मुलहेठी
(
Liquorice )
मुलेठी प्रचीन समय
से ही सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली प्रसिद्ध औषधि है. इसे आप आसानी से अपने
आसपास की किसी भी आयुर्वेदिक दुकान से खरीद सकते हो. ये अंदर से पिली और रेशेदार
होती होती है, साथ ही इसमें से हल्की गंध भी आती है. इसका उपयोग अनेक रोगों से
बचने के लिए किया जाता है. इसमें अनेक ऐसी जीवाणुरोधक क्षमता पायी जाती है जिसकी
वजह से ये ना सिर्फ बाहरी बल्कि अंदरूनी चोंटों में भी आराम पहुँचती है. CLICK HERE TO KNOW मेथी में मौजूद पौषक तत्व और मेथी का बालों में घरेलू प्रयोग ...
Mulethi ke Aushdhiya Gun |
अगर आप इसकी जड़ का
औषधि के रूप में इस्तेमाल कर रहे हो तो इसकी जड़ को उखाड़ने के 2 साल बाद तक इसका
प्रयोग किया जा सकता है. ताज़ी मुलेठी में करीब 50 प्रतिशत के आसपास जलतत्व होता
है. आपको बता दें कि मुलेठी का स्वाद शक्कर से भी कई गुना मीठा होता है इसका कारण
इसमें पाया जाने वाला ग्लिसराइजिक एसिड होता है. ये बच्चो, बड़ों, स्त्री, पुरुषों
और वृद्धो सबसे लिए गुणकारी होती है. मुलेठी के ऐसे ही कुछ गुणों के बारे मे आज हम
चर्चा कर रहे है और आपको इससे स्वस्थ लाभ से परिचित करा रहे है.
मुलेठी
के गुण (
Qualities of Liquorice ) :
·
अल्सर ( Ulcer ) : अनेक शौध के बाद ये माना गया है कि अल्सर से होने वाले घावों को ठीक
करने और उन्हें भरने में मुलेठी से बेहतर कोई औषधि नही है.
मुलेठी में पाया जाने वाला तत्व Carbenoxolone गैस्ट्रिक अल्सर तक को ठीक कर देता है. ये तत्व आसानी से पेट में घुल
जाता है और पेट के रोगों को दूर करता है.
कुछ लोग अपने अल्सर से मुक्ति पाने के लिए दवाइयां खाने लगते है जिससे
उनके घावों से रक्त बहने लगता है और उनकी स्थित अधिक बिगड़ जाती है किन्तु मुलेठी
का प्रयोग करने से उतकों को मजबूती मिलती है और उन्हें इस तरह की परिस्थिति से
निजात मिलती है. CLICK HERE TO KNOW गुलर के आयुर्वेदिक फायदे और महत्व ...
मुलेठी के औषधीय गुण |
·
आँखों
को लाभ (
Beneficial for Eyes ) : मुलेठी में पायें जाने तत्व हानिकारक जीवाणु को
बढ़ने से रोकते है और आँखों को लाभ पहुंचाते है. आँखों को लाभ देने के लिए आप
प्रतिदिन 3 से 4 ग्राम मुलेठी का सेवन करें और खुद इस बात का आभास करें कि आपकी
आँखों की शक्ति दिन प्रतिदिन बढती जा रही है.
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खांसी
जुखाम (
Cough and Cold ) : खांसी जुखाम सामन्य रोग है, इससे गले और छाती
में मलगम जम जाता है और जलन महसूस होने लगती है. किन्तु अगर आप मुलेठी का प्रयोग
शहद के साथ करते हो तो इससे जल्द ही आपको मलगम की समस्या से समाधान मिलता है. कुछ
लोगो को सुखी खांसी भी हो जाती है जिससे गले में सुजन की समस्या पैदा होती है. ऐसे
रोगियों को काली मिर्च के साथ मुलेठी का इस्तेमाल करना चाहियें.
·
पित्त
का नाश (
End Gall Problems ) : क्योकि मुलेठी की तासीर ठंडी होती है तो ये
पित्त जैसी समस्या को भी दूर करने में लाभकारी सिद्ध होती है. अगर आपका अमाशय बढ़ा
हुआ है तो ये उसे भी नियंत्रित करती है. कुछ लोगो के अमाशय में ही अल्सर हो जाता
है. जिसकी वजह से उनके पित्त में वृद्धि होने लगती है. किन्तु अगर आप रोग मुलेठी
को घी में पकाकर इस्तेमाल करते हो तो आपको इस रोग से भी जल्दी राहत मिलती है.
