दमा या साँस से सम्बंधित
बिमारियों को ठीक करने के उपाय ( Remedies to Cure Asthma and Respiratory Diseases )
यहाँ हम बताएँगे कि आप दमा
जैसी घातक बीमारी से कैसे छुटकारा पा सकते हैं. अधिकतर लोग दवाई के ऊपर ज्यादा
पैसे खर्च करते हैं क्योंकि उन्हें मालूम नहीं होता है कि कुछ ऐसे घरेलू उपचार भी
हैं जिसका प्रयोग करने से दमा जैसी खतरनाक बीमारी तो ठीक होती ही है साथ ही दौरे
भी ठीक हो जाते हैं. CLICK HERE TO KNOW दमा के कारण और लक्षण ...
Damaa ka Ghrelu Aayurvedic Ilaaj |
1.
दमा रोग होने पर केले की
दवाई बनाकर खाई जाती है. केले की दवाई बनाने के लिए एक पका हुआ केला लें, उसे छील
लें, केले को चीरकर दो टुकड़े कर लें, थोड़ा काली मिर्च को पीसकर चूर्ण बना लें, चूर्ण
को केले में भर दें, अब इसे केले के पत्ते में लपेटकर धागे से बांध लें, बांधने के
बाद इसे लगभग तीन घंटे तक रख दें, तीन घंटे के बाद उसे आग पर तब तक भूनें जब तक
केले का पत्ता जल नहीं जाता, भुन जाने के बाद उसे ठंडा होने के लिए रख दें, जब
केला ठंडा हो जाये तब केले को छीलकर खा लें. इसे लगातार तीन हफ्तों तक रोज खाएं.
2.
यदि किसी बच्चे को दमा हो
जाये तो दो कप पानी लें, उसमें 10 – 15 ग्राम अमलतास का गूदा डाल दें, अब इसे तब
तक उबालें जब तक इसका 25 प्रतिशत भाग बच जाये, फिर इसे छान लें, जिसे दमा रोग है
उसे यह रोज सोने से पहले पीना चाहिए. इसे पीने से फेफड़ों में जो बलगम इक्कट्ठा
होता है वह पेशाब के रास्ते से निकल जाता है तथा फेफड़ों में जो कफ इक्कट्ठा होता
है वह भी निकल जाता है इसके अलावा इसे लगातार नियमित रूप से पीने से तपेदिक भी सही
हो जाता है. CLICK HERE TO KNOW अम्लीयता के लक्षण और कारण ...
दमा का घरेलू आयुर्वेदिक इलाज |
3.
कुछ तुलसी के पत्ते लें, उन्हें
पानी में धो लें, फिर तुलसी के पत्तों पर काली मिर्च का चूर्ण डाल दें, अब इसे
खाएं. इसे खाने से आपको दमा रोग में बहुत आराम मिलेगा.
4.
कभी –कभी दमा के कारण दौरे
भी पड़ते हैं. यदि आपको भी यह समस्या है तो एक चम्मच हल्दी लें, उसमें उसका दोगुना
शहद मिला कर चाटें.
5.
दमा रोग में तुलसी के पत्ते
बहुत ही लाभदायक होते हैं. तुलसी के पत्तों को सबसे पहले पानी में उबाला जाता है,
फिर इसे पीसा जाता है, पीसने के बाद इसमें थोड़ा शहद मिलाकर खाया जाता है.
6.
दमा होने पर थोड़ा सरसों का
तेल लें, उसमें थोड़ा पहाड़ी नमक मिला लें, इस तेल से सीने पर मालिश करें. इससे आपको
बहुत जल्दी आराम मिलेगा.
7.
10 – 15 ग्राम मेथी के बीज
लें, एक गिलास पानी लें, उसमें मेथी का बीज डालकर तब तक उबालें जब तक उसका 25
प्रतिशत भाग रह जाये, अब इसे ठंडा कर लें और पी लें. इसे पीने से दमा तो ठीक होता
ही है इसके साथ – साथ यह शरीर के अनेक रोगों में भी लाभदायक होता है.
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8.
एक गिलास दूध लें, उसमें
थोड़ी हल्दी मिलाकर पियें इससे दमा रोग में बहुत ही आराम मिलता है और एलर्जी भी दूर
हो जाती है.
9.
थोड़ा पानी लें, उसमें सूखी
हुई अंजीर 3 – 4 नग डाल दें, इसे पूरी रात गलने के लिए छोड़ दें, प्रात: खाना खाने
से पहले खा लें. इसे खाने से फेफड़े में जो बलगम जमा होता है वह बाहर निकल जाता है.
10.
दमा रोग में सहजन की
पत्तियां बहुत फायदेमंद होती हैं. सहजन की पत्तियां लें, उसे पानी के साथ उबाल
लें, फिर इन्हें छान लें, उसमें थोड़ा नमक तथा निम्बू का रस और काली मिर्च का चूर्ण
मिला लें, अब इसे पियें.
11.
साँस के साथ शहद की महक लें
इससे भी दमा में आराम मिलता है.
12.
दमा रोग होने पर खाना खाने
साथ सादा पानी न पियें बल्कि पानी में एक निम्बू का रस मिलाकर पियें
13.
लहसून की 4 – 5 कली लें,
लगभग 500 ग्राम दूध लें, दूध में लहसून डालकर कुछ देर तक उबालकर हर रोज सुबह – शाम
सेवन करें.
14.
