शंखनाद कालसर्प दोष
जब किसी व्यक्ति की कुंडली
के नवमें भाव में राहु ग्रह हो, केतु तीसरे भाव में हो तथा अन्य बचे हुए ग्रह इनके
बीच में स्थित हो तो शंखनाद कालसर्प योग का निर्माण होता हैं. इस योग के बनने पर
व्यक्ति को जीवन, व्यापार, भाग्य आदि से जुडी हुई समस्याओं का सामना करना पड़ता
हैं. जिनकी जानकारी नीचे दी गई हैं –
शंखनाद कालसर्प दोष के अशुभ
प्रभाव
1.
जिस व्यक्ति की कुंडली में
यह योग बनता हैं. उसका भाग्य उसका साथ भले ही दे लेकिन वह सुखी नहीं रह पाता
अर्थात उसे किसी न किसी प्रकार की समस्या का सामना बार – बार करना पड़ता हैं.
2.
इस योग से ग्रस्त व्यक्ति
के दुश्मन अधिक संख्या में होते हैं तथा ये शत्रु ही इनके जीवन की अधिक समस्याओं
के कारण बनते हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT तक्षक कालसर्प दोष ...
Shankhnaad Kalsarp Dosh ke Ashubh Prabhav se Chutakara Pane ke Totke |
3.
इस योग से प्रभावित व्यक्ति
में सहनशीलता अधिक होती हैं. लेकिन यह भी इनके लिए परेशानी ही बन जाती हैं.
क्योंकि इनकी इस अच्छाई का सभी फायदा उठाते हैं.
4.
इनका भाग्य इनका साथ हमेशा
देता हैं. जिससे इन्हें हर क्षेत्र या कार्य में सफलता मिलाती हैं. लेकिन उस सफलता
को हानि ये स्वयं पहुंचाते हैं.
शंखनाद कालसर्प दोष से
छुटकारा पाने के उपाय
1.
इस दोष से मुक्ति पाने के
लिए जौ के दाने लें और रोजाना पक्षियों को खिलाएं. सवा महीने तक रोजाना पक्षियों
को जौ के दाने खिलाने से जल्द ही आपको इस दोष के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिल
जाएगी.
2.
शंखनाद कालसर्प दोष से
छुटाकारा पाने के लिए एकाक्षी नारियल लें और इसे अपने सिर पर से सात बार वार लें.
लगातार सात बुधवार को इस उपाय को करने के बाद इस नारियल को गंगाजी में या किसी
पवित्र नहर में प्रवाहित कर दें. इस उपाय को करने से सात बुधवार के बाद स्वयं आपको
इसका असर दिखाई देने लगेगा.
3.
हफ्ते के प्रत्येक शनिवार
को यदि आप चीटियों के बिल में सत्तू या आटा डालें. तो भी आपको इस दोष के नकारात्मक
प्रभाव से मुक्ति मिल सकती हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT पदम कालसर्प दोष के प्रभाव तथा उपाय ...
शंखनाद कालसर्प दोष के अशुभ प्रभाव से छुटकारा पाने के टोटके |
4.
यदि आपको इस दोष के कारण अधिक
परेशानियों का सामना करना पड रहा हैं तो नागपंचमी के दिन 500 ग्राम बादाम लें और
उसे नदी में प्रवाहित कर दें. इस उपाय को करने जल्द ही आपको इन परेशानियों से
मुक्ति मिल जायेगी.
5.
18 शनिवार तक यदि राहु,
केतु तथा हनुमान जी की अराधना करने पर भी इस दोष का प्रभाव ख़त्म हो जाता हैं.
6.
इस योग से पीड़ित व्यक्ति के
लिए चाँदी की अंगूठी पहनना लाभदायक सिद्ध होता हैं. चाँदी की अंगूठी पहनने से
व्यक्ति पर इस दोष का कम प्रभाव पड़ता हैं.
शंखनाद
कालसर्प दोष से मुक्त होने के अन्य उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट
करके जानकारी हासिल कर सकते है.
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