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Maahvaari or Chhuachhut ka Aadhar | माहवारी और छुआछुत का आधार | The Basis of Menstruation and Untouchability

माहवारी में क्यों समझा जाता है महिला को अछूत ( Why do We Consider Women Untouchable during Menstruation )
जैसी ही कोई लड़की किशोरावस्था में पहुँच जाती है वैसे ही उसको मासिक धर्म होना आरंभ हो जाता है जो अधेड़ावस्था तक नियमित रूप से चलती रहती है. मासिक धर्म या माहवारी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे महिलाओं को हर महीने 3 से 7 तक रक्त स्त्राव होता है. वैसे तो ये एक शारीरिक क्रिया है जो महिलाओं को गर्भधारण और प्रसव के लिए बहुत जरूरी है किन्तु ये किसी भी महिला के लिए एक सजा से कम नही होती क्योकि माहवारी के समय हर महिला पर ना जाने कितनी सारी पाबदियाँ लगा दी जाती है. इन पाबंदियों को देखने पर ऐसा महसूस होता है जैसेकि माहवारी महिलाओं को अछूत बना देती है. CLICK HERE TO KNOW मासिक धर्म में कम रक्त स्त्राव का देशी इलाज ...
Maahvaari or Chhuachhut ka Aadhar
Maahvaari or Chhuachhut ka Aadhar
माहवारी एक शारीरिक प्रक्रिया ( Menstruation a Physical Process ) :
अगर वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाएँ तो माहवारी में खून निकलने की मुख्य वजह महिलाओं के गर्भाशय की आंतरिक सतह का टूटना है, इस सतह को वैज्ञानिक भाषा में एंडोमेट्रीयम कहा जाता है. इस सतह का टूटना महिलाओं के लिए लाभदायी ही होता है क्योकि इसके टूटने की वजह से ही वे गर्भधारण कर पाती है. साथ ही ये महिलाओं के शरीर के हार्मोन को भी नियंत्रित करने में सहायक होता है. इस प्रक्रिया के दौरान माहिलाओं में करीब 35 मिलीलीटर तक रक्त निकलता है. अगर किसी महिला को इससे कम या अधिक रक्त निकलता है तो उसे तुरंत किसी अच्छे चिकित्सक से सलाह अवश्य लेनी चाहियें.

मासिक धर्म में महिलाओं पर लगने वाली पाबंधियाँ ( Restrictions over Women during Menstruation ) :
·     खाना ( Food ) : मासिक धर्म के दौरान कोई भी स्त्री खाना नहीं बना सकती, ना ही वो किसी अन्य व्यक्ति के खाने व पानी को छू सकती है. क्योकि ऐसा माना जाता है कि मासिक धर्म के दौरान महिलायें अशुद्ध हो जाती है. इसलिए अगर वे खाने पानी को हाथ लगाती है तो इससे खाने का अपमान होता है.  

·     पूजा पाठ ( Prayer ) : इस प्रक्रिया के दौरान महिलाओं को ना तो पूजा पाठ तक करने की अनुमति नहीं है, यहाँ तक उन्हें मंदीर के पास तक नहीं जाने दिया जाता.  

·     जमीन पर सोना ( Sleeps on Floor ) : ऐसा अनेक जगहों पर देखा गया है कि माहवारी के समय महिलाओं को नीचे जमीन पर सोना पड़ता है. ये सब सामाजिक दृष्टि में उचित माना जाता है.
इस तरह माहवारी के दौरान समाज में महिलाओं के साथ अछूतों के जैसा व्यवहार किया जाता है. महिलायें भी इस सामजिक उत्पीडन को आजीवन सिर्फ इसीलिए निभाती है क्योकि ऐसा करने के लिए उन्हें उनके बड़ों ने कहा है और वे खुश होते है. किन्तु वैज्ञानिक दृष्टि और आधार में इसका कोई जवाब नही है बस ये एक ऐसी परम्परा है जो सदियों से लगातार चली आ रही है. CLICK HERE TO KNOW अनियमित मासिक धर्म के कारण लक्षण और उपचार ...
माहवारी और छुआछुत का आधार
माहवारी और छुआछुत का आधार
पाबंदियों का बदलता रूप ( Changing Views on These Restrictions ) :
·     घरेलू महिला ( Domestic Women ) : माहवारी के ऐसे सख्त नियमों का पालन सिर्फ सामूहिक परिवारों में पूर्ण रूप से निभाया जा सकता है किन्तु आज के समय में बहुत ही कम सामूहिक परिवार रह गये है जिस वजह से धीरे धीरे ये पाबंदियाँ कम होती जा रही है. क्योकि छोटे परिवारों में एक ही महिला को अपने बच्चों, पति और मेहमानों का ध्यान रखना होता है, उसे ही घर की सफाई करनी होती है और रोजाना का पूजा पाठ भी उन्ही की जिम्मेदारी होती है. तो इस तरह अगर माहवारी के कारण वो 6 7 दिनों तक काम ना करें तो घर में परेशानियों का होना सामान्य है.

·     कामकाजी महिला ( Working Women ) : ठीक इसी तरह आजकल की महिलायें कामकाजी होती है और उन्हें कार्यालय में अनेक कामों को करना पड़ता है. अगर इन मान्यताओं को माना जाएँ तो वो कार्यालय में जिस भी चीज को छुयें वो अशुद्ध हो जाएँ. साथ ही वो हर महीने माहवारी का बहाना बनाकर 1 सप्ताह तक छुट्टी लेकर घर में तो नहीं बैठ सकती. 

इसके अलावा धीरे धीरे लोगों की सोच भी परिवर्तित होती जा रही है जिसका कारण उनके आसपास का बदलता परिवेश भी है. ये सोच ही महिलाओं को अधिक स्वतंत्रता से जीने में सहायक होती है व कहीं ना कहीं उनके साथ हो रही छुआछूत की इस धारणा को भी खत्म कर रही है. 
The Basis of Menstruation and Untouchability

The Basis of Menstruation and Untouchability
मासिक धर्म में अनियमितता का कारण ( Causes of Menstruation Irregularities ) :
-   वैसे तो मासिक धर्म में अनियमितता के अनेक कारण हो सकते है किन्तु तनाव को इसका एक बड़ा कारण माना गया है. इसलिए मासिक धर्म के दौरान किसी भी महिला को अधिक तनाव नहीं लेना चाहियें. 

-   मोटापे का भी माहवारी से सीधा संबंध होता है. मोटापा ना सिर्फ माहवारी में गड़बड़ी पैदा करता है बल्कि महिलाओं की पीड़ा को भी बढ़ा देता है. इस अवस्था में महिलों को नियमित व्यायाम करना चाहियें.

माहवारी और छुआछूत के इस विषय पर आप भी अपना दृष्टिकोण रखें और माहवारी से जुडी किसी भी अन्य जानकारी को पाने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.
महिलों के साथ अछूतों जैसा व्यवहार
महिलों के साथ अछूतों जैसा व्यवहार

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