सामान्य हादसे और उनके उपचार ( Some Common Accidents and Their Treatment )
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चोट लग जाने पर क्या करें ( On Any Injury ) : अगर किसी
कारण चोट लाग जाती है या कट छिल जाता है तो सबसे पहले चोट लगे स्थान को पानी से
अच्छे से साफ करें, ताकि घाव की गंदगी साफ हो जाये. इसके बाद घाव को रुई से ढक दें
इससे रक्त निकलना बंद हो जाता है. जब रक्त निकलना बंद हो जाये तो घाव पर दवा लगाकर
पट्टी कर दें किन्तु इस बात का ध्यान रखें कि घाव पानी से गिला ना हो अन्यथा इससे
घाव पक सकता है. देशी उपचार के अनुसार आप घाव पर हल्दी भी रखा सकते हो क्योकि
हल्दी में ऐसे एंटीबायोटिक होते है जिससे घाव का खून बहना भी बंद हो जाता है और
वहाँ कोई संक्रमण भी पैदा नही होता. CLICK HERE TO KNOW प्राथमिक चिकित्सा और उसके उद्देश्य ...
Emergency mein First Aid Kairse Den |
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नाक से खून बहने पर ( On Nose Bleeding ) : नाक से खून
निकलने की वजह ज्यादातर तेज गर्मी, हाई ब्लड प्रेशर या कोई संक्रमण का होना होता
है. ये समस्या अधिकतर बच्चों में देखी जाती है. इस स्थिति में नाक से सांस नही
लेना चाहियें. तो पीड़ित को बोलें कि वो मुंह से सांस लें और सिर नीचे करके अपनी
नाक को दबा लें. इस तरह जल्द ही उसकी नाक से रक्त निकलना बंद हो जाता है. रक्त के
बहने से शरीर में कमजोरी आ जाती है तो आप रोगी को पानी में ग्लूकोस घोल कर दें. CLICK HERE TO KNOW बेहोशी दुर करने के बेहतरीन टिप्स ...
Prathmik Chikitsa |
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जलने पर क्या करें ( On Burning ) : अगर किसी के
शरीर का कोई हिस्सा जल जाता है तो सबसे पहले जले हुए स्थान पर दस से पन्द्रह मिनट
तक ठंडा पानी डालें. इसके बाद घाव को रुई से अच्छी तरह साफ करें. इसे संक्रमण का
खतरा खत्म होता है. अब आप जले हुए स्थान पर टूथपेस्ट लगायें और कोई दवा हो तो उसे
लगा दें. ताकि रोगी को ठंडक मिले. आप जले हुए स्थान पर मेहँदी और नारियल का लेप भी
लग सकते हो. इससे भी पीड़ित को आराम मिलता है. अगर अधिक जल गया है तो तुरंत
एम्बुलेंस को कॉल करें.
आपातकाल में प्राथमिक चिकित्सा कैसे दें |
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बेहोश होने पर ( On Unconsciousness ) : अगर कोई
व्यक्ति बेहोश हो जाता है तो सबसे पहले उसे सीधा लेता दें और उसके पैरों के नीचे 3
से 4 तकिया लगा दें ताकि उसके पैर सिर से ज्यादा ऊंचाई पर हो. इससे रक्तसंचार
मस्तिष्क और हृदय के बीच में अधिक होगा और व्यक्ति जल्द ही चेतना में लौट आयेगा.
होश में आने के बाद आप पीड़ित को एक गिलास पानी अवश्य पिला दें ताकि उसका गला सुखा
ना रहें और उसे दोबारा चक्कर ना आयें.
हादसे और उनकी प्राथमिक चिकित्सा |
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मोच आने पर ( On Sprain ) : मोच आने पर
आपके पैर में सुजन आ जाती है जिसकी वजह से आपको चलने फिरने में तकलीफ होने लगती है
अगर आप सूजन आने के बाद भी चलते है तो अधिक कष्ट होता है इसलिए मोच वाले हिस्से को
अधिक न हिलायें और इसके उपचार के लिए एक कपडे में कुछ बर्फ के टुकडें लें और उससे
पैर पर आइसिंग ( Icing ) करें. ऐसा करने से आपकी सूजन कम हो सकती
है और आप फिर से चल फिर सकते है
First Aid in Emergency |
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करंट लगने पर ( On Current Stroke ) : अगर किसी को
करंट लग जाये तो सबसे पहले अपने घर के मैन स्विच को बन्द कर दें ताकि बिजली का
संचार रुक सके. उसके तुरंत बाद व्यक्ति को किसी कम्बल में लपेट दें. लेकिन आप खुद
भी इस बात का ध्यान रखें कि आपने भी चप्पल जरुर पहनी हो और आप भीगे हुए ना हो
वर्ना जो हाल उसका है वही आपका भी हो जायेगा.
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सांप, मकड़ी, या कीड़े के काटने पर ( On Snake, Spider or
Insects Bite ) : सांप के काटने पर व्यक्ति को सीधा लिटा
दें तथा हिलने न दें और घाव को पानी से अच्छे से साफ कर दें. सांप का जहर शरीर में
ना फैले उसके लिए घाव से थोडा ऊपर कोई कपड़ा या चुन्नी कस कर बांध दें. इसके बाद
रोगी को तुरंत डॉक्टर के पास लें जाएँ. यदि किसी व्यक्ति को किसी कीड़े, मकड़ी,
भिर्ड, चींटी इत्यादि ने काट लिया है तो उसके लिए कभी भी पट्टी न करायें बल्कि एक
कपडे में बर्फ बांधकर घाव पर लगायें ऐसा करने से जल्द ही सूजन और दर्द में आराम
मिला.
First Aid Kit se Prathmik Upchar |
अगर कोई भी ऐसी स्थिति हो जो आपको समझ में ना आ रही हो तो
आप उसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. इस तरह प्राथमिक चिकित्सा से किसी भी
पीड़ित की मदद की जा सकती है और उसके प्राणों की रक्षा की जा सकती है.
प्राथमिक चिकित्सा से
उपचार करने संबंधी किसी भी अन्य सहायता के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट कर जानकारी
हासिल कर सकते हो.
First Aid Kit |
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