माइग्रेन
(
Migraine )
माइग्रेन सिर का वो
दर्द है जिसमे व्यक्ति के आधे सिर में भीषण पीड़ा होने लगती है. इस दर्द के बारे
में एक मान्यता ये भी है कि इस दर्द का कोई इलाज नही है किन्तु इसकी पीड़ा और असर
को कम जरुर किया जा सकता है. क्योकि ये दर्द सिर के सिर्फ आधे हिस्से में होता है
इसीलिए इसे आधासीसी या अधकपारी भी कहा जाता है. एक शौध के अनुसार माइग्रेन पुरुषों
की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है. CLICK HERE TO KNOW माइग्रेन के प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपचार ...
Migraine Kaaran or Lakshan |
माइग्रेन का दर्द
ललाट से शुरू होता है और आँखों के ऊपर फैलने लगता है. इस दर्द में ऐसा लगता है
जैसे कि सिर में झनझनाहट हो रही है. कुछ लोग तो सूरज के निकलने से उसके छिपने तक
इसकी पीड़ा को सहते रहते है. माइग्रेन में धीरे धीरे आँखों की दृष्टि कमजोर होती
चली जाती है और जब माइग्रेन का अटैक पड़ता है तो रोगी को किसी भी तरह की गंध बिलकुल
भी बर्दाश्त नही होती और उसे अपने सामने की सभी चीजें कांपती हुई दिखाई देती है. माइग्रेन
एक ऐसा रोग है जो बचपन, युवा या वृद्धावस्था कभी भी शुरू हो सकता है.
माइग्रेन
का कारण (
Causes of Migraine ) :
·
आनुवांशिक
(
Genetic ) : अगर किसी के माता पिता या परिवार के सदस्य को माइग्रेन
की समस्या है तो ये रोग उसकी संतान को भी हो सकता है.
·
मासिक
धर्म (
Menstrual ) : स्त्रियों में माइग्रेन का कारण माहवारी
में गड़बड़ी भी हो सकती है क्योकि इस स्थित में इनके शरीर में कुछ परिवर्तन आते है.
·
यकृत
में समस्या ( Liver Problem ) : जिस
व्यक्ति के जिगर / यकृत में समस्या है या शरीर में प्रतिरोधक क्षमता कम है तो उसके
भी आधे सिर में दर्द होना शुरू हो जाता है.
·
असंतुलित
भोजन (
Unbalanced Diet ) : अनियमित आहार, तला हुआ, बासी, जंक फ़ूड इत्यादि
खाने से शरीर में वायु विकार उत्पन्न होते है जिसकी वजह से भी माइग्रेन का रोग
संभव है. CLICK HERE TO KNOW आधासीसी दर्द के घरेलू उपचार ...
माइग्रेन कारण और लक्षण |
·
अधिक श्रम
या विश्राम ( More Hard work or Rest ) : ये
दोनों परिस्थिति भी माइग्रेन का कारण बनती है, इसके अलावा मानसिक और शारीरिक
तनाव भी इसकी वजह बनती है.
·
अधिक
औषधियों का प्रयोग ( Using Many Medicine ) : कुछ लोग अपने किसी रोग की मुक्ति के लिए अनेक तरह की गोलियों और
औषधियों का प्रयोग करते है. जो उनमे माइग्रेन के दर्द का कारण बनती है.
·
रक्तचाप
( Blood
Pressure ) : वहीँ कुछ लोग अधिक भावुक होते है जिसकी
वजह से उनका रक्तचाप कम या ज्यादा होता रहता है जिसका सीधा असर इनके दिमाग पर पड़ता
है और माइग्रेन का कारण बनता है.
माइग्रेन
के लक्षण ( Symptoms of Migraine ) :
·
उल्टी ( Vomiting ) : माइग्रेन के रोगी को बार बार उलटती होती है और उसका जी मिचलता रहता है
जिसकी वजह से उसका स्वभाव भी चिडचिडा हो जाता है.
·
तनाव ( Tension ) : सिर में इतने भयंकर दर्द के कारण रोगी तनाव में आ जाता है और शीघ्र
ही उत्तेजित हो जाते है.
Causes and Symptoms of Migraine |
·
नींद की
कमी (
Lack of Sleep ) : माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को नींद नही आ पाती,
इसके पीछे का कारण भी सिर में निरंतर होने वाला दर्द ही होता है. अगर इन्हें नींद
आती भी है तो दर्द इन्हें तुरंत ही उठा देता है.
·
आँखों
में पानी ( Water in Eyes ) : अगर
किसी व्यक्ति की आँखों और नाक से पानी आता है तो समझें कि उसको माइग्रेन की समस्या
है.
·
गर्दन
में दर्द ( Neck Pain ) : माइग्रेन से पीड़ित रोगियों के सिर के साथ साथ
गर्दन में भी दर्द होता है. कुछ मरीजों में तो इसे शुरूआती लक्षण माना जाता है.
·
नियत
समय (
Fix Time ) : माइग्रेन के दर्द की एक खास बात ये भी है कि
इसके दर्द का एक नियमित समय होता है.
माइग्रेन,
इसके अन्य कारणों और लक्षणों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट
करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Aadhe Sir mein Dard ki Vjah |
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