बैठक कक्ष को कैसे
सजाएँ ( How to
Decorate Guest Room )
अतिथियों को भगवान
का रूप माना जाता है और अगर आप भगवान् का ही सही से आदर सत्कार नही कर पाते या
उन्हें संतुष्ट नही कर पाते तो इससे आपके मान और आत्मविश्वास की कमी होती है. वैसे
ये भी कहा जाता है कि अतिथि कक्ष व्यक्ति की सोच, कल्पना और विचारों का प्रतिक रूप
होता है, जिसके आधार पर वो अपने मेहमानों का स्वागत करने की तैयार करता है. इस तरह
ड्राइंग रूम की महत्वता अधिक बढ़ जाती है. अगर आपका अतिथि कक्ष खुबसूरत और
व्यवस्थित हो तो लोग इस कमरे के पुल बांधते नही थकते, वही इस कमरे का अव्यवस्थित
होना आपकी मान हानि भी कर सकता है. इसलिए आज हम वास्तुशास्त्र से जुड़े कुछ ऐसे
तरीकों के बारे में जानेंगे जिनकी मदद से आप अपने ड्राइंग रूम को खुबसूरत तो
बनाओगे ही, साथ ही इसपर किसी ग्रह की कुदृष्टि भी नही पड़ेगी. CLICK HERE TO KNOW रसोई के लिए वास्तु ...
Drawing Room ka Vaastu Vigyan |
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दिशा ( Direction ) : वास्तुशास्त्र कहता है कि अगर अथिति कक्ष की दिशा उत्तर, वायव्य या
ईशान कोण हो तो पुरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है साथ ही घर में सुख,
शान्ति, समृद्धि बढती है. ऐसे घर के सदस्य हमेशा एक दुसरे के साथ खड़े होकर साथ
निभाते है.
·
फर्नीचर
( Furniture ) : मेहमान के कमरे में सोफा, कुर्सी या मेज रखने के लिए आप पश्चिम या
दक्षिण दिशा का ही चुनाव करें. साथ ही आप भरी फर्नीचर का इस्तेमाल करें. घर के
मुखिया के बैठने के लिए रखी गई कुर्सी इस तरह रखें कि उनका मुंह पूर्व दिशा की तरफ
रहे.
· खिड़की ( Window ) : अतिथिकक्ष में हवा
और रोशनी के लिए खिड़की का निर्माण अवश्य करायें, जिसके लिए आप उत्तर या पूर्वी
दिशा का छुनाव करें. CLICK HERE TO KNOW घर का मुख्य द्वार और वास्तु ...
ड्राइंग रूम का वास्तु विज्ञान |
· बिजली के उपकरण ( Electric Appliances ) : मेहमाननवाजी के लिए के लोग इस कक्ष में हर तरह की सुविधा उपलब्ध करने
की कोशिश करता है. जिसके लिए वे भिन्न भिन्न प्रकार के बिजली के उपकरण भी इस्तेमाल
करते है. जैसेकि टीवी – इसे हमेशा दक्षिण दिशा में ही लटकाना चाहियें, अगर आप लैंडलाइन
टेलीफोन का इस्तेमाल करते हो तो उसे नैत्रत्य कोण में रखें, एयर कंडीशनर को आप
पश्चिमी या वायव्य दिशा में लगा सकते हो और बाकी के उपकारों के लिए आप आग्नेय कोण
का इस्तेमाल कर सकते हो.
· एक्वेरियम ( Aquarium ) : जिन लोगों के पास पैसे की कमी नही होती वो अपनी रहीसी दिखाने के लिए
कुछ अलग प्रयास भी करते है जैसेकि कमरे में फाउंटेन बनाना या फिश एक्वेरियम रखवाना
इत्यादि. ऐसी खुबसूरत चीजों के लिए उत्तर पूर्वी कोने को आदर्श जगह माना जाता है.
इसलिए आप इन्हें इसी कोने में रखें.
Vaastu Science for Drawing Guest Room |
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दीवारों
का रंग ( Wall
Paint ) : मेहमान के ठहरने वाले कमरे में हमेशा हल्का रंग
होना चाहियें जैसेकि नीला, क्रीम, हल्का हर इत्यादि, साथ ही इस कमरे में लगाई जाने
वाली लाइट या ट्यूब को आप उत्तरी या पूर्वी दीवार पर ही लगायें.
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तस्वीरे
( Pictures ) : कमरे की खूबसूरती को बढाने के लिए आप दीवारों पर सुन्दर प्राकृतिक
दृश्यों, देवी देवताओं के चित्र इस्तेमाल कर सकते हो. इसके अलावा भी आप अन्य सजावट
की चीजें लगायें. इन चित्रों को अप ईशान व उत्तरी दिशा में ही लगायें.
अतिथि कक्ष, शयनकक्ष
या गृह निर्माण से जुड़े किसी भी वास्तु सुझाव या सिद्धांतों को जानने के लिए आप
तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
किस दिशा में हो अतिथि कक्ष |
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