स्नानगृह में
चन्द्रमा का वास
वास्तु शास्त्र एक
ऐसा शास्त्र है जिसमें आपके भवन से जुडी हर समस्या का समाधान है. इसके अनुरूप अपना
घर बनाने से आपके घर में सुख व समृद्धि का वास होता है व घर में बीमारियाँ नहीं आती.
वास्तुशास्त्र मानता है कि स्नानगृह में चन्द्रमा जी विराजमान होते है जबकि शौचालय में
राहू का राज स्थापित है. आइये जानते हैं क्या होता है इनके होने से हमारे घर में बदलाव और इनसे
जुड़े कुछ और तथ्यों के बारे में जानते हैं. CLICK HERE TO KNOW वास्तु अनुसार करें घर का निर्माण ...
Shauchalaya or Snaanghar ke Ek Saath Hone se Jivan Par Prabhav |
अगर आपका शौचालय व
स्नानागार एक साथ है :
यदि आपका शौचालय व
स्नानागार एक साथ बनाया गया है तो चन्द्रमा व राहू के एक साथ होने से चन्द्रमा को
राहू से ग्रहण लग जाता है. ऐसा होने से चन्द्रमा दोषपूर्ण हो जाता है. चन्द्रमा के
दूषित होने से कई विकार उत्पन्न हो जाते हैं जिनसे हमारी जिंदगी प्रभावित होती है.
ज़िन्दगी में आते हैं
बदलाव :
चन्द्रमा शीतल होता है इसीलिए इसे मन व जल का
कारक माना जाता है वहीँ राहू को एक अशुभ ग्रह मानते हुए इसे विष रूपी समझा जाता है. जब जल ही विष से युक्त हो जाए तो मन भी प्रभावित हुए बिना
नहीं रहता व साथ ही वो बीमार भी रहने लगता है. राहू को विष समान माना गया है व
चन्द्रमा को अमृत समान. दोनों के हमारी ज़िन्दगी में एक साथ होने से लोगों में
सहनशीलता खत्म हो जाती है व उनका मन भी एक-दुसरे से विचलित रहने लगता है. CLICK HERE TO KNOW किताबों की अलमारी के बारे में वास्तु जानकारी ...
शौचालय और स्नानघर के एक साथ होने से जीवन पर प्रभाव |
क्यूँ होता है ऐसा :
सोचिये क्या होगा अगर आप आग व पानी एक साथ
रखेंगे? दो विपरीत परवर्ती अथवा गुणों के कारकों का एक साथ रहना थोड़ा मुश्किल अथवा
असंभव मालूम होता है. ठीक उसी प्रकार अमृत (चन्द्रमा) व विष (राहू) दोंनो एक दुसरे
के साथ रहेंगे तो चन्द्रमा पर भी दूषित हो जाएगा और इसी वजह से आपको अपने घर में
शौचालय व स्नान गृह का निर्माण एक जगह पर कदापि नहीं करना चाहिए.
वास्तुशास्त्र के अनुसार स्नानगृह में चन्द्रमा का वास है |
एक दुसरे के हैं
दुश्मन :
ज्योतिष शास्त्र के
अनुसार चन्द्रमा व राहू दोनों एक दुसरे के दुश्मन हैं. दोनों के जीवन में आने से
धन अथवा यात्रा का योग बनता है पर वास्तु के अनुसार दोनों के इकठ्ठा होने से उस
योग का नाश भी बहुत जल्द हो जाता है. कहते हैं किसी भी कुंडली का अशुभ अथवा शुभ
होना दो ग्रहों की एक दुसरे के साथ स्तिथि की वजह से होता है और राहू व चन्द्रमा
की स्तिथि अगर एक दुसरे के साथ हो तो ये आपके लिए बुरा प्रभाव ला सकते हैं.
स्नानगृह में चन्द्रमा और राहू से मिलन के
प्रभावों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट कर जानकारी हासिल कर
सकते हो.
Shauchalaya mein Raahu ka Vaas |
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