पदम कालसर्प दोष का प्रभाव
तथा इस दोष के प्रभावों से बचने के उपाय
पदम काल सर्प दोष के योग का
निर्माण
पदम कालसर्प दोष का पांचवा
प्रकार हैं. जब किसी व्यक्ति की कुंडली के पांचवें भाव में राहु ग्रह स्थिर हो तथा
ग्यारहवें भाव में केतु स्थिर हो तथा बचे हुए ग्रह इन दोनों के बीच में स्थित हो,
तो “पदम् कालसर्प दोष” का योग बनता हैं. अन्य कालसर्प दोष के योगों की भांति इस
दोष से पीड़ित होने पर भी व्यक्ति को अशुभ प्रभावों का तथा कई प्रकार की समस्याओं
का सामना करना पड़ता हैं. जिनकी जानकारी नीचे दी गई हैं.
पदम् कालसर्प दोष के प्रभाव
–
1.
इस योग के बनने पर व्यक्ति
को पुत्र का सुख बहुत ही मुश्किल से मिलता हैं. लेकिन पूर्ण रूप से इन्हें पुत्र का
सुख प्राप्त नहीं होता. क्योंकि उसे जीवनभर पुत्र की चिंता रहती हैं तथा उसके गलत
व्यवहार तथा बुरी संगत से वह हमेशा परेशान रहता हैं.
2.
इस योग से पीड़ित व्यक्ति को
जुआ खेलने, सट्टा लगाने तथा शेयर मार्किट में पैसा लगाने जैसी कुछ आदते होती हैं.
जिसमें उसे अधिकतर नुकसान या घाटा ही होता हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT VAASUKI KAALSARP DOSH ...
Padam Kaalsarp Dosh ke Prabhav Tatha Upay |
3.
इस योग से प्रभावित व्यक्ति
को वृद्ध होने के बाद अनेक शारीरिक रोग हो जाते हैं. जैसे – पेट दर्द, पेट में कोई
गंभीर बिमारी होना, टांगों से जुडी बिमारी होना तथा घुटनों में दर्द होना आदि.
4.
इस दोष से पीड़ित व्यक्ति
यदि उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहता हैं तो उसके रास्ते में हमेशा कोई न कोई
रुकावट उत्पन्न हो जाती हैं.
5.
जिस व्यक्ति की कुंडली में
यह योग बनता हैं. उसके मन में हमेशा कोई दुर्घटना होने का डर बना रहता हैं.
पदम कालसर्प योग के अशुभ
प्रभावों से बचने के उपाय –
1.
इस योग के अशुभ प्रभावों से
बचने के लिए घर में एक मोर पंख हमेशा रखें. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
पदम कालसर्प दोष के प्रभाव तथा उपाय |
2.
पदम कालसर्प योग के
प्रभावों से मुक्त होने के लिए किसी भी एक धातु से नाग – नागिन बनवा लें और उसे
अपने घर के मुख्य द्वार की चोखट के दोनों ओर लगा दें. इस उपाय को करने से पदम दोष
के अशुभ प्रभावों का असर आप पर नहीं पड़ेगा.
3.
इस दोष से प्रभावित व्यक्ति
अगर राहु ग्रह से सम्बन्धित वस्तु जैसे – शीशा, कंबल, तिल, बाजरा का दान करें. तो
वह इस दोष के प्रभावों से मुक्त हो जाएगा.
4.
इन उपायों के अलावा यदि
सोने से पहले अपने तकिये के नीचे पांच मुलयां रखकर सोयें तथा सुबह उठकर इन मुलियों
को मंदिर में रख आये या पंडित को दे दें. इस उपाय को करने से भी पदम कालसर्प दोष
का प्रभाव व्यक्ति पर कम पड़ता हैं तथा धीरे – धीरे यह प्रभाव खत्म हो जाता हैं.
पदम
कालसर्प दोष के प्रभाव तथा इस दोष से बचने के अन्य उपायों को जानने के लिए आप
तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.
Remedy And Effect of Padam Kaalsarp Dosh |
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