यूरिक
एसिड के आयुर्वेदिक उपाय ( Aayurvedic Remedies to Control Uric
Acid )
शरीर
में यूरिक अम्ल की उच्च मात्रा शरीर में अनेक रोगों मुख्यतः गठिया रोगों का बुलावा
देता है. जिससे रोगी की हालत धीरे खराब होने
लगती है. किन्तु आयुर्वेद में हर रोग का उपचार
निहित है और आज हम आयुर्वेद और कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाते हुए यूरिक एसिड की
मात्रा को नियंत्रित करने के बारे में जानेंगे. CLICK HERE TO KNOW यूरिक एसिड बढ़ने के कारण और नुकसान ...
Uric Acid ko Niyantrit Karne ke Upay |
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अजवायन ( Parsley ) : अजवायन का आयुर्वेद में एक अहम स्थान है. इसीलिए इसे अनेक रोगों के उपचार के रूप में इस्तेमाल भी किया जाता है. इसे यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. ये एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक है तो इस तरह शरीर का बढ़ा हुआ यूरिक एसिड
मूत्र मार्ग से बाहर निकल जाता है.
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ओमेगा 3 फैटी एसिड से बचें ( Beware of Omega 3 Fatty Acid ) : ओमेगा 3 फैटी
एसिड मुख्य रूप से अलसी में पाया जाता है जो गुणों की खान है किन्तु जब शरीर में
यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ी हुई है तो आप अलसी या उन सभी खाद्य पदार्थों के सेवन से
बचें जिनमे ओमेगा की मात्रा अधिक हो.
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जैतून का तेल ( Use Olive Oil ) : जैतून का तेल पौषक तत्वों से भरा होता है. इसमें मुख्य रूप से विटामिन ई की मात्रा पायी जाती है. जिससे शरीर का वजन भी कम होता है साथ ही ये शरीर में यूरिक एसिड को
नियंत्रित करने में भी सहायक सिद्ध होता है. CLICK HERE TO KNOW गठिया रोग के कारण और लक्षण ...
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के उपाय |
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चेरी, ब्लूबेरी खाएं ( Eat Cherry and Blueberry ) : एक शोध में पाया गया है कि जोड़ों के दर्द और
सुजन को कम करने के लिए चेरी, ब्लूबेरी को अपने आहार में शामिल करना
चाहियें. इनके साथ आप ऐसे तत्वों का भी सेवन कर
सकते हो जिनमे एंटी इन्फ्लेमेंटरी तत्व की मात्रा अधिक हो जैसेकि अनानास.
· पानी पियें ( Drink Plenty of Water ) : शरीर में पानी की कमी बिलकुल न होने दें. अगर शरीर हाइड्रेटेड रहता है तो यूरिक एसिड का स्तर खुद ब खुद न्यून
होने लगता है. साथ ही इससे मूत्र में भी वृद्धि होती
है और किडनी साफ़ होती है. जिससे बढ़ा हुआ सारा यूरिक एसिड बाहर
निकल जाता है. तो आप दिन में थोडा थोडा कई बार पानी
पियें.
· बेकिंग सोडा का सेवन करें ( Take Baking Soda ) : जब शरीर में यूरिक एसिड अधिक हो जाता है तो वो
शरीर के अनेक हिस्सों में जाकर जम जाता है और क्रिस्टल का रूप ले लेता है. किन्तु अगर आप एक ग्लास पानी में आधा चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर पिटे
हो तो इससे ये क्रिस्टल टूट जाते है और घुलनशील हो जाते है. धीरे धीरे ये मूत्र के मार्ग से बाहर निकल जाते है. इसका एक लाभ ये भी होता है कि इससे शरीर का रक्तचाप भी नियंत्रित
रहता है.
Tips to Control Uric Acid |
· विटामिन सी का सेवन ( Increase Vitamin C in Food ) : आप अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों की
मात्रा को बढायें जिनमें विटामिन सी की मात्रा अधिक हो और कम से कम दिन में 500 ग्राम विटामिन सी अपने शरीर को अवश्य दें. ये यकृत की शुद्धि करता है और यूरिक एसिड को पेशाब के रास्ते निकालने
में सहायक सिद्ध होता है.
· गाजर और चुकंदर का जूस ( Drink Carrot and Beetroot Juice ) : रोजाना गाजर, सेब और चुकंदर इत्यादि का जूस पीते रहें. इससे रक्त का पी एच् वैल्यू बढ़ता है और यूरिक एसिड का लेवल कम होता
है.
· मोटापा कम करें ( Reduce Fat ) : अगर
आपके शरीर का वजन बढ़ा हुआ या शरीर पर अधिक चर्बी जमा है तो आपके शरीर में प्युरिन
के टूटने की सम्भावना भी अधिक होती है और प्युरिन के टूटने से ही यूरिक एसिड बनता
है. इसीलिए आप अपने वजन को नियंत्रित करने
की कोशिश करें. लेकिन क्रेश डाइटिंग से भी बचें अर्थात
अधिक जल्दबाजी भी ना करें.
यूरिक अम्ल का घरेलू उपचार |
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शराब छोड़ दें ( Leave Alcohol ) : शराब शरीर से पानी
की मात्रा को कम करते हुए उसे हाइड्रेट कर देती है जिससे प्युरिन टूटने लगता है और
यूरिक एसिड बनने लगता है. इसलिए आपको शराब, बियर, वाईन या ऐसे
हर पेय को छोड़ देना चाहियें जिससे प्युरिन टूटता हो.
तो इन सब उपायों को अपनाकर आप अपने
शरीर में बढ़ी हुई यूरिक एसिड की मात्रा को कम या नियंत्रित कर सकते हो, साथ ही शरीर को रोगमुक्त व स्वस्थ रखने के अन्य उपायों को जानने के
लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Uric Acid ka Aayurvedic Ilaaj |
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