गोरैया :
कथाओ के अनुसार गोरैया जिस भी घर या घर के आँगन में वास करती है, उस घर से शांति
कभी नही जाती और उस घर में हमेशा सुख बना रहता है, खुशियां हमेशा आपके घर के द्वार
पर खड़ी रहती है, वो घर हर दिन सफलता की सीढियां चढ़ता रहता है. अगर गोरैया के शरीर
का वर्णन करे तो इसके शरीर का आकर छोटा होता है और रंग भूरा या सफ़ेद होता है. इसके
पैरो का रंग सफ़ेद होता है और इसकी चोंच भी पीले रंग की ही होती है, इसके अलावा इसके पंखो का आकर भी छोटा होता है. नर
गोरैया के गले के पास काले रंग के धब्बे होते है और इसी से इसकी पहचान हो पाती है.
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Sparrow for Peace and Progress |
इसके शरीर की लम्बाई मात्र 14 से 16 से. मी. होती है और ये ज्यादातर घरो के आसपास
ही रहना पसंद करती है.
गोरैया से विकास और शांति |
तो ये है वे दस पक्षी
जिन्हें हिन्दू धर्म ग्रंथो में एक अहम स्थान प्राप्त है. ग्रंथो में इनके अलावा
भी अनेक पक्षियों के बारे में वर्णन किया गया है जिनका आध्यात्मिक और धार्मिक
महत्व है. उनमे से काफी को हिन्दू धर्म के देवता या देवी के वाहन के रूप में स्थान
मिला है तो किसी को पितर का स्थान दिया गया है इसीलिए कहा गया है कि किसी पक्षी की
हत्या करना अपने पितर की हत्या करना है. पक्षियों से जुडी एक कहावत ये भी है कि
अगर आकाश से पक्षियों का अस्तित्व खत्म होने से धरती से मनुष्य का अस्तित्व भी
खत्म हो जायेगा.
Shanti or Unnati ke liye Goraiya |
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