स्मरण शक्ति को जाग्रत करने के कुछ उपाय (Remedies to Awaken
Memory)
बच्चे हो या बड़े सभी व्यक्ति किसी भी चीज को याद रखने के लिए रटने का प्रयास
करते हैं. लेकिन रटने के बाद भी आख़िरकार भूल ही जाते हैं. इसीलिए याद रखने के
लिए कभी भी रटने की कोशिश न करें. यदि आपकी परीक्षा नजदीक आ रही हैं तो किताब को रटने से ज्यादा पढने पर ध्यान दें. यदि आप पूरा
ध्यान लगाकर पढेंगे तो आपको वह विषय अवश्य याद हो जायेगा. यदि आप किसी महत्वपूर्ण
कार्य को याद रखना चाहते हैं तो उसके बारे में निरंतर सोचते रहें. इससे भी
आपको वह कार्य याद रहेगा. इसके अलावा यदि आप अपनी स्मरण शक्ति का विकास करना चाहते हैं तो नीचे लिखे उपायों को
आजमायें. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT दिमाग को जवान रखने के टिप्स ...
Mansik Ekagrta Vikas Hetu Upay |
1.कान (Ear) – स्मरण शक्ति को बढाने के
लिए दोनों कानों के नीचे के हिस्से को उँगलियों और अंगूठे की सहायता से नीचे की
ओर खींचे. इसके बाद पूरे कान को
ऊपर से नीचे तक मड़ोडे. इस क्रिया को 4 से 5 मिनट तक जब भी आपको समय मिले
करें. आपकी स्मरण शक्ति धीरे – धीरे बढ़ जाती हैं.
2. एकाग्रता (Concentration) – जिस भी विषय को आप याद करना
चाहते हैं. उसमें ध्यान केन्द्रित करने के लिए सिर व गर्दन के पीछे स्थित
मेडुला नाडी की तीन से चार मिनट तक अपनी उँगलियों से मालिश करें. इस उपाय को
अपनाने से आपकी एकाग्रता बढ़ेगी और आपको पढ़ा हुआ सब कुछ याद रहेगा.
3.ज्ञान मुद्रा (Gyan Mudra) – स्मरण शक्ति के विकास हेतु
सुबह उठकर पद्यासन या सुखासन में बैठ जाएँ. इसके बाद अपने हाथों की
तर्जनी उंगली को अंगूठे से मिलाएं. हाथों की शेष उँगलियों को बिल्कुल सीधा
रखें, अपनी आँखों को बंद कर लें, कमर और रीढ़ की हड्डी को एक दम सीधा रखें. अब कुछ
समय शांत रहकर ध्यान लगायें. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT गुस्से को नियंत्रित करने के उपाय ...
मानसिक एकाग्रता विकास हेतु टिप्स |
ज्ञान मुद्रा के लाभ (Benefits Of Gyan Mudra)
·
ज्ञान मुद्रा में बैठकर ध्यान लगाने से पूरा स्नायुमंडल
सशक्त बनता हैं.
·
इससे मानसिक तनाव दूर हो जाता हैं और मस्तिष्क में स्थित
ज्ञान के तंतुओं की संख्या बढती हैं.
·
इस आसन को करने से मस्तिष्क की सभी विकृतियाँ और रोग
नष्ट हो जाते हैं.
·
इस आसन में ध्यान लगाने से चिंता, भय, तनाव, चिडचिडापन,
अस्थिरता, क्रोध, आलस्य आदि भाव समाप्त हो जाते हैं और मन बिल्कुल शांत हो
जाता हैं.
·
ज्ञान मुद्रा में बैठकर ध्यान लगाना विद्यार्थियों के
लिए एक श्रेष्ठ मुद्रा हैं. क्योंकि इस मुद्रा में ध्यान लगाने से मानसिक
शक्ति और बुद्धि तेज होती हैं.
4.उंगलियाँ (Fingers) – बिना किसी वजह के बैठे –
बैठे उँगलियों को चटकाना, पंजा लड़ाना, उँगलियों को व्यर्थ में चलाना स्मरण शक्ति
के लिए नुकसानदायक होती हैं. उँगलियों इस प्रकार चलाने से व्यक्ति के स्नायुमंडल
और उसके मस्तिष्क पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता हैं. इससे मनुष्य की प्राणशक्ति
और स्मरण शक्ति का ह्रास होता हैं.
