मौसमी के औषधीय उपयोग (Mousami Medicine uses)
1. अनिद्रा – यदि किसी व्यक्ति को
रात्रि के समय घंटों लेटे रहने पर भी नींद नहीं आती हैं तो वह अनिद्रा की इस
बिमारी को दूर करने के लिए मौसमी के रस का प्रयोग कर सकता हैं. अनिद्रा की इस रोग
से मुक्त होने के लिए रोजाना एक गिलास मौसमी के रस का सेवन करें. मौसमी का जूस
पीने से अनिद्रा का रोग दूर हो जाएगा तथा आपको नींद अच्छी तरह से आएगी. जिससे आपकी
नींद तो पूरी होगी ही साथ ही साथ आपके शरीर में नई ऊर्जा का संचार भी होगा.
2. ज्वर – जब व्यक्ति को तेज बुखार
हो जाता हैं तो उसकी इच्छा किसी भी प्रकार के ठोस प्रदार्थ को खाने की नहीं होती.
ऐसी दशा में ज्वर के रोग से पीड़ित व्यक्ति के लिए मौसमी का रस बहुत ही उपयोगी
सिद्ध होता हैं. मौसमी के रस में नमक मिलाकर पीने से तेज ज्वर में राहत मिलती हैं
तथा ज्वर के कारण शरीर में होने वाली कमजोरी भी महसूस नहीं होती.
3. मजबूत दांतों के लिए – यदि किसी व्यक्ति के
दांत कामजोर हो तथा भोजन करते समय दांत से भोजन ठीक तरीके से न चबाया जाता हो तो
उस व्यक्ति के लिए मौसमी का फल बहुत ही लाभदायक होता हैं. मौसमी के फल का निरंतर
प्रयोग करने से दांत मजबूत होते हैं तथा दांतों से जुडी अन्य समस्याओं का भी सामना
नहीं करना पड़ता.
4. रक्त शोधक – अगर कोई व्यक्ति हमेशा
बिमार रहता हैं जिसके कारण उसके शरीर का खून अशुद्ध हो गया हो तो उस व्यक्ति के
लिए मौसमी का फल बहुत ही फायदेमंद सिद्ध होता हैं. शरीर का रक्त साफ हो जाए इसके
लिए बिमार व्यक्ति को रोजाना दिन में एक गिलास मौसमी के रस का सेवन करना चाहिए.
मौसमी के रस का सेवन करने से शरीर का रक्त तो साफ होता ही हैं इसके साथ ही साथ
मौसमी के रस को पीने से हृदय के बल में वृद्धि होती हैं.
5. गर्भावस्था – गर्भावस्था के लिए भी
मौसमी का रस अत्यधिक लाभदायक होता हैं. यदि गर्भावस्था में प्रतिदिन गर्भवती महिला
के द्वारा मौसमी के रस का सेवन किया जाए तो उसका बच्चा स्वस्थ रहता हैं तथा उसके
गर्भाशय को ताकत मिलती हैं. मौसमी में कैल्सियम की भी मात्रा विद्यमान होती हैं.
इसलिए इसके रस का सेवन करने से गर्भवती महिला के बच्चे को पौष्टिक आहार की
प्राप्ति होती हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT खट्टा मीठा मौसम्बी का फल ...
Mausambi ke Ausdhiy Gun |
6. जुखाम – सर्दी के मौसम में अक्सर
लोगों को जुखाम हो जाता हैं जिससे लोग बहुत ही परेशान हो जाते हैं. सर्दी के मौसम
में यदि किसी व्यक्ति को जुखाम की बिमारी हो जाए तो वह व्यक्ति भी मौसमी के रस का
इस्तेमाल कर सकता हैं. जुखाम से जल्द राहत पाने के लिए एक गिलास मौसमी का रस लें
और उसमें 6 या 7 बूंद अदरक के रस की डाल दें. अब इस गिलास में थोडा सा नमक मिलाएं
और इसके बाद इस रस को पीलें. 8 – 10 दिन ऐसे ही रोजाना मौसमी के रस का सेवन करने
से आपको जल्द ही जुखाम से छुटकारा मिल जायेगा.
7. हृदय रोग – हृदय रोग कभी – कभी बहुत
ही घातक सिद्ध होते हैं. अगर किसी व्यक्ति को हृदय से जुडा कोई रोग हो गया हो तो
वह इस रोग से मुक्ति पाने के लिए भी रोजाना एक गिलास मौसमी के रस का सेवन कर सकता
हैं. मौसमी के रस का निरंतर रूप से प्रयोग करने से हृदय के रोगों में बहुत ही राहत
मिलती हैं तथा मौसमी के रस का सेवन करने से एक और फायदा होता हैं. इसके रस का सेवन
रोजाना करने से हृदय की रक्तवाहिनियां कोमल तथा लचीली हो जाती हैं. जिससे इन रक्तवाहिनियों
में कोलेस्ट्रोल नहीं जमता और भविष्य में दुबारा हृदय के रोगों के होने की भी
सम्भावना काफी कम हो जाती हैं.
