कैश
मेमोरी (
Cache Memory )
कैश मेमोरी कंप्यूटर
CPU की मेमोरी होती है जिस तक माइक्रोप्रोसेसर RAM से भी पहले पहुँच जाता है. ये मेमोरी कंप्यूटर CUP से चिप के माध्यम या फिर किसी बाहरी चिप की मदद
से जुडी होती है. इस चिप को बाहर से कंप्यूटर के साथ जोड़ने के लिए अलग से कनेक्टर
का इस्तेमाल करना पड़ता है.
कैश मेमोरी कंप्यूटर
या स्मार्टफोन का एक ऐसा तंत्र होता है जो इसके कार्य करने की गति को बढ़ा देता है.
कंप्यूटर के लिए मुख्यतः दो तरह की कैश मेमोरी का इस्तेमाल किया जाता है.
·
कैश
मेमोरी के प्रकार ( Type of Cache Memory ) :
-
मेमोरी
कैशिंग (
Memory Caching )
-
डिस्क
कैशिंग (
Disk Caching )
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Cache Memory Ke Prakar or Karya |
मेमोरी कैशिंग ( Memory Caching ) :
इस मेमोरी को कैश स्टोर या RAM कैश भी कहा जाता है क्योकि ये मेमोरी का वो हिस्सा है जो तेज गति से
कार्य करने वाली SRAM
( Static Random Access Memory ) से बना होता है. मेमोरी कैशिंग का इस्तेमाल भी अधिक होता है क्योकि
लगभग सभी प्रोग्राम उसी डाटा या जानकारी को बार बार इस्तेमाल करते है जो उन्होंने
संचित की है. इसीलिए इनको SRAM में
रखा जाता है क्योकि इसकी कार्य करने की गति अधिक होती है.
डिस्क मेमोरी ( Disk Caching ) :
डिस्क
मेमोरी का इस्तेमाल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेर के प्रदर्शन को बढ़ाने का होता है जिसके
लिए ये RAM तक Byte को पहुंचाते है और इस तरह RAM की कार्य करने की क्षमता कई हजार गुना बढ़ जाती है. CLICK HERE TO KNOW HOW TO ENABLE COOKIES ...
कैश मैमोरी के प्रकार और कार्य |
कैश ( Cache ) का कार्य ( Work of Cache ) :
कैश मेमोरी कर मुख्य
काम सॉफ्टवेर द्वारा दी गई प्रोग्राम की जानकारियों को इक्कठा करना होता है. ये
कार्य जितनी तेज गति से होगा उतनी ही तेज गति से आपका कंप्यूटर या स्मार्टफोन
कार्य करने लगता है. जैसे ही माइक्रोप्रोसेसर डाटा को प्रोसेस करता है तो वो RAMसे भी पहले कैश मेमोरी को देखता है. अगर उसे यही
से जानकारी मिल जाती है तो फिर वो कहीं नही देखता और जल्दी से उसे प्रोसेस कर देता
है जिससे प्रोग्राम के कार्य करने में कम समय लगता है.
कैश में
मेमोरी के लेवल ( Level of Cache Memory ) :
कैश मेमोरी की
माइक्रोप्रोसेसर के साथ निकटता और पहुँच को देखते हुए इसे कुछ लेवल में बांटा गया
है तो आओ जानते है कि किस लावेल में ये किस प्रकार कार्य करती है.
§ Level 1 Cache ( L1 ) : ये कंप्यूटर CPU के साथ
जुडी होती है इसीलिए इसके कार्य करने की गति सबसे अधिक हो ती है, साथ ही इसका आकर बाकी से बहुत छोटा है.
§ Level 2 Cache ( L2 ) : इसका आकर Level 1 चिप से कहीं बड़ा
होता है और इसे आप CPU के अंदर चिप के रूप
में भी जोड सकते हो और चाहो तो बाहर से किसी कनेक्टर के मदद से भी इसको जोड़ सकते
हो. ये भी सॉफ्टवेर के कार्य करने की क्षमता को कई गुना तक बढ़ा देता है.
Works and Types of Cache Memory |
§ Level 3 Cache ( L3 ) : कैश मेमोरी के लेवल में इसे मुख्य मेमोरी माना जाता है क्योकि ये
बाकी की मेमोरी (
L1 और L2 ) के कार्य करने के प्रदर्शन को अच्छा करता है. ये
बात सच है कि ये बाकी की दोनों मेमोरी से कम गति पर कार्य करता है किन्तु इसकी एक
खासियत ये भी है कि ये कंप्यूटर RAM की गति
को बढ़ा देता है.
हर प्रोसेसर के पास
अपनी खुद की L1 और L2 मेमोरी
होती है. अगर आपका फ़ोन या कंप्यूटर कई कोर प्रोसेसर ( Multi Core Processor ) का है तो हर कोर के पास अपनी अलग से कैश मेमोरी
और उसके लेवल हों.
कैश
मेमोरी के कार्य, कैश मेमोरी को साफ़ करने या किसी भी अन्य सहायता के लिए आप तुरंत
नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
कैश मेमोरी के स्तर |
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