कामयाबी हासिल करने के लिए
करें गुरु पूजा
गुरु ग्रह को बहुत ही शुभ
माना जाता हैं. गुरु ग्रह को देवगुरु माना जाता हैं. इसलिए हमें गुरुवार के दिन
गुरु की उपासना या पूजा अवश्य करनी चाहिए. गुरु को मीन और धनु राशी का स्वामी माना
जाता हैं तथा इन दोनों राशियों के व्यक्तियों के लिए यह ग्रह बहुत ही शुभ होता
हैं. गुरु मकर राशी के लिए अशुभ होता हैं तथा इसका इस राशी के व्यक्तियों को बुरा
फल प्राप्त होता हैं. गुरु कर्क राशी के लिए शुभ होता हैं तथा कर्क राशी के
व्यक्ति को इस ग्रह का शुभ फल प्राप्त होता हैं.
स्त्री और पुरुष के
दाम्पत्य जीवन में गुरु की भूमिका महत्वपूर्ण होती हैं. गुरु ग्रह को पुरुष तत्व
का कारक माना जाता हैं. स्त्रियों के विवाह आदि में किसी प्रकार की रुकावटों के
आने पर पुरुषों द्वारा गुरुवार का व्रत करना बहुत ही श्रेष्ठ होता हैं.
ज्योतिष शास्त्रों के
अनुसार व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह के शुभ प्रभाव पड़ने पर व्यक्ति के
व्यक्तित्व में विकास होता हैं तथा गुरु ग्रह के शुभ अशुभ प्रभाव ही व्यक्ति की
किस्मत का फैसला करते हैं.
गुरु के अच्छे प्रभाव -
गुरुवार के दिन गुरु की
पूजा करने से व्यक्ति को ज्ञान की, विद्या की तथा संतान सुख की प्राप्ति होती हैं.
व्यक्ति शांत स्वभाव का हो जाता हैं, वह धार्मिक कार्यों में अधिक रूचि लेता हैं
तथा आध्यात्मिक तथा आकर्षक व्यक्तित्व का हो जाता हैं. गुरुवार के दिन व्रत करने
से या गुरु की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती हैं. गुरुवार के दिन गुरु की
उपासना करने से विवाह, कारोबार, मानसिक तथा व्यवहारिक समस्याओं से मुक्ति मिल जाती
हैं. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
Guru Grah Pooja se Safalta |
गुरु के बुरे प्रभाव -
1.
व्यक्ति की कुंडली में गुरु
ग्रह के अशुभ प्रभाव पड़ने पर उसके शरीर में मधुमेह, लीवर तथा वात जैसे गम्भीर रोग
उत्पन्न हो जाते हैं.
2.
गुरु के बुरे प्रभाव पड़ने
पर व्यक्ति के साथ कोई दुर्घटना भी घट सकती हैं.
जीवन में कामयाबी हासिल
करना या न करना भी गुरु के शुभ और अशुभ प्रभावों पर निर्भर करता हैं. इसलिए
गुरुवार के दिन गुरु की पूजा अवश्य करनी चाहिए.
गुरु पूजा की विधि –
1.
गुरुवार को व्रत करने के
लिए तथा पूजा करने के लिए सुबह जल्दी स्नान कर लें. स्नान करने के बाद पीले वस्त्र
धारण करें.
2.
अब एक चौकी लें और उसपर
गुरु की मूर्ति या चित्र को किसी पात्र में रख कर चौकी पर स्थापित कर दें.
3.
यदि आप जनेऊ धारण करते हैं
तो उसे पूजा के समय अवश्य धारण करें.
4.
अब गंध, अक्षत, पीले पुष्प,
पीले वस्त्र तथा चमेली के फूल ले लें. इन सभी चीजों से गुरु की पूजा – अर्चना
करें. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
गुरु ग्रह पूजा से सफलता |
5.
अब गुरु को पीले खाद्य
वस्तुओं से बना हुआ भोग जैसे – चने की दाल से बना हुआ भोग, गुड़ या पीले फल का भोग
लगायें.
6.
अब गुरुवार को पूजा करने की
व्रत कथा को पढ़ें.
7.
अब गुरु की आरती करें.
8.
अब क्षमा प्रार्थना करने के
बाद अपनी इच्छाओं को जल्द पूर्ण करने की प्रार्थना करें.
9.
पूजन समाप्त होने के बाद
ब्राह्मण को भोजन करायें तथा उन्हें कुछ खाद्य सामग्री दान कर दें और उसे दक्षिणा
दे दें.
10.
गुरु को सोने का स्वामी
माना जाता हैं. इसलिए अगर संभव हो तो सोने की धातु का दान अवश्य करें.
11.
ब्राह्मण को भोजन कराने के
बाद स्वयं व्रत का भोजन कर लें.
लगतार सात गुरुवार तक ऐसे
ही व्रत करें. इस विधि को अपनाकर गुरु की पूजा तथा व्रत करने से गुरु ग्रह के दोष
दूर हो जाते हैं. घर की सुख – समृद्धि में वृद्धि होती हैं. कारोबार में लाभ होता
हैं. अच्छी शिक्षा प्राप्त होती हैं. गुरुवार के दिन व्रत करने से मनचाहे वर या
वधू की प्राप्ति होती हैं.
गुरु
पूजा के अन्य उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर
सकते है.
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