही आपको रहना होता है. साथ ही इस उपाय को 1 माह तक अपनाना है, इसीलिए इसे
एक तपस्या की उपाधि भी दी गयी है. ऐसा करने से कायाकल्प भी संभव हो जाती है.
· एसिडिटी ( Good in Acidity ) : एसिडिटी हो जाने पर आपको
भृंगराज के पौधे को सुखाना है और उसका चूर्ण तैयार करना है. अब हर्रा के फूलों का
चूर्ण लें और उसमें समान मात्रा में गुड मिलाएं. अब इन सभी को मिलाकर एक मिश्रण
तैयार करें और इसका सेवन करें. जल्द ही एसिडिटी दूर हो जाती है और आप स्वस्थ रह
पाते है.
भांगरा भृंगराज के अदभुत प्रयोग |
· आधासीसी ( Cures Migraine ) : सिर के दर्द में सबसे खतरनाक
माने जाने वाले आधासीसी के दर्द से राहत पाना इतना आसान नहीं है किन्तु भृंगराज
इसे भी संभव बनाने में सक्षम है. इसके लिए आपको भृंगराज की पत्तियों को बकरी के
दूध के साथ उबालना है और बकरी के इस दूध के ठंडा हो जाने पर उसे नाक में डालना है.
ये उपाय शीघ्र ही अपना कार्य करता है जिसका सबुत आपको आपको कुछ दिनों के प्रयोग के
बाद ही मिल जाता है.
· हर्बल शैम्पू ( Use as Herbal Shampoo ) : भृंगराज को एक हर्बल शैम्पू
की तरह इस्तेमाल करने के लिए आपको आंवले, शिकाकाई, रीठा, नीम, कालातिल और भृंगराज
के पत्तों को पीसकर एक लेप तैयार करना है और उसे बालों की जड़ों में लगाना है. ये
बालों की जड़ों को मजबूती देता है और उन्हें स्वस्थ रखता है.
भृंगराज
के ऐसे ही अन्य चमत्कारिक औषधीय गुणों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत
नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Bhringraaj ke Aushdhiya Gun |
Kayakalp
Badalne mein Saksham Hai Bhringraaj, कायाकल्प बदलने में सक्षम है भृंगराज, Medical Use Benefits of
Bhringraaj, भांगरा
भृंगराज के अदभुत प्रयोग,
Bhringraaj ke Aushdhiya Gun, Bhringraaj, भृंगराज, Baalon ki Sehat Sudhaare Bhringraaj,
Bhringraaj Churn Tel Lep
- सर्प के काटने पर करें ये प्रयोग
YOU MAY ALSO LIKE
No comments:
Post a Comment