Panchgavy Gharit Khaayen Aur Mastishk ko Tej Bnayen |
5. आज्ञाचक (Aagyachak) – आज्ञाचक व्यक्ति के मष्तिष्क
पर स्थित दोनों भौहों के मद्य स्थित होता हैं. माना जाता हैं कि जिस व्यक्त का
आज्ञाचक जाग्रत हो जाता हैं उसके लिए कुछ भी याद करना व पाना असंभव नहीं होता.
इसे ब्रहमचारी का भी प्रतीक माना जाता हैं. यदि आपका आज्ञाचक जाग्रत हो जाए
तो आपके मस्तिष्क के बीचे में से एक सफेद रंग की ऊर्जा निकलती हैं. जिससे
सब कुछ कर पाना सम्भव होता जाता हैं. इसे जाग्रत करने के लिए अधिक से अधि सफेद
रंग में ध्यान लगायें.
6.देशी घी (Ghee) – एकाग्रता और स्मरण शक्ति
को बढाने के लिए आप घी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए थोडा सा शुद्ध गाय
का देशी घी लें और उसमें एक बादाम की गिरी को पीसकर डाल दें. अब एक ड्रॉप
डालने वली शीशी लें और इसमें इस घी को भर लें. इसके बाद इस घी का
प्रयोग करने से कुछ समय पहले शीशी को गर्म पानी में डाल दें और इसके बाद घी
का इस्तेमाल करें. अब रात्री को सोने से पहले इस घी की एक – एक बूंद अपने
नाक की दोनों छिद्रों में डालें.
Buddhi Viksit Karne ke liye Tips |
इसके अलावा शीशी घी का प्रयोग आप एक और तरीके से कर सकते
हैं. इस उपाय को अपनाने के लिए घी की 4 या पांच बूंदों को अपनी नाभि पर डालकर
घी को 4 या 5 बार घडी की दिशा में घुमाएं और इसके बाद 3 या 4 बार घडी की विपरीत
दिशा में घुमाएँ. इसके बाद एक सुखी पट्टी लें और गीली पट्टी लें और बारी
– बारी से इसके ऊपर दोनों पट्टियों को
कम से कम 15 या 20 मिनट तक रखें. रात को सोने से पहले अपने दोनों पैरों के तलवों
पर घी से मालिश करें.
इस उपाय को करने से आपको रात को अच्छी नींद आएगी तथा
आपकी स्मरण शक्ति बढ़ेगी.
7.औषधि (Drug) – एकाग्रता और स्मरण शक्ति
को बढाने के लिए ब्राहमी, शंखपुष्पि, वच, असगंध, जटामासी तथा तुलसी के पत्ते
समान मात्रा में लें और इन सभी को एक साथ पीसकर एक चुर्ण तैयार कर लें.
अब इस चुर्ण का सेवन रोजाना रात को सोने से पहले दूध के साथ करें.
Yad Rakhne ke liye Gharelu Nuskhen |
8. पिरामिड के आकार की टोपी (Pyramidal
Shaped Cap) – जब भी पढाई करने बैठे तो एक पिरामिड के आकर की टोपी पहन लें. इससे आपको
पढ़ा हुआ जल्द याद हो जाएगा. पिरामिड के आकार की टोपी बनाने के लिए आप कागज,
गत्ते तथा मोटे कपडे का प्रयोग कर सकते हैं.
9.पंचगव्य घृत (Panchgavy Ghee) – पंचगव्य घृत भी भूलने की
बीमारी को ठीक करने के लिए बहुत ही उपयोगी होता हैं. पंचगव्य घृत बनाने के लिए शुद्ध
गाय का घी, दूध, दही, मूत्र तथा गोबर का रस लें. इसके बाद इन सभी चीजों को
एक बर्तन में डालकर मिला लें और इसे कुछ देर गर्म कर लें. जब बर्तन में केवल
घी बच जाएँ तो घी के बर्तन को उतार लें और इसे थोडा ठंडा कर लें. आपका
पंचगव्य घी तैयार हो जाएगा. इसके बाद रात को सोने से पूर्व इस घी में केसर,
मिश्री, इलायची, हल्दी, जायफल का चुर्ण मिला लें और इसका सेवन करें. इस घी का
सेवन करने से आपकी शारीरिक शक्ति बढ़ेगी, साहस बढेगा, नयी ऊर्जा उत्पन्न होगी.
इसके अलावा इस घृत का सेवन करने से हर कार्य को पूर्ण करने की इच्छा बढ़ेगी.
स्मरण शक्ति और एकाग्रता बढाने वाले अन्य उपायों को जानने
के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हैं.
Dimag ke Screw Tight Karen |
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