हिंदी कैसे सीखें ( How to Learn Hindi )
हिंदी
भारत में बोली जाने वाली या यूं कहें कि भारत देश की मतृभाषा है. हिंदी की लिपि
देवनागरी है और इसकी अपनी एक व्याकरण भी है. जब किसी बोली के पास अपनी खुद की
व्याकरण हो तो उसे भाषा का दर्जा दे दिया जाता है जैसे पंजाबी एक भाषा है जो पंजाब
में बोली जाती है पर हरियाणा में बोली जाने वाली भाषा को व्याकरण ना होने के कारण
महज एक बोली का दर्जा दिया जाता है. एक बच्चा पैदा होने के बाद जो पहली बोली या
भाषा अपने माँ-बाप से सीखता है (First Language Acquisition), तो कोई भी दूसरी भाषा वो उसी बोली या
भाषा के आधार पर सीखता है. CLICK HERE FOR ONLINE HINDI CLASSES ...
Hindi Kaise Sikhen |
(Second Language Acquisition) हिंदी सीखने के लिए पहले आपको उसे समझना
होगा और हिंदी समझने के लिए आपको कोई नयी जानकारी नहीं बल्कि सिर्फ उस भाषा की जानकारी
होना आवश्यक है जो आपकी मातृभाषा है. हिंदी सीखने के लिए आप निम्न बातों को प्रयोग
में ला सकते हैं.
सामान्य बोलचाल में बोले जाने वाले शब्दों की सूंची तैयार करें (
List of Common Daily Using Word ) :
सामान्य भाषा में जो भी शब्द आप प्रयोग में लाते हैं उसकी एक सूंची तैयार करें और
अपनी भाषा से उनके हिंदी शब्दकोष के विकल्प खोजें. उन विकल्पों को याद करने के बाद
सामान्य बोल-चाल में उन शब्दों का प्रयोग करने की कोशिश करें और कुछ वक्त बाद आप
पायेंगे के वाकई आपकी हिंदी सुधर चुकी है.
शब्दों से वाक्य बनाने सीखें ( Learn How to Make Sentence
from Words ) :
किसी ने कहा है कि,“रोम देश एक दिन में ही नहीं बन गया था”.
इसका मतलब है कि कोई भी इन्सान एक दिन में विद्वान नहीं बन जाता. चूँकि आपको
शब्दों का ज्ञान हो चूका है, अब आप वाक्य बना कर देखें. इस बात से फर्क नहीं पड़ता
के अपने प्रयास में आप कितनी बार विफल हुए क्यूंकि “करत-करत अभ्यास ते जड़मति होत
सुजान”. मुझे यकीन है अभ्यास करते करते आप भी अपना लक्ष्य पा ही लेंगें. CLICK HERE TO KNOW HOW TO IMPROVE ENGLISH LANGUAGE ...
हिंदी कैसे सीखें |
अपनी भाषा की व्याकरण और हिंदी की व्याकरण में समानताएं और असमानताएं
खोजें ( Get Knowledge of Grammar ) :
सामान्य भाषा में बोले जाने वाले शब्द सीख लेने भर से आप ये नहीं कह सकते के आप
हिंदी के विद्वान बन चुके हैं. आपको अब प्रयास करते रहना होगा और अपने सामने
परेशानियाँ बढानी होंगी. आप अब हिंदी की व्याकरण और अपनी भाषा की व्याकरण में
समानताएं और असमानताएं खोजना शुरू कर सकते हैं.
अपने पास एक हिंदी शब्दकोष यानि डिक्शनरी रखें ( Always Put a
Dictionary With You ) :
शब्दकोष यानि डिक्शनरी, अपना शब्द ज्ञान निखारने का एक ऐसा विकल्प है जिसके साथ
होने से आपको किसी भी भाषा के कड़े से कड़े शब्दों से भी डर नहीं लगता. एक शब्दकोष आसानी
से किसी भी पुस्तकों की दुकान से सौ से दो सौ रूपये तक का मिल जाता है और ये आपको
हिंदी सीखने में काफी मददगार भी साबित होगा.
घर पर भी हिंदी बोलने की कोशिश करें ( Use Hindi at Home ) :
कहते
हैं कि आप भले ही एक भाषा को कितने ही अच्छे तरीके से सीख लो, पर एक रोज़ उसी भाषा
को बोलने वाले व्यक्ति के सामने आपको उसकी भाषा में बात करने से फिर भी डर लगता है.
