गैसहर
चूर्ण ( Powder for Gastric Problem )
इस
व्यस्त जीवन में कोई अपने शरीर और खानपान का ध्यान नहीं रख पाता, जिस कारण
व्यक्ति अनियमित ही भोजन करने लगते है, ना उन्हें इस बात का
ध्यान रहता है कि जो भोजन वो खा रहे है वो उनके स्वास्थ्य के लिए ठीक है या नहीं.
इनकी यही लापरवाही वायु विकार में बदल जाती है और उन्हें गैस बनने लगती है. वैसे
तो ये प्राकृतिक ही है किन्तु जब आप कुछ लोगों के साथ बैठे हो और उनके बीच में
आपकी गैस निकल जाएँ तो वो आपको शर्मिन्दा कर देती है. इसलिए जरूरी है कि आप इसका
तुरंत उपाय निकालें और इसके लिए गैसहर चूर्ण से अच्छा कुछ नहीं. आज हम आपको कुछ
ऐसे तरीके बताने जा रहे है जिससे आप घर बैठे ही इस चूर्ण को बना सकते हो. CLICK HERE TO KNOW अफारा या वायु गैस ...
Ghar par Banayen Gashar Churn |
प्रथम
विधि ( First Method ) :
§ सामग्री ( Material Required ) :
हर्र
: 1 किलो
अजवायन
: 250 ग्राम
काला
नमक
छाछ
§ चूर्ण निर्माण विधि ( Process of Preparing Powder ) :
आप
1 किलों छोटी हर्र लें और उन्हें साफ़ कर लें, इसके बाद आप इन्हें छाछ में
मिलाएं और फूलने दें. जब ये फुल जाएँ तो इन्हें छाछ से बाहर निकालें और दोबारा साफ़
करें. अब आप इन्हें एक कपडे पर बिछाकर छाया में सूखने दें. इनके सूखने के बाद आपको
इन्हें एक बार फिर से छाछ में डालना है. इस तरह छाछ में हर्र डालने और फिर उसे
सुखाने को “ मही की भावना ” देना कहा
जाता है. आपको इस प्रक्रिया को 5 बार अपनाना है. अन्तिम बार सूखने पर आप इन्हे पिस
लें और छान लें, प्राप्त पाउडर में आप 250 ग्राम अजवायन और
थोडा काला नमक भी पीसकर मिलाएं. तैयार पाउडर गैसहर चूर्ण का कार्य करता है. CLICK HERE TO KNOW पेट गैस या एसिडिटी का देशी इलाज ...
घर पर बनायें गैसहर चूर्ण |
§ सेवन विधि ( How to Use ) :
आपको
इस चूर्ण का सेवन खाना खाने के बाद ठन्डे पानी के साथ करना है. ये चूर्ण आप दिन
में 3 बार अवश्य लें. ये मुख्य रूप से गैस और गैस से होने वाले दर्द को दूर करता
है, इस चूर्ण के
लेने के 5 मिनट के बाद ही आपको दर्द में राहत महसूस होने लगती है. इसके साथ साथ ये
पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में भी सहायक है.
द्वितीय
विधि ( Second Method ) :
अगर
आपको कब्ज की वजह से गैस बन रही है तो आप इस उपाय को अपनाकर गैसहर चूर्ण बना सकते
है. इसके लिए आपको 1 किलों हर्र लेनी है और उन्हें रेत में भूनना है. रेत में
भूनने से भी ये फूलने लगती है, जब ये फुल जाएँ आप इनका चूर्ण बनाकर
सुरक्षित किसी शीशी में डाल लें और रोजाना 5 ग्रामा की मात्रा हल्के गर्म अर्थात
गुनगुने पानी के साथ लें.
तृतीय
विधि ( Third Method ) :
इस
उपाय के अनुसार आपको द्वितीय विधि में बनायें गए चूर्ण में 60 ग्राम सोनामूखी /
सनाय की पातियों को भुनकर उनका चूर्ण बनाकर मिलाना है. ध्यान रहे अगर आपने इन पत्तियों
को नहीं भुना तो ये आपको मरोड़े कर सकती है. इस तरह तैयार चूर्ण से पुरानी से
पुरानी कब्जी ( जिसे बध्दकोष्ट भी कहा जाता है ) भी खुल जाती है.
चटनी
( Sauce ) :
अगर
गैस की समस्या ज्यादा पुरानी ना हो तो आप चटनी की सहायता से भी अपने पेट को ठीक कर
सकते हो. इस गैस निवारक चटनी को बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्रियों की
आवश्यकता पड़ेगी.
Home Made Powder for Gastric |
· सामग्री ( Material Required ) :
3
ग्राम : काली मिर्च
6
ग्राम : अदरक
6
ग्राम : बड़ी सौंफ
3
ग्राम : सेंधा नमक
30
ग्राम : बीज निकले हुए मुनक्का
· विधि ( Process of Preparing ) :
चटनी
बनाने के लिए आपको उपरलिखित सारी सामग्रियों को पानी के साथ अच्छी तरफ पीसकर चटनी
बनानी है और उन्हें भोजन करते वक़्त 2 चम्मच की मात्रा में खाना है. ये चटनी आपके
पेट में हुई हर खराबी को दूर करती है और गैस में भी राहत पहुंचती है. इसके अलावा
अगर आप रोजाना भोजन करने के बाद 1 इलायची और 1 लौंग खाएं तो ना तो आपको गैस बनेगी
और ना ही कभी एसिडिटी ही होगी.
गैसहर
चूर्ण बनाने के अन्य तरीकों या गैस से मुक्ति पाने के अन्य घरेलू आयुर्वेदिक
उपायों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर
सकते हो.
दिव्य गैसहर चूर्ण |
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- मंगलवार करेगा सबका मंगल
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