गायत्री मंत्र की
खास बातें और चमत्कारी उपाय (Special
Things About Gayatri Mantra and Miraculous Remedies related to it)
कहते हैं नित्य
प्रतिदिन गायत्री महामंत्र का जाप करने से शारीरिक व मानसिक दोनों तरीके के लाभ
हमें प्राप्त होते हैं. अब तो वैज्ञानिक भी मान चुके हैं कि गायत्री महामंत्र का
नित्य प्रतिदिन जाप करने से हमें लाभ पहुँचता है. आइये जानते हैं गायत्री महामंत्र
से जुड़े कुछ ऐसे ही तथ्यों के बारे में. CLICK HERE TO READ ABOUT श्री रामचरित्र मानस के सिद्ध मंत्र ...
Chamatkaarik Gayatri Mahamantra ka Mahatv |
गायत्री
महामंत्र (Gayatri Mahamantra) :
ऊँ
भूर्भुव: स्व:
तत्सवितुर्वरेण् यं
भर्गो देवस्य धीमहि
धियो यो न: प्रचोदयात् !
गायत्री
महामंत्र अर्थ (Meaning Of Gayatri Mahamantra) :
गायत्री
महामंत्र में हम कहते हैं कि हे प्रभु / भगवान्! तुम ही तो हो जिसने हमें जीवन
दिया. जिसने हमारे कष्ट हर लिए व दुखों का निवारण किया. तुमने ही तो खुशहाली लायें.
हे सृष्टि के रचयिता, काश हमें आपकी वो पाप मिटाने वाली रौशनी प्राप्त हो जाए. काश
आप हमें रास्ता दिखायें और प्रेरित करें हमारी प्रतिभा को सही दिशा में ले जाने के
लिए. CLICK HERE TO READ ABOUT चमत्कारी सिद्ध शाबर मंत्र ...
चमत्कारिक गायत्री महामंत्र का महत्व |
गायत्री
महामंत्र के कठिन शब्दों का अर्थ (Meanings
Of Tough Words In Gayatri Mahamantra) :
ऊँ:-
ब्रम्हा
भुवः:- जो
कष्टों का निवारण करता है
स्वः:-
ख़ुशी के अवतार
तत:- वो
सवितुर:- जो
सूर्या के जैसा है
वरेण्यम:-
सबसे बढ़िया चुनाव
भर्गो:- पाप
मिटाने वाला
देवस्य:-
देवों का
धियो:-
प्रतिभा (मानसिक)
यो:- जो
प्रचोदयात्:-
प्रेरित करें
किस समय करें
गायत्री महामंत्र का जाप (Perfect Time To Chant Gayatri
Mahamantra) :
गायत्री
महामंत्र के जाप के लिए तीन समय उपयुक्त बताये गए हैं. ये तीन समय हैं प्रातः काल
का समय, दोपहर मध्यान्ह का समय व शाम सूर्यास्त का समय. प्रातः काल के समय आप
सूर्योदय से कुछ वक्त पहले मंत्र जप शुरू कर सकते हैं. ये जप सूर्योदय के बाद तक
किया जाता है. दोपहर मध्यान्ह में भी इस मंत्र का जप करना श्रेष्ठ माना जाता है.
तीसरा समय है शाम को सूर्यास्त के कुछ समय पहले का. इस समय मंत्र उच्चारण शुरू
करें व सूर्यास्त के कुछ देर बाद तक इसे जारी रखें. कहते हैं गायत्री महामंत्र का
जप यदि इसके अतिरिक्त किसी भी समय किया जाए तो उसे कभी मुख से बोल कर नहीं करना
चाहिए बल्कि मौन रहते हुए मन ही मन में इसका जाप करना चाहिए.
Importance of Miraculous Gayatri
Mantra
|
मंत्र जप करते
समय ये ध्यान रखें (Keep This In Mind While Chanting The Mantra)
:
गायत्री
महामंत्र के जाप के लिए आपको रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करना चाहिए साथ ही आपको
इसका जाप करने से सकारात्मकता, तामसिकता से दुरी, स्फूर्ति, ईश्वर की साथ आशीर्वाद
इत्यादि जैसे अनुभव होने लगते हैं. कहा तो ये भी जाता है कि गायत्री मंत्र का जाप
आपके चेहरे में भी चमक ला सकता है. विद्यार्थी, व्यापारी व उद्यमी व्यक्ति के लिए
गायत्री महामंत्र का जाप सबसे अधिक लाभदायक व फलदायी है.
गायत्री मंत्र
की ख़ास बातें और गायत्री महामंत्र के अन्य चमत्कारिक उपायों को जानने के लिए आप
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गायत्री महामंत्र |
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