·
कब्ज भगायें
( Remove
Constipation ) : अनियमित और विपरीत आहार का सेवन करने से अनेक
लोगो में मोटापा, कब्ज और वायु रोग उत्पन्न होने लगे है. इनमे से प्रमुख है कब्ज.
इस स्थिति में व्यक्ति को मल निकालने में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस
रोग से बचने के लिए आप मुलेठी की सुखी जड़ें लें और उसे पीसकर उसका पाउडर बना लें.
इस पाउडर को आप गुड और पानी दे साथ ग्रहण करें. आपको निश्चित रूप से कब्ज की
समस्या से निजात मिल जाती है.
Medicinal Benefits of Liquorice |
·
जोड़ों
में दर्द ( Joint Pain ) : आजकल हर पीढ़ी चाहे वो युवा हो या वृद्ध जोड़ों और
मांसपेशियों के दर्द से सभी परेशान है. इसका एक कारण आजकल की व्यस्त जीवन भी है.
इस तरह के रोगों से बचने के लिए आप मुलेठी को रातभर के लिए पानी में भीगने दें और
सुबह उस पानी से मुलेठी अलग कर उस पानी को पी जाएँ. ये उपाय आपके पुराने से पुराने
जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को भी दूर कर देता है.
·
मानसिक
रोग (
Cure Psychological Diseases ) : मुलेठी
का प्रतिदिन लगभग 2 महीनो के इस्तेमाल से मानसिक रोगी के मानसिक संतुलन को भी ठीक
किया जा सकता है. इसके लिए मुलेठी को सुखाकर उसका चूर्ण बनाएं और रोग आधा चम्मच की
मात्रा में शहद के साथ मानसिक रोगी को दें.
·
महिलाओं
की सुन्दरता ( Make Ladies Look Beautiful ) : महिलायें
अपनी सुन्दरता के लिए अत्यंत चिंतित को जागरूक रहती है, यही नही वे खुद को आकर्षक
और खुबसूरत दिखने के लिए अनेक तरह की दवाओं और क्रीम का इस्तेमाल भी करती है,
किन्तु इसके लिए सबसे लाभकारी मुलेठी है जिसे ये घरेलू उपाय के रूप में आसानी से
इस्तेमाल कर सकती है. मुलेठी चूर्ण का प्रतिदिन 1 ग्राम का सेवन ही इनकी त्वचा के
रोगों को दूर इनके यौवन को बढ़ा सकता है, जिससे ये लम्बे समय तक खुबसूरत बनी रहती
है.
अगर आप इसको घिसकर अपने चेहरे पर लगती है तो इससे आपके चेहरे के सारे
दाग धब्बे और किल मुंहासे ठीक हो जाते है.
इसके अलावा ये आपके खून को साफ़ करके आपको फोड़े फुंसियों से भी निजात दिलाती
है.
जाने आप मुलहठी के कुछ उपयोग |
·
दमा रोग
नियंत्रित ( Control Asthma and Respiratory Diseases ) : अनेक लोग जो सांस की बिमारी या दमा जैसे रोगों से परेशान है उनके लिए
मुलेठी एक संजीवनी के रूप में कार्य करती है इसमें पाया जाने वाला Glycyrrhizin दमा जैसी समस्या के लिए रामबाण तत्व माना जाता
है. इसका इस्तेमाल करने के लिए आप इसकी जड़ को प्रतिदिन चबा सकते है. इसका रस आपके
गले, श्वास नली, छाती और पेट सबके लिए फायदेमंद सिद्ध होता है. ये आपके छाती नसों
में जमे विशुद्ध पदार्थों को दूर कर आपकी सांस लेने की समस्या से आपको निजात
दिलाता है.
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लीवर की
मजबूती (
Make Liver Strong ) : लीवर में कुछ फ्री रेडिकल डैमेज होते है जिसकी
वजह से हेपाटाइटिस बी रोग लोगो को अपना शिकार बना लेता है. इस स्थिति में मुलेठी
लीवर में निकलने वाले बाईल जूस के स्त्राव को तेज करने में सहायक होती है ताकि
लीवर को इन रोगों से लड़ने की ताकत मिल सके. ये जूस शरीर और लीवर दोनों के लिए बहुत
लाभकारी होता है. अनेक चिकित्सक भी लीवर के रोग में मुलेठी की ही सलाह देते है.
