गणेश मोहिनी साधना (Ganesh Mohini
Sadhna)
गणेश मोहिनी साधना सभी
साधनाओं में से सर्वश्रेष्ठ मानी जाती हैं. यह साधना किसी भी असंभव कार्य की
पूर्ती हेतु की जाती हैं. यदि कोई व्यक्ति इस साधना को पूरे विधि विधान से कर
लें. तो जिस कार्य को पूरा करना चाहता हैं. वह अवश्य पूर्ण हो जाएगा. इसके अलावा
इस साधना का प्रयोग आप दुसरे व्यक्ति को सम्मोहित करने के लिए भी कर सकते
हैं. वैसे तो शास्त्रों में अनेकों मोहिनी साधना का उल्लेख किया गया हैं. जिनकी
जानकारी नीचे दी गई हैं – CLICK HERE TO READ MORE ABOUT श्री गणेश साधना से मनोकामना पूर्ति ...
Asambhav Karya ki Purti Hetu Ganesh Mohini Sadhna |
1.
श्री गोरखनाथ मोहिनी साधना
2.
शाह हजरत अली की सुलेमानी मोहिनी साधना
3.
मोहम्मद सहब की शाम कोर मोहिनी साधना
4.
पंज पीर मोहिनी साधना
5.
वीर हनुमान मोहिनी साधना
6.
रतडी मोहिनी साधना
उपरोक्त सभी साधनाएं
बेमिशाल साधनाएं मानी गई हैं. लेकिन सबसे प्रभावी साधना केवल गणेश मोहिनी साधना
को माना गया हैं. इस साधना की सिद्धि अनुष्ठान करने से होती हैं. गणेश
मोहिनी साधना एक दिन में ही पूर्ण हो जाती हैं. लेकिन इस साधना की सिद्धि
हेतु आप यह अनुष्ठान अपने घर में नहीं कर सकते हैं. इस साधना का पूर्ण फल प्राप्त
तभी प्राप्त होता हैं. जब इसे घर के बाहर किसी शांत और एकांत स्थान पर
करें.
पूजा की उपयोगी सामग्री (Worship’S
Useful Things)
·
स्लीरा
·
लाला चन्दन का पाउडर, सफेद चन्दन का पाउडर
·
बादाम, किसमिस
·
शुयायारे
·
गिरी गोला
·
सरियाला
·
अगर और तगर
·
जटामासी
·
एक या डेढ़ किलो हवन सामग्री
·
एक कटोरी चीनी तथा शुद्ध घी
·
भोग के लिए 5 मोतीचूर के लड्डू
गणेश मोहिनी साधना की विधि (Method of Ganesh
Mohini Sadhna)
1. गणेश मोहिनी साधना को शुरू
करने के लिए साधना में प्रयोग की जाने वाली सभी सामग्रियों को एकत्रित कर लें. अगर
कोई चीज न मिली हो तो चिंता न करें. इसके स्थान पर आप हवन में फूल, मखाने तथा कमल
गट्टे का प्रयोग कर सकते हैं.
2. गणेश मोहिनी साधना के हवन
को करने के लिए हवन सामग्री लें. और उसमें एक कटोरी शक्कर, देशी घी तथा अन्य सभी
सामग्रियों को मिला लें.
3. हवन करने के लिए आम के पेड़
की लकड़ियाँ इकट्ठी कर लें. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT चमत्कारी यक्षिणी साधना मंत्र विधि ...
Bhay V Haani se Mukti Dilayen Ganesh Mohini Sadhna |
4. गणेश मोहिनी साधना को करने
का शुभ समय रात्रि का माना जाता हैं. इसलिए इस साधना को रात्रि के समय करें.
5. साधना के लिए जाते समय अपने
साथ एक सिंदूर की डिब्बी भी ले जाएँ. साधना शुरू करने के लिए सर्वप्रथम अपने गुरु
की आज्ञा ले लें.
6. साधना को करने के लिए
रात्रि के नौ बजे घर के आस – पास किसी एकांत स्थान पर या किसी नदी के किनारे जाएँ.
7. अब अपने समक्ष गणेश जी की
प्रतिमा को स्थापित कर लें.
8. अब गणेश जी की पूजा करें और
इसके बाद हवन करने की तैयारी करें.
9. हवन में मिश्रित हवन
सामग्री की 1100 बार निम्नलिखित मंत्र का जाप कर आहुतियाँ डालें.
10. हवन समाप्त होने के पश्चात् गणेश जी की प्रतिमा के सामने
पांच मोती चूर के लड्डू भोग के लिए रख दें.
11. साधना समाप्त होने के बाद लड्डू को वहीँ छोड़ दें और सिंदूर
की डिब्बी को अपने साथ लेकर वापिस अपने निवास स्थान पर ले जाएँ.
Asambhav Karya ki Purti Hetu Ganesh Mohini Sadhna |
इस विधि के द्वारा पूजा
सम्पन्न करने के बाद आप अपने साथ जो सिंदूर की डिब्बी लाएं. उसका तिलक आप जिस
व्यक्ति को सम्मोहित करना चाहते हैं. उसके मस्तिष्क पर लगा दें. इस साधना को करने
के बाद आपको अपने जीवन में किसी भी प्रकार की हानि का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके
साथ ही अगर आपको किसी वस्तु, जीव या अन्य किसी चीज से भय लगता हैं. तो उस भय से भी
आपको छुटकारा मिल जाएगा.
ध्यान रखने योग्य बातें
गणेश मोहिनी साधना का
प्रयोग करते हुए, इस बात का विशेष ध्यान रखें कि इस साधना का प्रयोग कभी – भी किसी
गलत कार्य की सिद्धि हेतु न करें. अगर आप ऐसा करेंगे तो आपको इस साधना के दुष्परिणाम
भी भोगने पड सकते हैं.
गणेश मोहिनी साधना तथा अन्य साधनाओं के बारे में जानने के लिए आप नीचे कमेंट करके तुरंत जानकारी हासिल कर सकते हैं.
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कृपया पञ्च पीर मोहिनी साधना बताने का कष्ट करें
ReplyDeletekiso ko apne wash m krna ho to kaise kra
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