सहजन ( Drumstick )
सहजन वो हरी सब्जी है जो फली के सामान लम्बी होती है, बाजारों में भी ये बहुत अधिक मात्रा में बिकती है किन्तु हममे से अनेक ऐसे लोग
भी है जो इन्हें देखकर भी अनदेखा कर देते है इसका मुख्य कारण है कि वे इसके गुणों
से अनजान है. सहजन के पौधे के लगभग हर भाग को पुराने समय से ही विभिन्न रोगों से
मुक्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ये शरीर को बल और मजबूती प्रदान करता है. इसके अनेक पौषक तत्वों को
देखते हुए ही आयुर्वेद ने भी सहजन की छाल, फुल, पत्ती, जड़ और गोंद को आयुर्वेद में
शामिल किया है. तो आओ जानते है कि सहजन के किस भाग को किस रोग से मुक्ति के लिये
इस्तेमाल किया जाता है. CLICK HERE TO KNOW एक बहुउपयोगी औषधि बथुआ ...
Sahjan ke Swasthya Laabh |
· सहजन का फुल ( Drumstick Flower ) :
§ मर्दाना ताकत ( Masculine Power ) : वे पुरुष जिनको अपनी
मर्दाना ताकत में कमजोरी महसूस होती है या शारीरिक संबंध बनाते वक़्त असहज महसूस
करते है उन्हें रोजाना सहजन या मुनगा के फूलों के रस को गाय के दूध के साथ लेना
चाहियें. कुछ दिनों के पश्चात उनकी मर्दाना ताकत में इजाफा होगे. महिलायें भी अपनी
कमजोरी को दूर करने के लिए इसका प्रयोग कर सकती है.
· सहजन की छाल ( Bark of Drumstick ) :
§ शीघ्रपतन ( Premature Ejection ) : आज के इस बदलते समय
में शीघ्रपतन रोग निरंतर बढ़ता चला जा रहा है, जिससे बचने के लिए
रोगी को सहजन की छाल को सुखाकर उसका पाउडर बनाना है और उसमें शहद और पानी मिलाकर
उसका सेवन करना है. इसे शीघ्रपतन का अचूक इलाज माना जाता है, इसलिए रोगी इसे करीब एक सप्ताह तक तो जरुर अपनाएँ, तभी उन्हें मनवांछित फल प्राप्त होता है. ये पुरुषों के द्रव की गुणवत्ता को
बढाने में भी सहायक होता है. CLICK HERE TO KNOW धनिया के 8 चमत्कारी फायदे ...
सहजन के स्वास्थ्य लाभ |
§ वात, कफ़ ( Air and Cough
Problem ) : सहजन की छाल को पीसकर उसका उसका पाउडर बनाने से और उस पाउडर को शहद के साथ
लेने से आपको वात और कफ़ जैसे रोगों से मुक्ति मिलती है.
§ पित्ताशय की पथरी ( GallStones ) : पिताशय की पथरी को
बाहर निकालने के लिए आप इसकी छाल, सेंधा नमक और हिंग
को मिलाकर एक काढा तैयार करें. उस काढ़े को आप रोजाना ग्रहण करें, कुछ दिनों के प्रयोग के बाद आपको खुद ही फर्क नजर आने लगेगा.
· सहजन की पत्तियाँ ( Drumstick Leaves ) :
§ पेट के कीड़े ( Stomach Worms ) : आप सहजन की करीब 50
से 60 ग्राम पत्तियाँ लें और उनकी चटनी तैयार कर लें और इसको सुबह शाम खाने के साथ
लें. चटनी को बनने के लिए आपको पत्तियों को अच्छे से कुचलना है और उसमें थोडा सा
नमक और मिर्च डालनी है. इस मिश्रण को आप तवे पर ½ चम्मच तेल डालकर भुन लें, आपकी चटनी तैयार है. इस चटनी को आप सप्ताह में 2 बार अवश्य खाएं आपके पेट के
कीड़े अपने आप बाहर निकल जायेंगे.
Health Benefits of Drumstick |
§ टीबी और अस्थमा ( Tuberculosis and Asthma ) : वहीँ अगर आप सहजन की
पत्तियों का सूप बनाकर उसका इस्तेमाल करते हो तो आपको टीबी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्या से भी निजात मिलती है, अपने सूप की गुणवत्ता और स्वाद को बढाने के लिए आप उसमें नीम्बू का रस, सेंधा नमक और काली मिर्च भी मिला सकते हो.
§ पीलिया, कॉलरा और डीसेंट्री ( Jaundice, Cholera and Dysentery ) : साथ ही आप 1 लोटे
में 1 ग्लास नारियल पानी, थोड़ी सहजन की ताज़ी
पत्तियों का रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर उसका सेवन करें. इसका सेवन करने से आपको
पीलिया, डायरिया, डीसेंट्री जैसे अनेक रोगों से निजात मिलती है.
§ यूरिया ( Urea ) : कुछ लोगों के पेशाब
में अधिक मात्रा में यूरिया जाता है ये उनके शरीर में बहुत कमजोरी पैदा कर देता
है. इस स्थिति में पीड़ित को सहजन की पत्तियों का रस निकालना है और उसमे खरे या फिर
गाजर का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीना है. इससे उन्हें तुरंत आराम मिलता है.
