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Sheshnaag Kalsarp Dosh ke Lakshan Totke | शेषनाग कालसर्प दोष के लक्षण टोटके

शेषनाग कालसर्प दोष (Sheshnag Kalsarp Dosh)
जब किसी जातक की जन्मकुंडली के बारहवें भाव में राहु ग्रह बैठा हो तथा छठे भाव में केतु ग्रह विराजमान होते हैं तथा शेष ग्रह इन दोनों के बीच में स्थित होते हैं. तब व्यक्ति की कुंडली में शेषनाग कालसर्प दोष का योग बनता हैं. शेषनाग योग से प्रभावित व्युक्ति पर इस योग के कुछ शुभ प्रभाव पड़ते हैं. तो कुछ अशुभ प्रभाव पड़ते हैं. जिसके कारण व्यक्ति के जीवन में सुख – दुःख की परिस्थितियां आती – जाती रहती हैं. इसके अलावा भी शेषनाग कालसर्प योग के कुछ अन्य लक्षण होते हैं जिनकी जानकारी नीचे दी गई हैं – CLICK HERE TO MORE READ ABOUT शंखनाद कालसर्प दोष के अशुभ प्रभाव से छुटकारा पाने के टोटके ...
Sheshnaag Kalsarp Dosh ke Lakshan Totke
Sheshnaag Kalsarp Dosh ke Lakshan Totke


शेषनाग कालसर्प दोष के प्रभाव (Effects of Sheshnaag Kalsarp Dosh)
1.    इस योग से पीड़ित व्यक्ति अनुकूल व प्रतिकूल दोनों ही परिस्थितियों में समय के अनुसार ढल जाता हैं.

2.    इस दोष से प्रभावित व्यक्ति अपने भविष्य के लिए योजनायें बनाने का प्रयत्न करता हैं. लेकिन इनके जीवन के अधिकतर कार्य अपने आप हो जाते हैं. जिससे इनके द्वारा बनाई गई योजनाओं का कुछ लाभ नहीं होता.

3.    इनके जीवन में एक ऐसा पड़ाव आता हैं. जब ये बहुत ही रचनात्मक हो जाते हैं. लेकिन ये रचनात्मकता सदैव इनके जीवन में नहीं बनी रहती. जैसे ही ये किसी विपरीत वातावरण में जाते हैं. इनकी रचनात्मकता इनका साथ छोड़ देती हैं.

4.    शेषनाग कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति की 48 वर्ष की आयु तक इनके जीवन में सकारात्मकता बनी रहती हैं तथा इसके बाद जब व्यक्ति वृद्धा अवस्था में प्रवेश करता हैं. तो इनको शेषनाग कालसर्प दोष के अशुभ प्रभावों का सामना करना पड़ता हैं. CLICK HERE TO MORE READ ABOUT पातक कालसर्प दोष के बुरे असर से मुक्ति ...
शेषनाग कालसर्प दोष के लक्षण टोटके
शेषनाग कालसर्प दोष के लक्षण टोटके

शेषनाग कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय
1.     यदि आप शेषनाग कालसर्प दोष के योग से पीड़ित हैं तो आपको प्रतिदिन विष्णु भगवान के मंदिर में जाना चाहिए तथा उनसे इस योग के दुष्प्रभावों से मुक्ति हेतु प्रार्थना करनी चाहिए. रोजाना मंदिर में जाकर विष्णु भगवान से प्रार्थना करने पर आपको इस योग के अशुभ प्रभावों से जल्द ही मुक्ति मिल जायेगी.

2.    यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शेषनाग कालसर्प योग बन रहा हैं. तो उसे सावन के सोमवार के दिन शिवजी का रुद्राभिषेक करना चाहिए. सावन के सोमवार को शिवजी का रुद्राभिषेक करने से शेषनाग कालसर्प योग से प्रभावित व्यक्ति पर शिवजी की हमेशा कृपा बनी रहती हैं, उसे शुभ फल की प्राप्ति होती हैं तथा उस पर शेषनाग कालसर्प दोष के अशुभ प्रभावों का अधिक असर भी नहीं पड़ता.  

3.    शेषनाग कालसर्प योग के प्रभावों से बचने के लिए आप गोमद या चाँदी की धातु से बनी नाग की आकृति की अंगूठी को भी धारण कर इस योग के अशुभ प्रभावों से मुक्त हो सकते हैं.

4.    शेषनाग कालसर्प दोष के अशांत प्रभावों को दूर करने के लिए अपने घर के मुख्य दरवाजे पर एक चाँदी की धातु से बना हुआ स्वास्तिक लटका दें. घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक लटकाने से शेषनाग कालसर्प योग के अशुभ प्रभावों का असर आपके परिवार के सदस्यों पर नहीं पड़ेगा.

5.    इसके अलावा यदि आप हफ्ते में आने वाले प्रत्येक शनिवार को थोडा सा कोयला बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें. तो भी आपको इस दोष के हानिकारक प्रभावों से शांति मिल जायेगी.

6.    कालसर्प दोष के योग के प्रभावों से बचने के लिए आप नागपंचमी के दिन व्रत रखें. शिवजी का रुद्राभिषेक करें. अपने घर के पूजा स्थल में एक कालसर्प योग यंत्र स्थापित करवा लें और इस यंत्र की रोजाना पूजा करें. नाग पंचमी के दिन इस उपाय को करने से आपको इस योग के दुष्प्रभावों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
Sheshnaag Kaalsarp Dosh se Mukti ke Upay
Sheshnaag Kaalsarp Dosh se Mukti ke Upay

7.    शेषनाग कालसर्प योग के बुरे प्रभावों से बचने के लिए महाशिवरात्रि से एक दिन पहले एक लाल कपडे में सौंफ बाँध लें और इस कपडे को अपने तकिए के नीचे रख कर सो जाएँ. अगले दिन सुबह उठकर इस कपडे को खोलें और उसमें रखी हुई सौंफ को खा लें. इस उपाय को करने से भी आपको शेषनाग कालसर्प योग के प्रभावों से मुक्ति मिल जायेगी.
शेषनाग कालसर्प दोष की शांति के अन्य उपायों को जानने के लिए आप नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हैं.

शेषनाग कालसर्प दोष की शांति के अन्य उपायों को जानने के लिए आप नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हैं.
Sheshnaag Yog ke Ashubh Prabhav
Sheshnaag Yog ke Ashubh Prabhav






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2 comments:

  1. kya rahu beejak mantra ka jaap karne se kaal sharpdosh ka pravaaw kam ho sakta hai ? yadi ha to kab or kaise kare

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  2. Sheshnag kalsarpyog me kya koi...aur thos upay kar sakte he...agar haan.. to..please bataiye...

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