एक Floppy डिस्क आपके कंप्यूटर में डाटा डालने और उसेको सुरक्षित रखने के लिए बना सबसे
पहला डिवाइस है. लेकिन ये बहुत ही कम मात्रा में ही डाटा को स्टोर कर सकता था
इसीलिए CD के आ जाने से इसने अपना अस्तित्व खोना शुरू कर दिया. Floppy डिस्क में सारी डाटा एक गोलाकार चुम्बकीय प्लेट में स्टोर होती थी, वही से Floppy सारी जानकारी को लेकर पढ़ती और दिखाती है. ये दिखने में एक प्लास्टिक की छोटी
सी ऑडियो कैसेट टेप की तरह होती है, जिसपर थोड़ी धातु की परत चढ़ी होती है. इसको
डिस्केट ( Diskette ) भी कहा जाता है और इसमें स्टोर की गई डाटा को केवल Floppy disk Drive ( FDD ) ही पढ़ और दिखा सकता है.
FDD ( Floppy Disk
Drive )
एक Floppy Disk Drive कंप्यूटर हार्डवेयर का वो हिस्सा है जो Floppy डिस्क से डाटा को पढता है और फिर उसे कंप्यूटर डेस्कटॉप पर प्रोजेक्ट करता
है. 3.5” और 5.25” सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले Floppy Disk Drive है.
Floppy Disk Drive के हिस्से :
Floppy disk drive के काम करने के कुछ हिस्से होते है जिनकी मदद से ये फ्लॉपी
डिस्क के डाटा को पढ़ कर आउटपुट देता है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Explain Floppy Drive and Its Functions |
1.
Read /
Write Heads : ये डिस्क के दोनों साइड पर
पाए जाते है. ये एक दुसरे के काम में दखल न देने के लिए एक दुसरे से अलग रहने की
कोशिश नही करते बल्कि साथ में काम करते हुए डाटा को पढ़ते और लिखते है. इनका दूसरा
हिस्सा थोडा चौड़ा होता है जो डाटा को हटाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
2.
Drive
Motor : ये एक छोटी सी मोटर
होती है जो floppy से जुड़े धातु के साथ केन्द्र में जुडी होती है और ये एक
मिनट में लगभग 300 और 360 बार घुमती है.
3.
Stepper
Motor : ये मोटर एक स्पष्ट रूप से घूमते हुए डाटा से जानकारी को
पढ़ती और लिखती है साथ ही ये read /
write हेड को उनकी उचित जगह देती है. ये रीड और राईट
हेड इस मोटर की घुमने की गति को भी बढ़ाते है.
4.
Mechanical
Frame : ये फ्लॉपी डिस्क की
प्रोटेक्टिव विंडो को खोलती है ताकि Floppy के फ्रेम को एक बटन को दबाने पर बाहर निकला जा सके. इसके लिए इसमें एक
स्प्रिंग का इस्तेमाल होता है जो फ्लॉपी रखने वाले फ्रेम को फ्लॉपी ड्राइव से बाहर
निकलता है.
Floppy Drive kya karta hai |
5.
Circuit
Board : ये सारे विधुत से जुड़े
यंत्रो को अपने से जोड़े रखता है और एक सर्किट को पूरा करता है. ताकि ये फ्लॉपी से
डाटा को पढ़ और लिख सके. साथ ही ये स्टेपर मोटर को भी संभालता है ताकि रीड / राईट
हेड हर ट्रैक तक पहुँच सके.
फ्लॉपी के इन्ही हिस्सों के
मदद से फ्लॉपी डिस्क बनी है और इन्ही हिस्सों के साथ काम करते हुए फ्लॉपी में
स्टोर डाटा कंप्यूटर स्क्रीन तक पहुँचती है.
Floppy Disk Drive की शब्दावली
·
फ्लॉपी डिस्क को diskette भी कहते है और इसका आकर लगभग 3.5 इंच का होता है.
·
फ्लॉपी डिस्क ड्राइव
एक ऐसा यन्त्र होता है विधुत और चुमभ्किया तरंगो पर कार्य करती है और फ्लॉपी की
डाटा को पढ़ती और लिखती है.
·
ट्रैक एक डाटा का
छल्ला होता है जो डिस्क के साइड में स्थित होता है.
फ्लॉपी डिस्क ड्राइव कैसे काम करती है |
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Floppy disk input ya output hai
ReplyDeleteSir super computer ke all parts ki knowledge batay
ReplyDeleteSamajah me nhi aaya
ReplyDeleteInserting and removing the flopy from flopy drive
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