Mulethi Har Rog ki Davaa |
·
हृदय
रोग (
Cure Heart Problems ) : मुलेठी की जड़ों में कोलेस्ट्रॉल और
ट्रीगील्सेराइड की मात्रा अधिक होती है जिससे हृदय की रक्षा की जाती है.
कोलेस्ट्रॉल से हृदय मजबूत होता है और हार्ट अटैक की संभावनायें खत्म होती है.
इसके साथ ही ये खून को अधिक गाढ़ा होने से भी बचाती है ताकि रक्त संबंधी किसी भी
तरह का विकार न उत्पन्न हो सके.
·
बैक्टीरिया
से लडती है ( Fight Unwanted Bacteria as An Anti Bacterial ) : कई बार हमे अंदरूनी चोट लग जाती है. जिसकी वजह से शरीर पर बैक्टीरिया
का हमला बढ़ जाता है और किन्तु मुलेठी इन्ही बैक्टीरिया से लडती है और अन्य रोगों
के उत्पन्न होने से हमे बचाती है. कुछ लोगो अपनी अंदरूनी चोटों को जल्द ठीक करने
के लिए एंटीबायोटिक का इस्तेमाल करते है किन्तु इससे उनका लीवर या कितनी
क्षतिग्रस्त हो जाता है. इस स्थिति में भी आप मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हो
क्योकि मुलेठी को एक एंटी बैक्टीरियल के रूप में देखा जाता है और ये प्राकृतिक रूप
से आपके शरीर की रक्षा करती है, जिससे आपके शरीर पर किसी तरह का साइड इफ़ेक्ट नही
होता.
·
मुंह के
छाले (
Cold Sores ) : मुंह में छाले होने पर ना तो आप अच्छी तरह बोल ही
पते है और ना ही कुछ खा पाते हो. किन्तु आप मुलेठी को आयुर्वेदिक तरीके से
इस्तेमाल करते हुए इसको कुछ देर तक पानी में भिगों दें और इसके बाद मुलेठी अलग कर
उस पानी से गरारे करें. कुछ दिनों तक आप ऐसा करें शीघ्र ही आपके मुंह के छाले खत्म
हो जायेंगे.
Mulethi ke Anmol Fayde Laabh |
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मासिक
रोग (
Treat Menstruation ) : महिलाओं में बढ़ते मासिक रोग को ठीक करने में भी
मुलेठी का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए आप मुलेठी की जड़ों को पीस लें और
उसका पाउडर तैयार कर लें. इस पाउडर को आप रोज शहद के साथ आधा चम्मच लें. 1 महीने
तक इस उपाय को करें आपको निश्चित रूप से मासिक रोग से छुटकारा मिल जाएगा.
·
खून
बढायें (
Increase Blood Level ) : शरीर
में कमजोरी, शुष्कता और खून की कमी को दूर करने के लिए भी आप मुलेठी का इस्तेमाल
कर सकते हो. इसका प्रतिदिन 1 ग्राम सेवन आपके खून में वृद्धि कर आपको लाभ पहुंचाता
है और आपको हष्ट पुष्ट रखता है.
·
जल जाने
पर (
Cure Burning Part of Body ) : अगर
आपके शरीर का कोई हिस्सा जल जाता है तो आप उस स्थान पर मुलेठी और चन्दन को पीसकर
लगायें. इससे उस स्थान को ठंडक मिलती है और जल्द हे वो जगह ठीक भी हो जाती है.
मुलहेठी |
इसके अलावा मुलेठी
घावों को भरने, टीबी, बुद्धि को तेज करने, पाचन तंत्र को सदृढ़ करने, मिर्गी और
क्षयरोग में भी फायदेमंद होती है.
ध्यान
दें (
Notice ) :
अगर आपको उच्च
रक्तचाप है तो आप मुलेठी का सेवन ना करें. इसके अलावा जिनके रक्त में पोटैशियम की
मात्रा कम है, सोडियम की मात्रा अधिक है, शरीर में सुजन है या कोई स्त्री प्रसव की
अवस्था में है तो उन्हें भी मुलेठी का इस्तेमाल नही करना चाहियें.
मुलेठी
के अन्य स्वास्थ्य और औषधीय गुणों और लाभ को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट कर
जानकारी हासिल कर सकते हो.
मुलेठी |
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Mulethi ke fayde in kidney disease and pet ki bimari me kya hai
ReplyDeletekya mulethi se awaj madhur hoti hai..?
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