8. कब्ज – कुछ व्यक्तियों को लगातार
कब्ज होने की समस्या रहती हैं. जिसके कारण उनका कुछ भी खाने का मन नहीं करता तथा
उन्हें बिना कुछ खाए भी पेट में भारीपन महसूस होता हैं. ऐसे समय में आप मौसमी के
रस का तथा नारंगी के रस का प्रयोग कर सकते हैं. मौसमी और नारंगी के रस को एक साथ
मिलाकर पीने से कब्ज की बिमारी तो दूर हो ही जाती हैं इसके साथ ही शरीर में
उपस्थित विषैले तत्व आसानी से बाहर निकल जाते हैं. कब्ज की बीमारी को दूर करने से
के लिए मौसमी के फल का सीधा प्रयोग भी किया जा सकता हैं. क्योंकि मौसमी के फल का
रेशा पेट की कब्ज को ख़त्म करने में अत्यंत सहायक होता हैं.
9. थकान – यदि किसी महिला या पुरुष
को निरंतर कार्य करने के कारण थकान महसूस होती हैं. तो आप अपने शरीर की थकान से
मुक्ति पाने के लिए भी मौसमी के रस का इस्तेमाल कर सकते हैं. मौसमी का रस शरीर की
थकान को दूर करने के लिए बहुत ही लाभकारी होता हैं. यदि आप रोजाना मौसमी के रस का
सेवन करेंगे तो आपको जल्द ही शारिरिक थकान से मुक्ति मिल जायेगी.
10. टायफाइड – यदि किसी व्यक्ति को टायफाइड का रोग हो गया हो तो वह भी
इस रोग से छुटकारा पाने के लिए मौसमी के रस का प्रयोग कर सकता हैं. टायफाइड की बिमारी
से ग्रस्त व्यक्ति के लिए मौसमी का रस बहुत ही लाभप्रद होता हैं. इसलिए टायफाइड से
पीड़ित व्यक्ति को मौसमी के रस का अवश्य सेवन करना चाहिए.
11. बच्चों का सिरदर्द – मौसमी के रस की ही तरह
मौसमी के छिलकों का तेल भी अत्यंत महत्वपूर्ण तथा लाभदायक होता हैं. गर आपके
बच्चों के सिर में दर्द हो रहा हो तो उन्हें इस दर्द से राहत दिलाने के लिए भी आप
इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. यदि बच्चों को तेज ज्वर हो गया होतो भी आप मौसमी
के छिलके के तेल से बच्चे के सिर की तथा शरीर की मालिश कर सकते हैं. इसके तेल से
बच्चे के शरीर की मालिश करने से बच्चे के शरीर की त्वचा मुलायम हो जाती हैं तथा
उनकी हड्डियाँ मजबूत होती हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT फालसे का औषधिय उपयोग ...
मौसमी के औषधीय गुण |
12. खांसी या दमा – यदि किसी व्यक्ति को दमे की बिमारी हो तथा
पुरानी खांसी की भी शिकायत हो तो वह इन दोनों बिमारियों से राहत पाने के लिए मौसमी
के रस के साथ कुछ और पदार्थों का इस्तमाल कर सकता हैं. इसके लिए एक गिलास मौसमी का
रस लें और उसे हल्का गर्म कर लें. अब इसमें थोडा नमक मिलाएं तथा इसमें थोडा सा
भुने हुए जीरे का पाउडर डालें. अब इस रस में नमक तथा जीरे को पाउडर को अच्छी तरह
से मिलाने के बाद इसमें 4 या 5 पांच बुंदें अदरक की डालकर इस रस का सेवन करें. इस
रस का लगातार 1 या 2 महीने तक सेवन करने से आपको जल्द ही इन दोनों बिमारियों से
मुक्ति मिल जाएगी.
खांसी तथा दमे के रोग से छुटकारा पाने के लिए मौसमी के रस का आप एक और तरीके से प्रयोग कर सकते हैं. इस उपाय को करने के लिए मौसमी का ताजा रस लें और मौसमी की ही समान मात्रा में गर्म पानी लें और इसे मौसमी के ताजे रस में मिला लें. अब थोड़ा भूना हुआ जीरा, सौंठ तथा सेंधा नमक लें और इन्हें पानी और मौसमी के रस में मिला दें तथा फिर इसका सेवन करें. रोजाना दिन में एक बार इस रस का सेवन करने से आपको जल्द ही इन दोनों रोगों से छुटकारा मिल जाएगा.
मौसमी के फल तथा मौसमी के औषधीय प्रयोग के अन्य उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.
Medicine Uses of Citrus Limetta |
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