Janm Patrika Dekhte Waqt Savdhaan Ho jaaye | जन्म पत्रिका देखने के कुछ महत्वपूर्ण सूत्र



जन्म पत्रिका देखना बहुत मुश्किल काम है. जन्म पत्रिका देखने में यदि थोड़ी सी भी गलती हो जाये तो सामने वाला मानसिक परेशानी में पड़ सकता है और गलत तालमेल से उसका जीवन बर्बाद हो सकता है. पत्रिका मिलान बहुत ध्यानपूर्वक किया जाता है. पत्रिका मिलाते समय यदि ठोड़ी सी भी गलती हो जाये या फिर कुछ लोगों को अनदेखा कर दें तो इससे सारा जीवन बरबाद हो जाता है. सबसे पहले यह पता लगायें की पत्रिका में कौन से भाव से क्या देखना है. जन्म पत्रिका में बारह भाग होते हैं. जातक का जन्म किस समय में हुआ है, जब जातक का जन्म हुआ है तो कौन सा लग्न चल रहा था. जन्म के समय गृह लग्नेश की स्तिथि क्या थी आदि बातों का ध्यान हमें जन्म पत्रिका देखते समय करना होता है. 
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जन्म पत्रिका देखने के कुछ महत्वपूर्ण सूत्र
जन्म पत्रिका देखने के कुछ महत्वपूर्ण सूत्र

लग्न के प्रथम भाव से जातक का अपना शरीर, जातक का व्यक्तित्व, जातक का रंग रूप, जातक का स्वभाव, जातक की चंचलता , जातक का यश, द्वितीय भाव से जातक का धन, जातक का परिवार, जातक की बोली, जातक की आँखें, जातक की विद्या, जातक का परिवार ये सब बातें देखी जाती हैं. स्त्री की कुंडली में पति की आयु भी देखी जाती है. त्रतीय भाव से जातक के भाई बहन, जातक का पराक्रम, जातक की छोटी यात्राएँ, लेखन, अनुसंधान आदि का अध्धयन किया जाता है. इस बात का पता लगाया जाता हे की स्त्री की कुंडली में पति का भाग्य कैसा है. स्त्री के सास, ससुर, देवरानी, ननदोई का भाग्य कैसा है. 

 
Janm Patrika Dekhte Waqt Savdhaan Ho jaaye
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1 comment:

  1. Agar hume exact D O B pata na ho to hum kaise apna janm patrika dekhenge

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