§ मुंहासें ( Acne ) : सभी को अपनी त्वचा
की काफी फिक्र होती है इसीलिए सभी कोई ना कोई क्रीम अपने चेहरे पर लगाते है किन्तु
क्योकि वे सब क्रीम केमिकल को मिलाकर
बनायी जाती है तो उनसे कुछ साइड इफ़ेक्ट होने का ख़तरा बना रहता है. लेकिन
अगर आप उनके स्थान पर सहजन के रस में नीम्बू का रस मिलाकर लगाते हो तो इससे चेहरे
पर मुंहासे, काले धब्बे, झुर्रियाँ इत्यादि नहीं होती. ये आपकी त्वचा को जवान बनाता है और चेहरे पर एक
कांति लाता है.
कई रोग भागता है मुनगा |
§ आँखों की रौशनी ( Improve Eye Sight ) : इसकी पत्तियों में
अनेक तरह के विटामिन होते है, खासतौर से विटामिन ए
जो आँखों की रौशनी के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, साथ ही ये त्वचा को
जवान रखने में भी मददगार सिद्ध होता है और आप समय से पहले बूढ़े नहीं होते.
§ रक्तशुद्धि ( Blood Purification ) : एक अन्य उपाय के
अनुसार आप सहजन की पत्तियों का सूप बनाकर पी जाएँ, इससे आपके रक्त से
सभी अशुद्धियाँ दूर होती है और आपका रक्त अंदर से आफ होता है, ये दिल को भी मजबूती प्रदान करता है, क्योकि आपका रक्त
साफ़ है तो ये आपकी खूबसूरती को बढाने के लिए भी लाभदायी होता है.
§ गठिया और वायु विकार
( Arthritis and
Air Disorder ) : इसके अलावा अगर आपको गठिया
रोग सता रहा है तो आप इसकी पत्तियों से एक काढा निर्मित करें और उसे प्रातःकाल के
समय पियें, ये काढा तीव्रता से कार्य
करता है और चमत्कारिक ढंग से गठिया व वायु रोगों से मुक्ति दिलाता है.
§ कान दर्द ( Ear Pain ) : कान में फुंसी हो
जाने या अधिक मैल के होने पर कानों में दर्द होना आरम्भ हो जाता है किन्तु इस
स्थिति में भी आप सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते है. आपको बस सहजन की
पत्तियों का रस निकालकर उसे कानों में डालना है.
§ घाव भरे ( Fills Wound ) : अगर इसकी पत्तियों
को पीसकर उसे किसी घाव या सुजन पर लगाया जाए तो इससे उसका घाव जल्दी भर जाता है.
अगर घाव बड़ा हो तो आप इसकी पत्तियों से बने इस लेप को पट्टी के साथ घाव पर बंद
दें.
Gunon se Bharpur Sahaj Sahjan |
· सहजन की जड़ ( Drumstick Root ) :
§ मलगम ( Cough ) : चाहे आप किसी भी
पौधे या औषधि की जड़ ले लें, वे देखने में अजीब
और खाने में अजीब व कडवी ही लगती है, किन्तु सहजन की जड़ फेफड़ों के लिए एक बेहतर टॉनिक होती है और उनमे जमे सारे
मलगम को बाहर निकालती है. तो आप भी सहजन की जड़ का पाउडर बनाकर उसे पानी या दूध के
साथ लें.
§ हड्डियों को मजबूती
( Gives Strength
to Bones ) : इसके अलावा इसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और सीलीयम की मात्रा भी अधिक पायी जाती है और आप तो जानते ही हो कि
ये सब हड्डियों के लिए कितना फायदेमंद होता है. तो सहजन की जड़ हड्डियों के स्वस्थ
के लिए भी उत्तम मानी गयी है.
§ मिर्गी ( Epilepsy ) : वे लोग जिन्हें
मिर्गी के दौरे पड़ते है उन्हें सहजन की जड़ से काढा तैयार करना है, काढ़े में आप सेंधा नमक और हिंग को डालना बिलकुल भी ना भूलें. इस उपाय को आप
कुछ दिनों तक नियमित रूप से अपनाएँ. आपको शत प्रतिशत आराम मिलेगा.
· सहजन के बीज ( Drumstick Seeds ) :
§ त्वचा का रंग ( Skin Color ) : जब त्वचा की
कोशिकायें मर जाती है तो चेहरे पर शुष्कता बन जाती है, जिसे सन टन भी कहते है, इस अवस्था में ऐसा
प्रतीत होता है जैसे त्वचा का रंग ही कहीं खो गया है. किन्तु इन मृत कोशिकाओं को
दुबारा से जीवन प्रदान करने के लिए आप सहजन के बीजों से एक पेस्ट तैयार करें और
उसी अपनी त्वचा पर लगाएं. देखें कुछ ही दिनों में चेहरे की शुष्कता खत्म हो जायेगी
और चेहरा पहले की तरह खिला खिला हो जाएगा.
300 Rogon ki Davaa hai Sahjan |
· सहजन का गोंद ( Drumstick Glue ) :
§ जोड़ों का दर्द और
दमा ( Joint Pain and
Asthma ) : आप सहजन के गोंद को जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए और श्वास संबंधी रोगों
को दूर करने के लिए भी कर सकते हो. इसके लिए आप इसके गोंद से लड्डू बनाकर इस्तेमाल
कर सकते है.
सहजन में पाए जाने वाले पौषक तत्व ( Nutrients found in Drumstick ) :
· ओलिक एसिड :
मोनोसैचुरेटेड फैट
· फोलिक एसिड
· विटामिन सी, बी6, बी काम्प्लेक्स, ए
· कैल्शियम
· मैग्नीशियम
· आयरन
· सीलीयम
· नियासिन
· राइबोफ्लेविन
तो इस तरह सहजन हमें अनेक तरह के रोगों से निजात दिलाने में सहायक होता है.
सहजन के किसी अन्य बिमारी में प्रयोग करने के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत
नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Sahjan Khao Sehat
Banao
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