बार
बार क्यों टॉयलेट ( Why Repeatedly Toilet )
कुछ
लोगों को बार बार टॉयलेट जाने की परेशानी होती है जिसकी वजह से उनका सारा दिन
वाशरूम में ही बिताता है. इसका मुख्य कारण मूत्राशय का अधिक सक्रिय हो जाता है, अगर बच्चों
में ये दिक्कत सामने आयें तो इसकी वजह उनके मूत्राशय का छोटा हो जाना है. इसके
अलावा भी अधिक पेशाब आने के कुछ कारण होते है जो निम्नलिखित है. CLICK HERE TO KNOW मूत्र में शर्करा की अधिकता का घरेलू देशी ईलाज ...
Adhik Peshab Aane Ki Preshani Dur Karen |
अधिक
पेशाब आने के कारण ( Causes of Frequent Urination ) :
· अधिकतर लोगों को चाय और कॉफ़ी
पीने की आदत होती है और उनकी यही आदत उनके मूत्राशय को भी सक्रिय कर देती है.
जिसकी वजह से उन्हें टॉयलेट का अधिक इस्तेमाल करना पड़ता है. आपने ये भी देखा होगा
कि शराबी लोगों को भी बहुत पेशाब आता है.
· अधिक शारीरिक संबंध बनाने
वाले व्यक्तियों को भी ये समस्या होती है.
· बच्चों के पेट में कीड़े होने
से उनके पाचन तंत्र और मूत्राशय का संतुलन बिगड़ जाता है जो उनमें अधिक पेशाब के
रोग को बनाता है.
· सर्दियों का मौसम एक ऐसा
मौसम है जो मूत्र निर्माण करता है या यूँ कहें कि मूत्र में इजाफा करता है और जो
पहले से ही अधिक मूत्र के रोग से परेशान है, उनकी हालत तो सर्दियों में
बहुत अधिक खराब हो जाती है.
· कुछ ऐसे बैक्टीरिया भी होते
है जिनका मूत्र पथ संक्रमित हो. ये हानिकारक बैक्टीरिया उनकी किडनी को भी प्रभावित
कर सकते है. CLICK HERE TO KNOW मूत्र जलन की समस्या का आयुर्वेदिक उपचार ...
अधिक पेशाब आने की परेशानी दूर करें |
· डायबिटीज और प्रमेह भी बार
बार पेशाब के आने का कारण होता है.
अधिक
पेशाब की परेशानी दूर करने के घरेलू उपाय ( Home Remedies to Overcome
the More Urination Problem ) :
§ जीरा ( Cumin ) : जीरे को अधिक पेशाब आने की
समस्या को दूर करने का सबसे अच्छा उपाय माना जाता है. इसको प्रयोग में लाने के लिए
आपको ½ चम्मच जीरा चबा चबा कर खाना
है और उसके ऊपर से गुनगुना पानी पीना है. इससे अधिक पेशाब की समस्या तो दूर होगी
ही साथ ही ये दस्त को भी दूर करता है.
§ मेथी और पालक ( Fenugreek and Spinach ) : अगर दस्त के समय में रोजाना
1 कटोरी मेथी या पालक का साग खाया जाएँ तो उससे भी दस्त में तुरंत आराम मिलता है.
§ अजवायन ( Celery ) : वे लोग जिनका पेट ठीक नहीं
रहता और जिन्हें कब्जी बनी रहती है उनको थोड़ी सी अजवायन में गुड मिलाकर खाना
चाहियें. इस मिश्रण को खाने के 10 मिनट बाद आपको 1 ग्लास हल्का गर्म पानी पीना है.
इससे आपका पेट और मूत्र मार्ग तुरंत साफ़ हो जाता है. साथ ही ये मूत्र मार्ग में
हुए संक्रमण के लिए भी लाभदायी रहता है.
§ जायफल ( Nutmeg ) : अधिक पेशाब की समस्या के समय
बच्चों को ¼ चम्मच जायफल घिसकर चटा देना
चाहियें. साथ ही उन्हें पीने के लिए दूध देना चाहियें, इस उपाय को
3 से 4 दिन अपनाने से शीघ्र ही दस्त में आराम मिलता है.
Home Remedies for Frequent Urination Problem |
§ त्रिफला ( Triphala ) : आयुर्वेद में अनेक औषधियों
को अपनाया जाता है किन्तु त्रिफला एक ऐसी औषधि है जिसके बारे में सबको पता होता है, ये पेट की
समस्याओं के लिए एक रामबाण इलाज की तरह अपनाई जाती है. इसका प्रयोग भी बहुत आसान
है, जिसके अनुसार आपको रात को सोते समय 1 चम्मच त्रिफला का
चूर्ण पानी के साथ लेना है. इससे अगले दिन आपका पेट पूरी तरह से साफ़ हो जाएगा.
§ नीम्बू ( Lemon ) : ये उपाय उन लोगों के लिए है
जिनको अधिक दस्त हुए है या जिन्हें बार बार वाशरूम में बैठे रहना पड़ता है. इस उपाय
के अनुसार आपको ½ कप कच्चा दूध लेना है और
उसमें थोडा नीम्बू मिलाना है. अब आप इस मिश्रण को गर्म होने के लिए रख दें और फटने
से पहले ही उतार लें. अब आप इसे पी जाएँ आपको तुरंत दस्त से राहत मिलेगी और आपको
बार बार टॉयलेट नहीं जाना पड़ेगा.
§ बेल पत्र ( Bel Patra ) : बेल पत्र का गुदा चबा चबाकर
पानी के साथ खाने से भी दस्त में आराम मिलता है. आप चाहे तो बेल पत्र का पाउडर
बाजार से खरीदकर उसे भी इस्तेमाल कर सकते हो. उससे भी तुरंत राहत मिलती है.
§ अदरक ( Ginger ) : हर रसोईघर की शोभा बढाने
वाली अदरक भी पेट की शोभा बढाने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है. इसको चाय में
डालकर पीने से पेट के कीड़े मरते है तो इसके रस, निम्बू रस और काली मिर्च को
मिलाकर मिश्रण तैयार करके इस्तेमाल करने से पेट की हर समस्या का समाधान होता है.
बार बार मूत्र आने के कारण और घरेलू उपचार |
§ केला ( Banana ) : जब भी किसी बड़े बुजुर्ग से
दस्त के घरेलू उपचार के बारे में पूछा जाता है तो वो सबसे पहले केले को इस्तेमाल
करने की सलाह देते है क्योकि केला दस्त को बाँध देता है और आँतों की गति को
नियंत्रित और संतुलित रखता है.
§ पानी व नमक ( Water and Salt ) : दस्त के कारण शरीर में पानी
की काफी कमी हो जाती है, इस अवस्था में आपको हर 1 से 2 घंटे के अंतराल पर अधिक से अधिक पानी पीना
चाहियें. ऐसा करने से शरीर में निर्जलीकरण ( Dehydration ) नहीं होता है. पानी पीने के साथ साथ आपको
नमक को भी समय समय पर चूस लेना चाहियें इससे भी आपको तुरंत आराम मिलता है. अगर
बच्चों को दस्त की समस्या है तो उन्हें नमक और पानी का घोल बनाकर पिलाना उचित माना
गया है.
पेट
को साफ़ करने और दस्त से तुरंत राहत पाने के अन्य उपायों के बारे में अधिक जानने के
लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Too Much Urination Problem |
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- आदतों से मजबूर होने के परिणाम
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