तुलसी
के स्वास्थ्य लाभ ( Health Benefits of Tulsi ) :
तुलसी को प्राचीन
समय से ही औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, इसके इस्तेमाल से व्यक्ति को
अनेक बिमारियों से मुक्ति मिल जाती है. तुलसी के पौधे का हर हिस्सा ( उसकी जड़,
शाखाएं, पत्ती और जड़ ) आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायी होता है. तो आओ जानते है कि
तुलसी किस प्रकार से हमारे स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाती है. CLICK HERE TO KNOW THE TYPE AND ORIGIN OF TULSI OR BASIL ...
Duniya mein Tulsi ka Danka |
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यादाश्त
बढ़ाने के लिए ( Increase Memory Power ) : अगर आप
प्रतिदिन तुलसी के पत्तों का जूस निकालकर खाली पेट सेवन करते हो तो इससे आपकी
यादाश्त तेज होती है, साथ ही इससे व्यक्ति को तेज बुखार से भी आराम मिलता है.
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डेंगू
मलेरिया पर काबू ( Control Dengue and Malaria ) : तुलसी का पौधा डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बिमारियों से भी मुक्ति
दिलाता है. इसके लिए आपको इसके पत्तों और जड़ का कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हो.
दुनिया में तुलसी का डंका |
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यौन
रोगों से मुक्ति ( Cure Sexual Diseases ) : अगर किसी पुरुष को यौन रोग है या शारीरिक कमजोरी का आभास हो रहा है
तो उसके लिए तुलसी के बीज बहुत लाभकारी होते है. इनका नियमित रूप से सेवन इनकी
नपुंसकता को भी दूर करने में सक्षम है.
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मासिक
धर्म समस्या दूर करती है ( Improve Menstruation ) : कुछ महिलाओं को शिकायत होती है कि उनकी महावारी के समय में अनियमितता
है. ऐसी स्त्रियों को भी तुलसी के बीजों का सेवन करना चाहियें. अगर उनका मासिक
चक्र रुका हुआ है या आ नही रहा है तो उसके लिए वो तुलसी के पत्तों का सेवन जरुर
करें.
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सर्दी
और दस्त दूर करे ( Relieve Cold and Diarrhea ) : ठण्ड के समय में अक्सर बच्चो को सर्दी लग जाती है जिसकी वजह से
उन्हें बुखार और जुखाम हो जाता है. ऐसी स्थिति में आप तुलसी के पत्ते, काली मिर्च
और थोड़ी सी मिश्री को पानी में भिगोकर उसे अच्छी तरह उबालकर काढ़ा तैयार कर लें. इस
काढ़े को आप बच्चे को रात को सोते वक़्त दें. उसको निश्चित रूप से लाभ मिलेगा.
Fame of Basil in the World |
इसके अलावा अगर बच्चा दस्त से परेशान है तो आप थोड़े तुलसी के पत्तों
को पीस लें और बच्चे को समय समय पर चटायें. इससे उसके दस्त जल्दी ही रुक जाते है.
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खूबसूरती
बढ़ाने के लिए ( Increase Beauty and Cure Skin Problems ) : अगर आपकी त्वचा पर कील मुंहासे है या आपकी रुखी है तो उसके लिए भी आप
तुलसी का इस्तेमाल कर सकते हो. इसके पत्तों का लेप बनाकर इस्तेमाल करने से त्वचा
संबंधी सारे रोगों से मुक्ति मिलती है और त्वचा में निखार आता है.
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कैंसर
का इलाज (
Can Use as a Cancer Treatment ) : जी
हाँ, कुछ शौध के बाद इस बात का पता चला है कि तुलसी के बीजों से कैंसर जैसी खतरनाक
बिमारी का इलाज भी संभव है. किन्तु अभी इस बात की पूर्ण रूप से पुष्टी नही हुई है
और इसपर अभी और शौध भी चल रही है.
मोक्षदायक तुलसी |
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साँसों
और मुंह की दुर्गन्ध से मुक्ति ( Remove Foul Smell ) : कुछ व्यक्तियों के मुंह से अजीब सी बदबू आती है जिसके अनेक कारण हो
सकते है जैसेकि बैक्टीरिया का मुंह में जमना, पाचन तंत्र का खराब होना या मुंह से
संबंधी बिमारी. ऐसे व्यक्तियों को दिन में कुछ पत्ते तुलसी के जरुर चबाने चाहियें.
इससे ना सिर्फ इनकी मुंह की दुर्गन्ध दूर होती है बल्कि दांतों और सांस से जुडी
अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है. क्योकि तुलसी प्राकृतिक औषधि है तो इससे
किसी भी तरह के साइड इफ़ेक्ट होने का खतरा भी नही रहता.
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चोट लग
जाने पर तुलसी का इस्तेमाल ( Heal Wounds ) : आपने
देखा होगा कि कुछ लोगो को छोट लगने के बाद उनके घाव जल्दी भरते नही है जिसकी वजह
से उनके घाव पकने लगते है किन्तु तुलसी में कुछ ऐसे एंटी बैक्टीरियल तत्व होते है
जो घाव को भरने में काफी मददगार होता है. ऐसे लोग तुलसी का दो तरीके से इस्तेमाल
कर सकते है. पहला तो वे तुलसी को फिटकरी के साथ मिलाकर इसे घाव पर लगायें और दूसरा
इसके पत्तों को पीसकर इसका तेल बना लें और उसे घाव पर लगायें. इससे घाव भी भर
जायेंगा और व्यक्ति को जलन भी महसूस नही होगी.
