भवन का वास्तु (Vaastu
Of Your House)
“ना घर के
आगे या पीछे हो मंदिर की छाया,
घर में सुख-समृद्धि बनी रहे !
घर बनाएं वास्तु शास्त्र के अनुरूप
तो घर में खुशहाली बनी रहे” !!
वास्तु शास्त्र के अनुसार हम किसी भी भवन का
वास्तु निर्धारित करते हैं. वास्तु यानि आपके भवन का ढांचा और इसकी आकृति. नया साल
हो या कोई बधाई देने लायक त्यौहार, हम सामने वाले को सुख समृद्धि की ही दुआ देते
हैं. हालाँकि आपकी ज़िन्दगी की सुख-समृद्धि काफी हद तक आपके कर्म व आपकी मेहनत पर
निर्भर करती है पर ये काफी हद तक आपके घर के वास्तु पर भी निर्भर करता है. वास्तु
से जुड़े कई तथ्य है जो हमारी ज़िन्दगी में एक अहम् भूमिका निभाते हैं. वास्तु
शास्त्र में कई ऐसे नियम भी हैं जिनके उपयोग मात्र से हमारी ज़िन्दगी में खुशहाली आ
सकती है. CLICK HERE TO KNOW भवन निर्माण हेतु वास्तु उपाय ...
Vaastu Anusar Karen Ghar ka Nirmaan |
·
घर के मुख्य द्वार के सामने देवी देवताओं के मंदिर ना हो (No Temple Should Be There In
Front Of Your House) :
वास्तु के अनुसार, आपके घर के मुख्य द्वार के सामने देवी देवताओं
का मंदिर नहीं होना चाहिए. आप चाहें तो इस से थोड़ी सी दूरी पर अपने घर का निर्माण
करवा सकते हैं.
·
घर के मुख्य द्वार पर कभी गणेश जी की पीठ ना हो (Lord Ganesha’s Back Should Not
Be There Towards Your House) :
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर
कभी गणेश जी की पीठ नहीं होनी चाहिए. यदि आप गणेश जी की कोई मूर्ति या उनका चित्र
अपने घर के मुख्य द्वार पर छपवाते भी हैं तो उसके ठीक पिछली तरफ भी एक गणेश जी की
तस्वीर लगवा दें.
·
घर के पीछे मंदिर की छाया नहीं पडनी चाहिए (The Shade Of A Temple Should Not
Fall Backside Your House) :
ठीक जिस तरह आपके घर के मुख्य द्वार के सामने किसी देवी देवता
का मंदिर नहीं होना चाहिए, उसी तरह आपके घर के पीछे भी मंदिर की छाया नहीं पडनी
चाहिए. CLICK HERE TO KNOW नए घर के लिए वास्तुशास्त्र के उपयोगी उपाय ...
वास्तु अनुसार करें घर का निर्माण |
·
मुख्य द्वार की चौडाई उसकी ऊंचाई की आधी होनी चाहिए (The Breadth Of Your House’s Main
Door Should Be Exactly Half Of Its Breadth) :
वास्तु के अनुसार, आपके घर के मुख्य द्वार की चौडाई उसकी
ऊंचाई की आधी होनी चाहिए. ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है.
·
घर के मुखिया का कमरा बाकि सबके कमरों से थोड़ा ऊपर होना
चाहिए (The Room Of Head Of Family
Should Be Slightly Above The Room Of Other Members) :
वास्तु के अनुसार, घर के मुखिया का कमरा बाकी सभी सदस्यों
के कमरे से थोड़ा ऊपर होना चाहिए.
·
घर का मुख्य द्वार व पिछला द्वार कभी सीध में नहीं होना
चाहिए (The Main Door And Back Door Of
Your House Should Not Be Facing Each Other) :
वास्तु के अनुसार आपके घर के मुख्य प्रवेश द्वार की ठीक सीध
में आपके घर का पिछला द्वार कभी नहीं होना चाहिए. आप चाहें तो थोड़ी जगह छोड़कर इसे
लगवा सकते हैं पर ये बिल्कुल सीध में ना हो तो ही बेहतर है.
Build Your Home House According Vaastu Tips |
·
मुख्य द्वार सदा साफ-सुथरा रहे (The Main Door Of Your House
Should Always Be Neat And Clean) :
आपके घर का मुख्य द्वार साफ-सुथरा होना चाहिए. जिनके घर के
मुख्य द्वार पर ही गंदगी रहती है, देवों की दृष्टि कभी उनके घर की तरफ नहीं जाती.
·
हवा, धुप, सर्दी व गर्मी आवश्यकता अनुसार हो (Air, Sunshine, Winter And Summer
Should Enter In Your House According To Need) :
हवा, धुप, सर्दी, गर्मी, हर मौसम के आवश्यकता अनुसार गुणों
का आपके घर में प्रवेश होना चाहिए. ऐसा होने से आपके घर का वास्तु दोष खत्म हो
जाता है.
·
मकान का मुख्य द्वार दक्षिण की तरफ ना हो (The Main Door Of Your House
Should Not Face Towards West) :
दक्षिण यमराज की दिशा है. वास्तु के अनुसार आपके घर का
मुख्य द्वार कभी दक्षिण दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए.
भवन के निर्माण और
घर के सही वास्तु को जानने संबंधी किसी भी अन्य सहायता के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट
कर जानकारी हासिल कर सकते हो.
भवन का वास्तु |
Vaastu Anusar Karen Ghar ka Nirmaan, वास्तु अनुसार करें घर का निर्माण, Build Your Home House According Vaastu Tips, भवन का वास्तु, Bhavan Ka Vaastu, Ye Upay Vastushastra Dwara Karenge Grah Klesh Nivaran, Bhavan Ghar Nirman mein Vastu, Bhavan ke Har Kone ko Vaastu Anusar Banayen
YOU MAY ALSO LIKE
- वास्तु अनुसार करें घर का निर्माण
- वास्तु उपाय दिलायेंगे डायबिटीज से छुटकारा
YOU MAY ALSO LIKE
- वास्तु अनुसार करें घर का निर्माण
- वास्तु उपाय दिलायेंगे डायबिटीज से छुटकारा
Agar makan mandir ke uttar disha me hai to kya koi vastu dosh hoga
ReplyDelete