नाशपाती के अनेक औषधीय
उपयोग हैं जो निम्न हैं –
1.
पथरी – जिन लोगों को
पथरी है उन लोगों के लिए नाशपाती का सेवन बहुत ही लाभदायक है. उन्हें एक गिलास
नाशपाती का रस रोज 2 – 3 सप्ताह तक पीना चाहिए. इसे पीने से पथरी गल कर निकल जाती
है.
2.
वीर्यवर्धक – जो लोग
वीर्य को बढ़ाना चाहते हैं उन्हें वीर्य को बढ़ाने के लिए रोज 2 नाशपाती का सेवन
करना चाहिए. इससे वीर्य में वृद्धि होती है.
3.
कब्ज – जिन लोगों को
कब्ज रोग है उनके लिए नाशपाती का सेवन बहुत ही लाभदायक है. कब्ज रोग से बचने के
लिए रोगियों को काफी समय तक नाशपाती का सेवन करते रहना चाहिए. नाशपाती का सेवन
करते रहने से पुराना कब्ज भी ठीक हो जाता है और आंतों में जमा मल भी बाहर निकल
जाता है.
4.
भूख खुलना – यदि आपको भूख नहीं
लगती हो तो नाशपाती का सेवन हमारे लिए बहुत ही लाभदायक है. आपको नाशपाती को काटकर
उस पर सैंधा नमक और काली मिर्च डालकर खाना चाहिए. इसे खाने से आपको भूख लगने
लगेगी.
5.
सिर दर्द – जिन
लोगों के सिर में दर्द होता है और आराम नहीं होता वे नाशपाती के रस का सेवन भी कर
सकते हैं. उन्हें रस में शक्कर मिलाकर पीना चाहिए इसे पीने से उनके सिरदर्द में
आराम मिलेगा. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Medicine Uses of Pear |
6.
रक्त वमन – आयुर्वेदानुसार
रक्त वमन में नाशपाती के शर्बत का सेवन बहुत ही लाभदायक माना गया है. इसका सेवन
करने के लिए नाशपाती के शर्बत के साथ बेर की मींगी को पीसकर, फिर उसे नाशपाती के
शर्बत में मिलाकर पिया जाता है.
7.
अरूचि व अग्निमांध –
जिनकी खाने के प्रति रूचि ना हो व जिन लोगों को अग्निमांध रोग है उनके लिए नाशपाती
का सेवन लाभदायक है. इसका सेवन करने के लिए नाशपाती को सेंककर, उसके टुकड़े करके उसमें
काली मिर्च, जीरा एवं सैंधा नमक मिलाकर खाया जाता है. इसे खाने से हमारी खाने के
प्रति रूचि भी बढ़ती है और हम अग्निमांध रोग से भी मुक्त हो जाते हैं.
8.
सूजन – यदि हमारे
शरीर के किसी अंग में सूजन हो जाए तो हमें नाशपाती के पेड़ से निकलने वाला गोंद
लगाना चाहिए. इसे लगाने से हमारे शरीर की सूजन दूर हो जाती है.
9.
हृदय व मस्तिष्क को
शक्ति – यदि किसी को अपने हृदय व मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ना है तो उसे नाशपाती का
सेवन करना चाहिए. इसका सेवन करने के लिए 1 किलो ग्राम नाशपाती के टुकड़े करके कांटे
से छेदकर, उसमें 1 किलो ग्राम चीनी मिलाकर बफारा देकर बरनी में ढक्कन लगाकर बंद
करके उसे रखकर. तीसरे दिन उसी चीनी की चाशनी बनाकर उसमें डालकर. ऊपर से केवड़े का
अर्क डालकर खाया जाता है. इसे खाने से हृदय व मस्तिष्क को शक्ति मिलती है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Naashpaati ke Aushdhaiy Prayog |
10.
चर्मरोग – यदि किसी
को चर्मरोग है तो वह नाशपाती के तेल का भी प्रयोग कर सकता है. चर्मरोग से बचने के
लिए नाशपाती का तेल दाद, खुजली वाले अंग पर लगाया जाता है. इसे लगाने से आराम भी
मिलता है और सफेद छिलके उतरना भी बंद हो जाते हैं.
11.
पेट के घाव – पेट के
घाव होने पर तथा फोड़े व जलन होने पर नाशपाती के रस तथा गूदे का सेवन किया जा सकता
है. पेट के घाव होने पर तथा फोड़े व जलन होने पर नियमित रूप से नाशपाती के रस का तथा
इसके गूदे का सेवन किया जाता है. जिसे खाने के बाद हमारे आमाशय पर एक झिल्ली बन
जाती है जिसके कारण हमें पेट के घाव में आराम मिलता है.
12.
त्वचा की खुश्की – त्वचा
की खुश्की को दूर करने के लिए हम नाशपाती के गूदे तथा रस का प्रयोग कर सकते हैं.
इसके लिए हमें चेहरे पर नाशपाती का गूदा लगाने चाहिए तथा एक गिलास रस रोजाना पीना इससे
हमारी त्वचा की खुश्की दूर हो जाती है.
13.
शारीरिक शक्ति – नाशपाती
हमारी शारीरिक शक्ति को भी बढ़ाने में मदद करता है. यदि कोई अपनी शारीरिक शक्ति को
बढ़ाना चाहता है तो उसे नियमित रूप से नाशपाती सेवन करना चाहिए. इसके नियमित सेवन
से शारीरिक शक्ति तो बढती ही है साथ ही हमारा शरीर सुगठित भी बनता है.
14.
उदर रोग – नाशपाती
पेट के रोगों से बचने में हमारी मदद करता है. उदर रोग से मुक्त होने के लिए हमें
नाशपाती का नियमित सेवन करना चाहिए.
15.
आमाशय दौर्बल्य –
आमाशय दौर्बल्य और अतिसार रोग से बचने के लिए हम इसके रस के सत का प्रयोग कर सकते
हैं. इसके रस का सत रोगी को दिया जाता है जिससे वह आमाशय दौर्बल्य और अतिसार रोग
से मुक्त हो जाता है.
16.
रूप निखार – चेहरे को
निखारने के लिए नाशपाती के गूदे को प्रयोग में लाया जाता है. इसका प्रयोग करने के
लिए
1.
नाशपाती के गूदे को
कच्चे दूध में घोला जाता है.
2.
उसका लेप लगाया जाता है.
3.
रूई से रगडा जाता है.
4.
चेहरे को गुनगुने पानी में धोया जाता है.
नाशपाती के औषधीय प्रयोग |
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