अनंत कालसर्प दोष (Anant Kalsarp Dosh)
जब व्यक्ति की जन्म कुंडली के प्रथम अर्थात लग्न भाव में
राहु ग्रह स्थित हो, सप्तम अर्थात गृहस्थ भाव में केतु ग्रह
स्थित हो तथा शेष ग्रह इन दोनों ग्रहों के मध्य में स्थित हो. तब अनंत
कालसर्प दोष का योग बनता हैं. इस योग के बनने पर व्यक्ति को अपने जीवन में उन्नति
तथा पतन दोनों परिस्थितियों का सामना करना पड़ता हैं. इसके अलावा भी व्यक्ति पर
अन्य कालसर्प दोषों की भांति ही इस दोष के कुछ दुष्प्रभाव पड़ते हैं. जिनकी जानकारी
नीचे दी गई हैं – CLICK HERE TO READ MORE ABOUT शेषनाग कालसर्प दोष के लक्षण टोटके ...
Anant Kalsarp Dosh ke Ashubh Prabhavon se Mukti ke Upay |
अनंत कालसर्प दोष के परिणाम (Anant Kalsarp Dosh ‘S Effects)
1. अनंत कालसर्प योग से
प्रभावित व्यक्ति अपने मन की करते हैं. इन्हें इनके ही आस – पास रहने वाले अर्थात
इनके करीब रहने वाले व्यक्ति धोखा देते हैं. जिससे इन्हें बहुत ही हानि भी उठानी
पडती हैं.
2. जिस व्यक्ति की कुंडली में
अनंत कालसर्प दोष का योग बनता हैं. वह व्यक्ति महतवपूर्ण कार्यों को करने के लिए
दिमाग का प्रयोग नहीं करता तथा अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करता हैं. इनकी इस
प्रवृत्ति के कारण ही इनका काफी नुकसान होता हैं.
3. ये अक्सर मस्तिष्क से लेकर
गले के रोगों तक पीड़ित रहते हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT कर्कोटक कालसर्प दोष परिणाम एवं टोटके ...
अनंत कालसर्प दोष के अशुभ प्रभावों से मुक्ति के उपाय |
4. इनके जीवन में स्त्री की
अहम भूमिका हैं. स्त्री के कारण ही ये अपने जीवन में सफल हो पाते हैं. तो वहीँ
अन्य स्त्री के कारण ही इन्हें जीवन में असफलता मिलती हैं. जिससे इनके जीवन के एक
पड़ाव में इन्हें जीवन की ऊंचाइयों को छूने के अवसर भी प्राप्त होते हैं. तो उन
ऊँचाइयों से उतरकर नीचे भी आना पड़ता हैं.
अनंत कालसर्प दोष क की शांति के टोटके
1. अनंत कालसर्प दोष की शांति
हेतु प्रत्येक सोमवार को शिव के निम्नलिखित पंचाक्षरी मन्त्र और महामृत्युंजय
मन्त्र का जाप 108 आठ बार करें.
मन्त्र - ॐ नम: शिवाय
इन दोनों मन्त्रों का जाप
करने पर आपको अनंत कालसर्प दोष के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिल जायेगी.
2. अनंत कालसर्प योग की अशुभ
प्रभावों से बचने के लिए आप मनसा देवी की भी अराधना कर सकते हैं. क्योंकि
माँ मनसा देवी को नागों की देवी माना जाता हैं. यदि नियमित रूप से आप
रोजाना माँ की प्रतिमा को स्थापित कर इनकी पूजा करें तो आपको इस दोष के
दुष्प्रभावों से मुक्ति मिल जायेगी.
Anant Kalsarp Yog ke Totke |
3. अनंत कालसर्प के बुरे
प्रभावों से मुक्त होने के लिए आप अपने घर के पूजा स्थल में कालसर्प दोष निवारण
हेतु कालसर्प योग शांति यंत्र भी स्थापित कर सकते हैं. यदि आप रोजाना कालसर्प
निवारण के लिए इस यंत्र की पूजा करने के बाद “ ॐ नम: शिवाय ” मन्त्र का जाप
करेंगें. तो आपको अवश्य ही इस योग के अशुभ प्रभावों से शांति मिल जायेगी.
4. अगर अनंत कालसर्प योग से
प्रभावित व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं रहते. तो रोगों को अपने शरीर से दूर
करने के लिए एक रांगे की धातु से बना सिक्का लें और उसे पानी में छोड़ दें. इस उपाय
को करने से आप हमेशा स्वस्थ रहेंगें.
5. अनन्त कालसर्प दोष से बचने
के लिए महाशिवरात्रि पर एकमुखी, आठ्मुखी या नौ मुखी रुद्राक्ष धारण कर लें.
रुद्राक्ष को गले में धारण करने के बाद आप पर इस दोष का प्रभाव कम होगा.
अनंत कालसर्प दोष व अन्य कालसर्प दोष के बारे में अधिक
जानकारी हेतु आप नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हैं.
अनंत कालसर्प योग |
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