अमरुद – अमृत सम फल प्रदायक
फल
अमरूद भारत में सबसे ज्यादा
पाया जाने वाला फल है यह बहुत ही स्वादिष्ट होता है. इस पेड़ की लम्बाई लगभग 3 से
लेकर 10 मीटर तक होती है. यह हर मौसम में हरा ही रहता है चाहे गर्मी हो या सर्दी.
यह पेड़ दिखने में औरो से बहुत ही अलग होता है. इसका तना भी बहुत ही पतला होता है.
अमरूद का पेड़ अपने आप में बहुत ही निराला होता है. इसकी छाल की परतो का रंग हरा व्
भूरा सा होता है. इसके पड़े पर सफ़ेद रंग के फूल लगते है जो कहीं कहीं गुच्छो में
होते है तथा कहीं पे इक्का दुक्का ही पाए जाते है.
अमरूद के फल की बहुत से
प्रजातियाँ भारत में पाई जाती है. कुछ जातियों में यह गोल रूप में पाया जाता है
तथा कुछ की प्रजातियों में ये लम्बा भी हो सकता है. रंग के आधार पर अमरूद का छिलका
हलके हरे रंग का पाया जाता है जो पकने के बाद पीला हो जाता है. अन्दर से इसके गुद्दे
का रंग भी पीला या लाल (गुलाबी) रूप का होता है. इनके अन्दर पाए जाने वाले बीज भी
अलग अलग किस्म के होते है या फिर आजकल जो प्रजातियाँ है उनमें से तो कुछ में बीज
ही नहीं होते है. इनके बीज कठोर होते है जो पकने के बाद काफी स्वादिष्ट हो जाते
है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
अमरुद फल के गुण फायदे और उपयोगिता |
अमरुद के फल का एक और विशेष
गुण भी है. इसका फल पेड़ से टूटने के बाद भी कई दिनों तक ख़राब नहीं होता है ताजा ही
रहता है. और अगर इसे कहीं ठंडी जगह पर रखा जाये जैसे की फ्रिज तो फिर यह 10 से 12
दिन तक भी रखा जा सकता है. फिर भी अगर आपको फलो का असली स्वाद लेना है तो ताजा फल
ही खाए और खाने से पहले उनको धो अवश्य ले कहीं गंदगी ना आपके स्वाद को कम कर दे.
और धोने से फलो पर लगे कीटनाशक जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते है वे
भी साफ़ हो जाते है.
अमरूद में हमें भरपूर मात्र
में रासायनिक तत्व मिलते है. अगर 100 ग्राम अमरूद खा लिया जाये तो यह हमें प्रचुर
मात्र में फास्फोरस व् पोटाशियम उपलब्ध कराता है. इनके साथ हमें विटामिन भी 152
मिलीग्राम तक मिल जाता है. और रेशे की मात्र 7 ग्राम, 33 ग्राम केल्सियम और आयरन
भी मिलता है. आयुर्वेदिक दवा बनाने में भी अमरूद का इस्तेमाल किया जाता है. इसके
साथ ही अमरूद बहुत सी बिमारियों जैसे कसेला, मधुर, खट्टा, तीक्षण, बलवर्धक,
उन्मद्नाशक, त्रिदोषनाशक, दाह और बेहोशी में मददगार होता है. इन बिमोरियों में
अमरुद का सेवन करने से आराम मिलता है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Amrud ke Gun Fayde or Upyogita |
बच्चो को स्वस्थ रखने के लिए भी अमरुद बहुत
पौष्टिक फल माना जाता है, यह पाचन तंत्र , ह्रदय व् दिमाग सम्बन्धी बिमारियों में
बहुत ही कारगर होता है. इसके अलावा अगर पेट में दर्द होता है तो अमरूद के गुद्दे
पर नमक लगाकर खाना चाहिए. ऐसा करने से तुरंत ही आराम मिलता है और कुछ समय बाद पेट
दर्द ठीक हो जायेगा.
अगर जुकाम पूरण हो या लम्बी
अवधि तक ठीक ना हो तो अमरूद को चूल्हे की आंच पर भुन ले और इसको नमक और काली मिर्च
छिड़क के सेवन करने से आपकी बीमारी दूर हो जाएगी.
अमरूद मुहांसे ठीक करने में
भी सहायक है. अमरूद की पत्तियां लेकर इन्हें पानी में उबाल ले और उसमे नमक मिला
ले. अब इनको चेहरे पर लगाये. इससे आपको मुहांसों से छुटकारा मिल जायेगा.
अमरूद में एक प्रकार का
रेशा पाया जाता है जोकि मेटावोलिज्म को ठीक रखता है. अगर आपको पेट सम्बन्धी समस्या
है तो रोजाना अमरूद का सेवन करें इससे आपको इस समस्या को दूर करने में मदद मिलेगी.
अमरूद में विटामिन ए पाया
जाता है जो आँखों के लिए बहुत ही लाभकारी है. नेत्र रोग हो जाने पर अमरूद का सेवन
करना चाहिए. इससे नेत्र रोग दूर किये जा सकते है.
अमरुद के पत्ते भी बड़े
गुणकारी होते है. मसूड़े व् सांस का रुग हो जाने पर इसकी पत्तियों को चबाने से आराम
मिलता है. स्संसो में ताजगी लेन के लिए भी अमरूद की पत्तियों का इस्तेमाल करना
चाहिए.
अमरूद में जो गुणकारी स्वास्थ्यवर्धक तत्व होते
है उनसे हमें चमकती त्वचा पाने में मदद मिलती है. अगर चेहरे पर दाग धब्बे है तो
अमरूद को पीस कर उनपे लगाने से उन्हें ठीक किया जा सकता है. और त्वचा के निखार के
लिए भी अमरूद बहुत ही अच्छा है.
अमरूद के इस्तेमाल से ब्लड
प्रेशर को नियंत्रण में रखा जा सकता है जो कि वर्तमान समय में बहुत ही बड़ी समस्या
है. और इसके साथ ही कोलेस्ट्राल को संतुलित करने के लिए भी रोजाना अमरुद का सेवन करना जरुरी है.
Uses and Benefits of Fruit Guava |
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