तुलसी
का आध्यात्मिक महत्व ( Spiritual Importance of Basil )
तुलसी को हमारे देश
में देह आत्मा की तरह विद्यमान है, इसे सभी माता मानकर पूजते है और जल चढाते है.
इसकी महिमा असीम है ये ना सिर्फ व्यक्ति को रोगों से मुक्ति करती है बल्कि घर में
सुख शांति का वास करती है और सारी नकारात्मक उर्जा को बाहर निकाल देती है.
Importance of Tulsi Besil |
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घर में
आध्यात्म ( Spirituality in Home ) : माना
जाता है कि जिस घर में तुलसी जी वास करती है या तुलसी का पौधा होता है तो उस घर
में आध्यात्मिक उन्नति और आर्थिक समृद्धता बढती है. इससे घर का वातावरण भी साफ़,
शुद्ध, प्रदुषण मुक्ति और आरोग्य होता है. इससे घर के हर सदस्य के मन में
श्रद्धाभाव उत्पन्न होता है और वो ईश्वर की शरण में आ जाते है.
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वास्तुदोष
दूर करें ( Remove Astrological Flaw ) : ज्योतिष
शास्त्र में भी माना गया है कि जिस घर में तुलसी जी का पौधा होता है और उनकी
प्रतिदिन सेवा की जाती है तो इससे उस घर के सारे वास्तुदोष दूर हो जाते है और
परिवार की उन्नति के अवसर बढ़ जाते है, जिससे उन्हें उनके हर कार्य में सफलता मिलती
है.
Tulsi ka Aadhyatmik Mahtv |
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गणेश
शिव पूजा में वर्जित तुलसी ( Restricted in Lord Shiva and Ganesha’s Worship ) : वैसे तो तुलसी जी का पूजन विधि में विशेष महत्व है और विष्णु जी को तो
तुलसी सबस अधिक प्रिय भी है किन्तु कुछ अगर वेद पुराणों की बात की जाएँ तो शिव
पूजा और गणेश पूजा में तुलसी जी के पत्तों का प्रयोग वर्जित है. इसके पीछे कारण है
पहला ये कि शिवजी ने तुलसी जी के पति दैत्य राज शंखाचुड का वध किया था और दूसरा ये
की तुलसी जी गणेश जी से विवाह करना चाहती थी किन्तु गणेश जी ने ये कहकर उन्हें मन
कर दिया कि वो तो ब्रह्मचर्य जीवन व्यतीत करना पसंद करते है. इस से क्रोघित होकर
तुलसी जी ने उन्हें 2 विवाह का श्राप दिया था. गणेश जी ने भी उन्हें एक राक्षस से
विवाह का श्राप दे दिया जिस कारण से तुलसी जी को दैत्य राज शंखचुड से विवाह करना
पड़ा. इन्ही कारणों की वजह से शिवजी और गणेश जी की पूजा में तुलसी को वर्जित माना
गया है.
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बुरी
नजर से बचायें ( Saves from Evil Eyes ) : जब
व्यक्ति उन्नति करता है और सफलता की ऊँचाई पर पहुँचने लगता है तो उसके कुछ दुश्मन
भी बन जाते है, जो आपको हर समय कोई न कोई हानि पहुँचाने के बारे में विचार करते
रहते है. किन्तु अगर आपके घर में तुलसी जी का पौधा है तो इसके प्रभाव से आप पर
दुश्मनों की बुरी नजर का कोई असर नही पड़ता.
Tulsi ke Swasthya Laabh |
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सुखा
पौधा ना रखें ( Don’t Use Dried Plant at Home ) : अगर आपके घर की तुलसी का पौधा मुर्झा रहा है तो आप उसे घटा दें किन्तु
सूखे पौधे को अपने घर में ना रखें क्योकि इसके विपरीत परिणाम हो सकते है और इस बात
का भी ध्यान रखें कि सुखा पौधा हटाते ही आप वहाँ उसकी जगह नए पौधे को लगा दें. आप
सूखे हुए पौधे को किसी पवित्र नदी या तालाब इत्यादि में प्रवाहित करें.
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औषधीय
गुण (
Importance in Medicine ) :
आयुर्वेदिक दृष्टि से तुलसी को संजीवनी बूटी माना जाता है. क्योकि ये व्यक्ति को
200 से भी अधिक बिमारियों से बचाती है और इसकी मात्र सुगंध ही अनेक रोगों को दूर
करती है और वातावरण से कीटाणुओं का नाश करती है. इससे व्यक्ति को अनेक रोगों से
सुरक्षा मिलती है.
तुलसी के पौधे का धार्मिक और औषधीय महत्व |
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तुलसी
से महालक्ष्मी का आगमन ( Bring Money and Prosperity at Home ) : एक मान्यता के अनुसार तुलसी जी का प्रतिदिन पूजन करने वाले व्यक्ति पर
महालक्ष्मी जी की विशेष कृपा दृष्टि रहती है. खासतौर पर उन लोगो पर जो हर शाम
तुलसी जी के पास दीपक जलाते है. ऐसे लोगो के घर में महालक्ष्मी सैदव विराजती है और
उस घर में धन ऐश्वर्य, सुख समृद्धि वास करती है.
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मोक्षदायक
तुलसी (
Make Path for Salvation ) : अगर आप
भगवान विष्णु और बालाजी की पूजा करते वक़्त उन्हें तुलसी का हार पहनाते हो और रोज
तुलसी जी का दर्शन करते हो तो इससे आपके सभी पाप नष्ट होते है और आप मोक्ष के
मार्ग पर अग्रसर होते हो. इसीलिए तुलसी का आध्यात्म में इतना अधिक महत्व माना जाता
है.
तुलसी,
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स्वास्थ्य लाभ जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते
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