दमा रोग में आंवला एक वरदान
है. थोड़ा – सा आंवला का रस लें, उसमें थोड़ा शहद मिलाकर पियें. इसे पीने से फेफड़े
मजबूत रहते हैं.
दमा व श्वास का उपचार |
15.
दमा रोग होने पर प्रतिदिन
प्रात: तीन चार छुहारा खाया जाता है. इसे खाने से फेफड़े मजबूत होते हैं तथा सर्दी
जुकाम भी नहीं होता.
16.
जिस व्यक्ति को साँस लेने
में कठिनाई महसूस होती है उसे अदरक को सुखाकर उसका काढ़ा बनाकर पीना चाहिए. इससे
साँस की समस्या दूर हो जाती है.
17.
दमा रोग में गुड़ बहुत ही
उपयोगी होता है. गुड़ को कूटकर सरसों के तेल में मिलाकर लगभग डेढ़ महीने तक प्रतिदिन
प्रात: नियमित रूप से खाने से दमा रोग में लाभ होता है.
18.
पीपल के कुछ फल लें, उन्हें
सुखा लें, सुखाने के बाद उन्हें महीन पीस लें, इसे रोजाना सुबह – शाम थोड़ा – थोड़ा
खाएं. इससे साँस लेने में तकलीफ नहीं होगी.
19.
थोड़ी मुलेठी लें, कुछ
सुहागा के फूल लें, इन्हें बराबर – बराबर भाग में पीस लें. फिर इसमें शहद मिलाकर
रोज दिन में तीन बार चाटें अथवा गुनगुने पानी के साथ पियें. इस उपचार का प्रयोग
करने से आपको बहुत लाभ होगा.
Kaise Paayen Dame se Chutkaara |
20.
थोड़ी – सी सुखी हुई अदरक
लें, छोटी पीपर लें, सफेद रंग की गदह पूरना लें, वायविडंग लें, कुछ चित्रक के पेड़
के जड़ की छाल लें, गिलोय लें, थोड़ी अश्वगंध लें, थोड़ा – सा हरड का छिलका लें,
विधारा लें, बहेड की छाल लें, आंवला की छाल लें, कुछ दाने काली मिर्च की लें, इन
सभी चीजों का प्रबंध करके बराबर – बराबर भाग में लेकर पीस लें, पीसने के बाद
इन्हें गुड़ की एक तार की चाशनी में मिला लें, फिर इनकी छोटी – छोटी गोलियां बना
लें, इन गोलियों को सुखा लें, जब ये गोलियां सूख जाये तो हर रोज एक गोली सुबह बकरी
के दूध के साथ खाएं. इसे खाने से साँस लेने में कोई कठिनाई महसूस नहीं होगी.
21.
2 -3 माशा सफेद जीरा लें, 3
– 4 माशा छोटी दुद्धी लें, इन्हें पानी के साथ पीस लें, इसके बाद इन्हें छान लें,
इसमें थोडा सेंधा नमक मिला दें, अब इसे रोज सुबह पियें.
Damaa Saral Nuske Aasan Upchar |
22.
यदि आपको साँस लेने में
परेशानी होती है तो प्रतिदिन पानी में अडूसे का शर्बत मिलाकर पियें.
23.
दमे से ग्रस्त व्यक्ति को
हर रोज तुलसी के पत्ते का रस पीना चाहिए.
24.
तुलसी, कुछ काली मिर्च के
दाने तथा चाय की पत्ती का काढ़ा बनाकर पीने से दमे में बहुत लाभ होता है.
25.
धाय के कुछ फूल लें, पोस्ता
नामक पौधे के डोडे लें, बबूल के पेड़ की छाल लें, कटेरी अडूसा लें, छोटी पीपर लें,
सूखी हुई अदरक लें, इन सभी को समभाग में लेकर पानी के साथ उबालें, इन्हें पानी आधा
रह जाने तक उबालते रहें, फिर इन्हें छान लें, अब इसमें शहद मिलाकर पियें. इसे पीने
से दमा रोग ठीक हो जाता है.
26.
थोडा – सा अजवायन लें, थोडा
सुहागा लें, कुछ लोंग लें, काला नमक लें, सेंधा नमक लें, सांभर नमक लें, एक मिटटी
का पात्र लें तथा उसमें इन सभी चीजों को डालकर ढक दें, ढकने के बाद पात्र को आग पर
रख दें और लगभग 3 – 4 घंटे तक जलाएं, फिर इसे ठंडा कर लें, जब यह ठंडा हो जाये तब
पात्र में से राख निकाल लें, निकालने के बाद राख को महीन पीसकर चूर्ण बना लें, राख
में शहद मिलाकर चाटें और चाटने के बाद गुनगुना पानी पियें.
27.
अंजीर लें, उसे मिट्टी के
पात्र में डालकर रात भर जल में भिगो लें, प्रात: उस अंजीर को उबाल लें, फिर सुबह
योगाभ्यास करने पर साँस सामान्य होने के बाद उबले हुए अंजीर को खा लें, जिस पानी
में अंजीर को उबाला है वही पानी पी लें. ऐसा करने से दमा रोग में आराम मिलता है.
28.
दमा होने पर लहसून के तेल
से मालिश करने से भी बहुत लाभ होता है.
अस्थमा से मुक्त होने के
अन्य घरेलू आयुर्वेदिक उपचारों के बारे में जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके
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सर मैने सुना हा की एक दमबेल का पौधाहोता है जिसकी पत्तिया खाने से दमा ठीक हो जाता है
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