कार्तिक माह में
तुलसी का महत्व :
तुलसी पूजा के
महत्व में कहा जाता है कि पंचामृत में तुलसी के पत्तो को डालने से वो चरणामृत बन
जाता है. क्योकि तुलसी में अनेक औषधीय गुण होते है और इसीलिए तुलसी को विष्णु
प्रिया कहकर पूजा जाता है. अगर कोई जातक देवयानी एकादशी से देवोत्थान एकादशी तक
तुलसी की पूजा करता है तो उसके जीवन के हर संकट दूर हो जाते है. साथ ही कार्तिक
स्नान के बाद तुलसी के पौधे के पास बैठ कर कार्तिक महात्म्य सुनने से जातक के घर
में सूख शांति का वास होता है. आप कार्तिक माह में ब्रह्ममुहूर्त में उठ कर स्नान
करने के बाद ही तुलसी में जल चढायें और तुलसी के पौधे को दान में दें. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
कार्तिक माह मास में तुलसी और दान का महत्व |
कार्तिक माह में
दान का महत्व :
कार्तिक माह में
ब्राह्मणों और गरीबो को दान देने का भी विशेष महत्व है. दान के लिए आप अन्न, गाय
और आंवलें और तुलसी के पौधे का दान सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इस माह में पशुओं को
हरा चारा खिलने से भी आपको लाभ मिलता है. कार्तिक माह की षष्ठी को कार्तिकेय व्रत
अनुष्ठान मनाया जाता है. इस दिन आपको किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अपनी क्षमता के
अनुसार दान जरुर देना चाहियें. आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन भी दान जरुर करे क्योकि
त्रिदेवो ने इस दिन को महापुनीत पर्व कहा है. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा कृत्तिका
नक्षत्र में स्थित होता है और सूर्य विशाखा नक्षत्र में, ऐसा होने पर पद्म योग बन
जाता है और आपको दान का विशेष फल प्राप्त होता है. दान देने के लिए आप पुष्कर,
कुरुक्षेत्र और वाराणसी के तीर्थ स्थानों का चुनाव भी कर सकते हो. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
कार्तिक माह में तुलसी दान स्नान पूजा और भजन का महत्व |
कार्तिक माह में
स्नान का महत्व :
कार्तिक माह में
सुबह ब्रह्ममुहूर्त में स्नान के महत्व के बारे में माना जाता कि ये स्नान एक हजार
गंगा स्नान, सौ बार माघ स्नान और नर्मदा नदी के एक करोड़ स्नान के समान माना जाता
है. इसके अलावा ये भी माना जाता है कि कार्तिक माह में किसी पवित्र नदी के तट पर स्नान
करने से कुम्भ प्रयाग में स्नान करने जितना फल प्राप्त होता है. इसलिए व्यक्ति को
इस पुरे माह में घर से भर किसी नदी के तट, सरोवर या तालाब में ही स्नान करना
चाहियें. आप नहाते वक़्त गायत्री मंत्र का भी जप जरुर करें.
कार्तिक माह में पूजा
और भजन का महत्व :
इस माह में लोग
अपने घरो और मंदिरों में भजन करते है. पहले तो लोग खुद ही मिलकर भजन करते थे
किन्तु आज इस काम के लिए लोग भजन मंडली की मदद लेती है. भजन में राम पाठ, भगवत
गीता पाठ का विशेष महत्व है. क्योकि ये माह विष्णु का माह माना जाता है तो इस माह
में कृष्ण और विष्णु जी की पूजा और भक्ति अधिक की जाती है. इसीलिए कार्तिक माह में
गुजरात में बहुत रौनक दिखाई देती है. इसके साथ ही इस माह में प्रतिदिन मंदिर जाकर
सभी देवताओं की परिक्रमा करनी चाहियें. इससे आपको अनेक पुण्य कर्मो का फल मिलता
है.
Kartik Maah Maas me Tulsi or Daan ka Mahtv |
Kartik Maah Maas me Tulsi or Daan ka Mahtv, कार्तिक माह मास में तुलसी और दान का महत्व, Kartik Maah me Snan ka Mahtv, Kartik Maah me Pooja or Bhajan ka Mahtv, कार्तिक माह में तुलसी दान स्नान पूजा और भजन का महत्व.
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Martin mashed me garbage dharan kare k nahi
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