चूँकि अब आपको शब्द-ज्ञान हासिल हो चूका है, अब आपको जरुरत है महज उन शब्दों को
बोलने का प्रयास करने की. शब्दकोष में अब ये देखें कि उन शब्दों को बोलने का सही
तरीका क्या है और घर पर भी बातचीत में वहीँ शब्द प्रयोग में लाने का प्यास करें. CLICK HERE TO LEARN HINDI ONLINE ...
How to Learn Hindi |
वाद-विवाद प्रतियोगिता ( Debate
Competition ) :
महज हिंदी भाषा को बोलना सीखने भर से अगर आप संतुष्ट नहीं हैं तो आप जगह-जगह होने
वाली भाषण प्रतियोगिताओं और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर भी अपना
हिंदी ज्ञान निखार सकते हैं. जितना आप हिंदी को अपनी बोलचाल में लायेंगे, आप
देखेंगे के हिंदी की आपसे दोस्ती उतनी ही गहरी होती जा रही है और आप हिंदी के एक
श्रेष्ठ वक्ता बन चुके हैं
.
हिंदी का अखबार पढें ( Read Hindi
Newspaper ) :
अपना हिंदी भाषा का ज्ञान बढाने के लिए आप अपने घर पर एक हिंदी का अखबार भी लगवा
सकते हैं. हिंदी का अखबार रोज पढने से आपको फायदा ये होगा के आपकी हिंदी दिन पर
दिन और भी ज्यादा निखरती जायेगी और रोज़ रोज़ अखबार पढ़ कर जिन नए शब्दों पर आपकी नजर
पड़े, उनका हिंदी शब्दकोष से अर्थ खोजकर आपका हिंदी ज्ञान और भी बढ़ जाएगा.
शुद्ध हिंदी सिखने का सरल तरीका |
शब्दों को भावनाओं में पिरोना सीखें ( Give Your Word Meaning
or Feeling) :
एक शब्द
के कई अर्थ होते हैं और कई शब्दों के अर्थ तो अर्थ से अनर्थ होते हैं. मेरे कहने
का मतलब ये कि जिस प्रकार एक शब्द का किसी वाक्य में उपयोग किसी अर्थ को दर्शाने
के लिए होता है और किसी और शब्द के साथ उसे बदल देने से उस वाक्य का ही अर्थ कुछ
और हो जाता है, आपको किसी भी शब्द के हर अर्थ का ज्ञान होना भी आवश्यक है.
किस शब्द के बाद कितना विराम है ( Use Prepositions,
Conjunction and Signs in Writing ) :
मैं आपके सामने दो वाक्य लिख रहा हूँ. पहला वाक्य है, “पकड़ो मत, जाने दो” और दूसरा
वाक्य है, “पकड़ो, मत जाने दो”. इन वाक्यों में शब्दों का उपयोग बिल्कुल समान है जबकि
एक अल्पविराम बीच में आ जाने से सारा खेल बदल जाता है. आप ध्यान से देखेंगे तो
पहले वाक्य में अल्पविराम मैंने “पकड़ो मत” के बाद लगाया है जबकि दुसरे वाक्य में
अल्पविराम मैंने “पकड़ो” शब्द के बाद लगाया है जिस से वाक्य का मतलब ही बदल गया. सोचिये
अगर ये वाक्य किसी राहगीर ने आपको किसी चोर के सन्दर्भ में कहा होता तो पहले वाक्य
का मतलब होता के आपको उस चोर को पकड़ना नहीं है बल्कि जाने देना है जबकि दुसरे
वाक्य का मतलब हुआ चोर को पकड़ो और जाने मत दो.
Hindi ke Vaakya Banayen |
प्रयास करते रहे ( Always do Practice ) :
एक वक्त ऐसा भी अयेगा जब आपको लगेगा के अब बहुत हुआ, मुझे हिंदी आ चुकी है. मैं आपको सुझाव
देना चाहूँगा कि भले ही आपको ऐसा लगे के हिंदी आपने पूरी सिख ली है पर फिर भी आपको
प्रयास करते रहना होगा क्यूंकि जैसा के अंग्रेजी में कहते हैं “Practice
Makes A Man Perfect) यानी प्रयास करते रहने से आदमी श्रेष्ठ बनता है, आपको भी प्रयास करना
नहीं छोड़ना चाहिए.
शुद्ध हिंदी सिखने के अन्य तरीको या किसी अन्य सहायता
के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Vyakaran Sikhen |
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Mujhe hindi shi tarike se bolni hai.
ReplyDeleteHindi bolne kaise sikhe
ReplyDeleteसर शुद्ध पौराणिक हिंदी कैसे बोले जैसे महाभारत और रामायण मै बोली जाती है?
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