एक बार मुझे पीलिया हो गया
. तब मैंने प्राक्रतिक चिकित्सा द्वारा इलाज करवाया. सबसे पहले मुझे प्राक्रतिक
चिकित्सा के बारे में जानकारी दी गई. मेरा ध्यान और मन केन्द्रित करके प्राकृतिक
चिकित्सा की तरफ लाया गया. कुछ किताबें पड़ने के लिए दी. पीने के लिए केवल पानी
दिया और उपवास पर रखा. कुछ ही दिनों में मेरा मन केन्द्रित हो गया. महीने में ख़त्म
होनेफ़ वाला रोग सिर्फ १३ दिन में ठीक हो गया.
पहले दिन मुझे केवल पानी
पीने को दिया. इसके बाद दो दिन तक केवल नींबू का पानी पीने ले लिए दिया. दिन में
चार बार चार गिलास नींबू का पानी पीने के लिए दिया. इसके बाद एक दिन जूस पीने के
लिए दिया. एक दिन में चार गिलास नारियल का पानी पीने के लिए दिया. दो दिन खाने के
लिए केवल फल दिए गए. इस उपचार से में पूरी तरह ठीक हो गया. पीलिया की बीमारी में
पानी ज्यादा पीना होता है. साल भर से ज्यादा बीत जाने के बाद भी मुझे आज तक दोबारा
पीलिया नहीं हुआ. प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा कभी ठीक न होने वाली बिमारी भी जड़ से
ख़त्म हो जाती है.
Piliya Ho Jaaye to Kya Karen |
Piliya Ho Jaaye to Kya Karen, पीलिया हो जाए तो क्या करें, Piliya ka Prakrtik Chikitsa, Piliya ka ilaaj, Piliya ho jaaye to ye Karen, जब मुझे पीलिया हुआ. Piliya ka ghrelu ilaaj.
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