नाभि की स्थिति कैसे जांचें ( How to Check the Status of Navel )
जब भी किसी व्यक्ति की नाभि डिग जाती है तो सबको उन्हें किसी बड़े बुजुर्ग के
पास ले जाया जाता है जो उनकी नाभि में उँगलियाँ डालकर किसी निर्णय पर पहुँचते है, लेकिन वे ऐसा क्या देखते है और किस तरह इस नतीजे पर पहुँचते है कि नाभि डिगी
हुई है या नहीं. आओ आज हम आपको भी बताते है कि नाभि की स्थिति को किस प्रकार से
जांचा जाता है.
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खड़े होकर जांचे नाभि डिगी हुई है या नहीं ( Check in Standing Whether Navel is in
its Position or Not ) : सबसे पहले आप सीधे
खड़े हो जाएँ और अपने पैरों को मिला लें, इसके बाद आप अपने
हाथों को सामने लायें और उन्हें भी सीधा करते हुए मिलायें. अब आप अपने हाथों की
हथेलियों को देखने की कोशिश करें और देखे कि हाथ की सबसे छोटी उँगलियों की लम्बाई
सामान है या फिर वे छोटी बड़ी है. अगर उनकी लम्बाई समान है तो आपकी नाभि की स्थिति
भी ठीक है किन्तु अगर उनमें अंतर है तो आपकी नाभि डिगी हुई है. CLICK HERE TO KNOW ढोंढी डिगने के लक्षण और परिणाम ...
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लेट कर नाभि की स्थिति जांचें ( Check by Lying on Floor ) : आप सुबह के समय का
चुनाव करें और खाली पेट जमीन पर लेटते हुई अपने हाथों पैरों और पेट को ढीला छोड़
दें. इसके बाद आप अपने सीधे हाथ के अंगूठे और उसके साथ वाली दो उँगलियों को साथ
लायें और उन्हें नाभि के ठीक बीच में ऊपर रखें. धीरे धीरे नीचे की तरफ दबाव डालें
और महसूस करें कि आपकी नाभि स्पंदन कर रही है या फिर नहीं. अगर स्पंदन बीच में
महसूस हो तो सब ठीक है वहीँ नाभि के किसी अन्य स्थान पर स्पंदन करने का अर्थ है कि
नाभि डिगी हुई है.
नाभि को उसकी सही जगह लायें ( Bring the Navel in its Proper Place ) :
अगर आपकी नाभियाँ डिगी हुई है तो उसको उसकी सही जगह पर लाना भी बहुत जरूरी है, जिसके लिए आप निम्नलिखित तरीकों को अपना सकते है.
§ खड़े होकर नाभि ठीक करें ( In Standing Position ) : सीधे खड़े होकर सामने
हाथ करें और अपनी हथेलियों को मिलाएं और दोनों हाथों की छोटी उँगलियों पर ध्यान से
देखें, इनमे से जिस तरफ के हाथ की
ऊँगली आपको अधिक छोटी प्रतीत हो उस हाथ को आप कोहनी के ऊपर से दुसरे हाथ से कसकर
पकड़ें. उदाहरण के लिए समझे कि आपके बाये हाथ की ऊँगली छोटी है तो आप अपने दायें
हाथ से बायीं कोहनी के ठीक ऊपर कसकर पकड़ें. इसके बाद आपको कोहनी को मोड़ना है और
करीब 10 से 20 बार झटके मारते हुए हथेली को कंधे से मिलाने की कोशिश करनी है. इस
तरह तुरंत आपकी नाभि अपनी जगह आ जाती है. CLICK HERE TO KNOW हर्निया के कारण और लक्षण ...
नाभि टलने के घरेलू आयुर्वेदिक उपाय |
§ लेटकर नाभि ठीक करें ( In Lying Position ) : आप जमीन पर लेट
जाएँ, ध्यान रहें कि आपका पेट
खाली हो. अब आपको अपना बाया पैर घुटनों से मोड़ना है और उसकों पकड़ना है. आप पैर पर
दबाव डालते हुए उसे मुंह पर लगाने की कोशिश करें. ऐसा करते वक़्त आपका सिर जमीन से
उठ जाता है. अगर आप पैर के अंगूठे को नाक पर लगाने में कामयाब हो जाएँ तो ये आपके
लिए सर्वश्रेष्ठ है. अगर इस स्थिति को सीधी और सरल भाषा में समझाया जाएँ तो आपको
अपने पैर के अंगूठे को इस तरह अपनी नाक तक लाना है जैसे छोटे बच्चे अपने पैरों का
अंगूठा चूसते है. आप इस अवस्था को पहले एक पैर से करें फिर आप दोनों पैरों को एक
साथ लायें. इस तरह 4 से 5 बार करने पर आपकी नाभि फिर स्थिर हो जाती है.
§ मालिश से नाभि की स्थिति
करें ( By Massage ) : मालिश के लिए सरसों
का तेल सर्वोत्तम होता है. तो आप लेटकर पेट पर तेल से पहले हल्की मालिश करें फिर
आप नाभि को महसूस करें. अब आप अंगूठे से नाभि के स्पंदन के साथ दबाव डालें और उसे
धीरे धीरे खिसकाते हुए पेट / नाभि के केंद्र में लायें.
Home Aayurvedic Remedies to Bring Navel in its Proper Place |
नाभि की स्थिति को ठीक करने के घरेलू आयुर्वेदिक उपाय ( Home Aayurvedic Remedies to Bring
Navel in His Place ) :
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सौंफ और गुड ( Fennel and
Jaggery ) : आप बराबर मात्रा में सौंफ और गुड का मिश्रण तैयार करें और उसे किसी डब्बे में
डालकर रख लें. इस मिश्रण का आपको रोजाना 7 दिन तक सेवन करना है, इस उपाय से आपकी नाभि अपने आप बीच में आ जायेगी.
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मुंग दाल की खिचड़ी ( Mush of Mung Daal ) : जब व्यक्ति की नाभि
खिसक जाती है तो उसे खाने के लिए सिर्फ मूंगदाल की खिचड़ी ही देनी चाहियें. साथ ही
उसे प्रतिदिन 2 बार 5 मिलीलीटर अदरक का रस भी पीना चाहियें.
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सूखे आंवले का आटा ( Flour of Dry Amla ) : सबसे पहले तो आप
मरीज को बिलकुल सीधी अवस्था में लेटा दें, उसके बाद आपको उसकी
नाभि के चारों तरफ आंवले के सूखे आटे में अदरक का रस मिलाकर बांधना है. आप पीड़ित
को कहें कि वो इसी अवस्था में 2 से 3 घंटों तक सो जाएँ. अगर इस उपाय को दिन में 2
बार अपनाया जाएँ तो उसकी नाभि अपने आप अपनी जगह पर आ जाती है.
ढोंढी डिगने पर उपचार |
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चाँदी की कड़ी ( Silver Ring ) : अगर किसी व्यक्ति की
नाभि बार बार डिग जाती है तो उसकी नाभि को ऊपर बताएं किसी भी उपाय से उसके स्थान
पर लायें फिर उसकों पाँव के अंगूठे में चांदी की कोई कड़ी पहनने के लिए कहें. इस
तरह उसे बार बार नाभि के डिग जाने की समस्या से निजात मिलती है.
तो इस तरह आप भी अपनी नाभि की जांच करके उसको दोबारा उसके सही स्थान पर ला
सकते है. नाभि के डिगने और उसको उसके स्थान पर वापस लाने के अन्य तरीकों को जानने
के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Permanent Solution for Navel Displacement |
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नाभि के बारे मे ओर जानकारी दे
ReplyDeletenabhi ki tarah kupli sahi krne ka bhi upchar bataye
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